सरसों की बुवाई के सीजन में डीएपी खाद की भारी किल्लत ने किसानों को परेशान कर दिया है। हालात यह हैं कि अलवर की क्रय-विक्रय सहकारी समिति के बाहर सुबह चार बजे से ही किसानों की लंबी कतारें लग गईं। हजारों किसान खाद लेने पहुंचे और भीड़ इतनी बढ़ गई कि समिति परिसर में धक्का-मुक्की, गाली-गलौज और मारामारी जैसी स्थिति बन गई।
सुबह से लगी कतारें, अव्यवस्था से नाराज किसान
डीएपी खाद की सप्लाई बेहद सीमित होने के कारण किसानों को प्रति आधार कार्ड केवल दो कट्टे ही दिए जा रहे हैं। इसी प्रक्रिया के चलते किसानों में भारी आक्रोश देखने को मिला। लंबी लाइन में महिलाएं और पुरुष घंटों खड़े रहे, कई बार लाइन तोड़ने और आपसी झगड़े की स्थिति बनी। भीड़ को संभालने के लिए पुलिस भी बुलाई गई, लेकिन पुलिस दल केवल औपचारिकता निभाकर दस मिनट में ही लौट गया और हालात जस के तस बने रहे।
किसानों के आरोप- खाद ब्लैक में बिक रही
किसानों ने समिति प्रबंधन और अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। गोविंद नगर के मुखराम यादव ने कहा कि सुबह से ही लगातार भीड़ लगी है और धक्का-मुक्की व गाली-गलौज की नौबत आ गई है। कृष्ण कुमार मीणा ने बताया कि आधार कार्ड से अंगूठा लगाने की प्रक्रिया सर्वर स्लो होने के कारण और अधिक कठिन हो रही है। वहीं, बड़ौदा निवासी गजेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि समिति के सचिव समय सिंह खाद को ब्लैक में बेच रहे हैं। इसी कारण गांवों में खाद उपलब्ध नहीं है और किसानों को मजबूरी में शहर आकर लंबी कतारों में लगना पड़ रहा है।
यह भी पढ़ें- Administrative Reshuffle in Rajasthan: 222 RAS अफसरों के तबादले, कई विश्वविद्यालयों के रजिस्ट्रार बदले गए
समिति ने स्वीकार की खाद की कमी
क्रय-विक्रय सहकारी समिति के महादेव प्रसाद शर्मा ने माना कि खाद की भारी कमी है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को मात्र छह सौ कट्टे खाद आए, जिन्हें प्रति आधार कार्ड दो कट्टों की सीमा में बांटा जा रहा है। शर्मा ने यह भी स्वीकार किया कि एक ही परिवार के कई सदस्य अलग-अलग लाइन में लगकर खाद लेने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे भीड़ और बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि यदि तीन गाड़ियां और खाद की आ जाएं तो किसानों की परेशानी काफी हद तक कम हो जाएगी।
सरसों की बुवाई पर मंडरा रहा संकट
सरसों की बुवाई का समय होने के कारण किसान अधिक मात्रा में खाद चाहते हैं। खाद की अनुपलब्धता के चलते उनकी मुश्किलें और बढ़ रही हैं। कुल मिलाकर, डीएपी खाद की कमी ने अलवर जिले के किसानों को गहरी चिंता में डाल दिया है और मांग है कि सरकार तुरंत अतिरिक्त खाद की व्यवस्था करे, ताकि समय पर बुवाई हो सके।
यह भी पढ़ें- RPSC NEWS: कुमार विश्वास की पत्नी डॉ. मंजू शर्मा का RPSC से इस्तीफा मंजूर, SI भर्ती विवाद के बाद लिया फैसला