डूंगरपुर जिले की चितरी थाना पुलिस ने चिखली तहसीलदार सुंदरलाल मीणा की कार पर पथराव करने के मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा है। साथ ही चार नाबालिगों को भी डिटेन कर बाल संप्रेषण गृह भेजा गया है।
घटना 25 जून की रात की है, जब तहसीलदार सुंदरलाल मीणा अपने परिवार के साथ सागवाड़ा से लौट रहे थे। राजवेड़ा घाटी के पास तीन बाइकों पर सवार नौ युवकों ने उनकी कार का पीछा किया और नादिया गांव के पास ओवरटेक कर उन्हें रोक लिया। आरोपियों ने तहसीलदार के साथ गाली-गलौच, हाथापाई की और जेब से मोबाइल व रुपए छीनने का प्रयास किया। किसी तरह तहसीलदार वहां से निकले, जिसके बाद आरोपियों ने उनकी कार पर पथराव कर दिया। इस हमले में कार के शीशे टूट गए।
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पुलिस में शिकायत दर्ज होने के बाद चितरी थाना पुलिस ने जांच कर राजवेड़ा निवासी राहुल पारगी, रामसौर निवासी अजेश ताबियाड़, मोदरा छोटा निवासी प्रकाशचंद्र कटारा, राकेश डामोर और मोरड़ी निवासी विपिन डामोर को गिरफ्तार किया। घटना में प्रयुक्त तीनों बाइकें भी जब्त की गईं। शनिवार को पांचों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया। वहीं चार नाबालिगों को बाल संप्रेषण गृह, डूंगरपुर भेजा गया।
जांच में सामने आया कि सभी आरोपी लूट की नीयत से आए थे। पुलिस ने आरोपियों का बापर्दा जुलूस चितरी कस्बे और आसपास के इलाकों में निकाला, जिसमें आरोपी हाथ जोड़कर माफी मांगते नजर आए। यह जुलूस क्षेत्र में अपनी तरह की पहली कार्रवाई थी, जिसे आमजन ने सकारात्मक रूप से लिया।