जिले के छोटी सरवा गांव के युवक की 14 दिन पहले हुई मौत के मामले में कार्रवाई न होने पर ग्रामीणों का गुस्सा भड़क उठा और बड़ी संख्या में ग्रामीण थाने पर पहुंच गए। इस दौरान बहस बढ़ने पर कुछ ग्रामीणों ने थानाधिकारी की वर्दी का कॉलर पकड़ने की भी कोशिश की। करीब दो घंटे तक हंगामा चलता रहा। बाद में पुलिस ने राजकार्य में बाधा डालने के आरोप में 63 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
गौरतलब है कि पाटन थाना क्षेत्र के शोभावटी निवासी लक्ष्मण की 14 दिन पहले मौत हो गई थी। मामले में परिजनों ने नामजद रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने अब तक आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की है। मृतक के भाई प्रेम चरपोटा का कहना है कि उसने पहले पुलिस अधीक्षक कार्यालय में भी परिवाद दिया था, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। उसका कहना है कि ये सामान्य मौत नहीं, बल्कि हत्या है।
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आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर थाने पहुंचे ग्रामीणों और पुलिस के बीच विवाद इतना बढ़ा कि कुछ लोगों ने थानाधिकारी की वर्दी का कॉलर पकड़ लिया। हालात बिगड़ने पर कुशलगढ़ से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया, जिसने ग्रामीणों को थाना परिसर से बाहर किया। महिलाओं ने भी थाने के गेट पर बैठकर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
पाटन थानाधिकारी हिम्मत बुनकर ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लक्ष्मण की मौत डूबने से होना बताया गया है। हालांकि परिजन और ग्रामीण संदेह जता रहे हैं, जिस पर जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण समझाइश के बावजूद गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे, जिसके चलते राजकार्य में बाधा डालने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।