बांसवाड़ा में गुरुवार को ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और भारतीय सेना के शौर्य को सम्मान देने के लिए तिरंगा यात्रा निकाली गई। यह यात्रा उस दर्दनाक घटना के बाद निकाली गई जिसमें कश्मीर के पहलगाम में धर्म पूछकर 26 पर्यटकों की हत्या कर दी गई थी। तिरंगा यात्रा की शुरुआत पुराने भाजपा कार्यालय (कुशलबाग मैदान के पास) से संतों और पूर्व सैनिकों की मौजूदगी में हुई। यात्रा गांधी मूर्ति, चंद्रपोल गेट, पीपली चौक, पाला रोड, नई आबादी और एमजी चौराहे से होते हुए उपाध्याय पार्क स्थित शहीद स्मारक पर पहुंची।
वहां शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न मनाया गया। इस यात्रा में समाजसेवी संस्थाएं, स्काउट गाइड, भाजपा कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में आम लोग शामिल हुए।
देशभक्ति के रंग में रंगी तिरंगा यात्रा
तिरंगा यात्रा में शामिल युवाओं ने 100 मीटर लंबा तिरंगा हाथ में थाम रखा था, जबकि अन्य लोग छोटे-छोटे तिरंगे लेकर चल रहे थे। बैंड पर बजते देशभक्ति गीतों ने माहौल को जोशीला बना दिया। पूरे रास्ते में लोग "भारत माता की जय" के नारे लगाते हुए यात्रा के साथ चल रहे थे।
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इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष पूंजीलाल गायरी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के जरिए हमारी सेना ने आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। भारतीय सेना ने एयर स्ट्राइक के जरिए पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को नष्ट किया और कई आतंकवादियों को मार गिराया। यह तिरंगा यात्रा देशभक्ति की भावना को और मजबूत करने का काम करेगी और सेना के शौर्य को सलाम करने का संदेश देगी।