जिले के डोली गांव में एक नाबालिग की मौत के बाद श्मशान घाट में जलभराव से नाराज परिजनों ने शव को बाड़मेर-जोधपुर नेशनल हाईवे पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। देखते ही देखते मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए और नेशनल हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। सूचना मिलने पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और आरएलपी नेता थानसिंह डोली समेत प्रदर्शन कर रहे लोगों से समझाइश की।
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि जोधपुर और पाली की औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले दूषित जल के कारण गांवों में जो जलभराव और प्रदूषण की स्थिति है, उसका स्थाई समाधान किया जाए। ग्रामीणों का कहना है कि श्मशान घाट तक पहुंचने का रास्ता और घाट तक दूषित पानी से भरे हुए हैं, जिससे अंतिम संस्कार भी संभव नहीं हो पा रहा।
घटना की जानकारी मिलने के बाद आरएलपी नेता थानसिंह डोली ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल से फोन पर बातचीत की और पूरे हालात से अवगत कराया। इसके बाद हनुमान बेनीवाल ने एक्स पर पोस्ट कर राजस्थान सरकार को आड़े हाथों लिया।
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अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि बाड़मेर संसदीय क्षेत्र की कल्याणपुर पंचायत समिति के डोली गांव में भील समाज के युवक भेराराम के निधन के बाद अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट तक का रास्ता और घाट स्वयं दूषित जल से भरा हुआ है। परिजनों के पास अंतिम संस्कार करने की जगह भी नहीं है। इससे नाराज ग्रामीण शव के साथ हाईवे पर धरना दे रहे हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जोधपुर और पाली की औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले जहरीले अपशिष्ट ने इस क्षेत्र को नरक बना दिया है। मैंने यह मुद्दा लोकसभा में भी उठाया था, लेकिन राज्य सरकार और सत्तापक्ष के नेता केवल खोखले दावे करते हैं। जमीन पर आज भी हालात जस के तस हैं।
बेनीवाल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार की संवेदनाएं मर चुकी हैं, तभी तो एक दलित युवक के अंतिम संस्कार को लेकर भी परिजनों को सड़क पर धरना देना पड़ रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है।