प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने गुरुवार को प्रेसवार्ता में विधानसभा स्पीकर को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि स्पीकर संवैधानिक पद पर रहते हुए विपक्ष की आवाज दबाने का काम कर रहे हैं और सत्ता पक्ष को बचाने में लगे हुए हैं। डोटासरा ने कहा कि स्पीकर सदन की मर्यादा को तार-तार कर रहे हैं और पारदर्शिता के साथ काम नहीं कर रहे। उन्होंने कहा कि विपक्ष जनता की समस्याओं और मुद्दों को सदन में उठाता है, लेकिन स्पीकर सत्ता पक्ष के एजेंट की तरह व्यवहार कर रहे हैं और विपक्ष को बोलने का अवसर नहीं दे रहे।
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विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर अमर उजाला द्वारा पूछे गए सवाल पर डोटासरा ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी इस मामले पर गंभीरता से विचार करेगी। उन्होंने कहा कि जब बजट सत्र आएगा तो पार्टी अपने विधायक दल और वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा कर निर्णय लेगी कि अविश्वास प्रस्ताव लाया जाए या नहीं।
डोटासरा ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए 14 दिन का समय होता है। अभी यह तय नहीं है कि कब लाया जाएगा, लेकिन अगर स्पीकर का रवैया नहीं बदलता तो यह कदम उठाना तय है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास ऐसे 50 कारण हैं, जिनके चलते यह स्पष्ट है कि स्पीकर पारदर्शी तरीके से कार्य नहीं कर रहे। उन्होंने कहा कि यदि स्पीकर अपने व्यवहार में सुधार नहीं करते तो कांग्रेस विधायक दल इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करेगा और अविश्वास प्रस्ताव लाने का बड़ा फैसला ले सकता है।