करौली जिले में बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीति के उन्मूलन के उद्देश्य से बाल विवाह मुक्त करौली अभियान के तहत मासलपुर में एक ब्लॉक स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। पंचायत समिति सभागार में आयोजित इस बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों, सामाजिक संगठनों, सेवा प्रदाताओं और समुदाय के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और बाल विवाह रोकथाम को लेकर सामूहिक रणनीति तैयार की।
बैठक की अध्यक्षता बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अनिल शर्मा ने की। इस दौरान बाल विवाह की रोकथाम और इसके प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न सुझावों पर चर्चा हुई। बैठक में बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी, धर्मगुरु, सामाजिक कार्यकर्ता, ग्राम विकास अधिकारी एवं अन्य संबंधित विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। एक्शनएड-यूनिसेफ के जिला समन्वयक दिनेश कुमार बैरवा ने बताया कि यह बैठक अभियान के दूसरे चरण के तहत आयोजित की गई है, जिसमें बाल संरक्षण से जुड़े मुद्दों और उनके संभावित समाधान पर विचार-विमर्श किया गया।
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बाल कल्याण समिति सदस्य फजले अहमद ने बाल सुरक्षा से जुड़ी हेल्पलाइन सेवाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, जिला नियंत्रण कक्ष 07464-251335, और नालसा हेल्पलाइन 15100 जैसे साधनों के माध्यम से आमजन बाल विवाह या बाल उत्पीड़न की शिकायत कर सकते हैं। जिला युवा अधिकारी शरद त्रिपाठी ने बाल विवाह के दुष्परिणामों पर प्रकाश डालते हुए ग्राम पंचायत स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता जताई।
उन्होंने ‘माय भारत पोर्टल’ पर युवा मंडलों के पंजीकरण को भी जरूरी बताया। इस मौके पर बाल कल्याण पुलिस अधिकारी और नायब तहसीलदार ने बाल अधिकारों की रक्षा के लिए सभी विभागों के सामूहिक प्रयासों को अहम बताया। बैठक के अंत में सभी उपस्थितजन ने बाल विवाह के खिलाफ शपथ ली और इस सामाजिक बुराई के उन्मूलन के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।