जिले में रिश्तों को शर्मसार कर देने का एक मामला सामने आया है, जहां पर एक बुजुर्ग पिता की न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के गेट पर मौत हो गई। मृतक और उसकी पत्नी को कलयुगी बेटे ने काफी समय पहले ही घर से बाहर निकाल दिया था। मृतक बुजुर्ग गोपाल यादव बारां जिले का निवासी था, जिसे टीबी की शिकायत थी। बुजुर्ग की पत्नी लालीबाई उसे इलाज के लिए कोटा लेकर आई थी। करीब 1 माह से दोनों पति-पत्नी हॉस्पिटल में ही थे। ऐसे में बुजुर्ग की आज मौत हो गई। पत्नी के पास अपने पति के अंतिम संस्कार के लिए पैसे भी नहीं थे। ऐसे में चौकी के कांस्टेबल ने आर्थिक मदद कर शव का अंतिम संस्कार करवाया।
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अस्पताल अधीक्षक डॉ. आशुतोष शर्मा ने बताया कि 1 अगस्त को अस्पताल के गेट पर पति-पत्नी लावारिस हालत में मिले थे, जिन्हें इमरजेंसी में भर्ती करवाया गया था। बुजुर्ग की एक्स-रे सहित अन्य जांचें भी करवाई गईं। दोनों के पास पहचान संबंधी दस्तावेज भी नहीं थे। जांच में सामने आया था कि गोपाल को टीबी थी, जिसके बाद उसे वार्ड में एडमिट भी किया था लेकिन आज उनकी मौत हो गई।
मृतक की पत्नी लालीबाई ने बताया कि उसका पति काफी शराब पीता था और लंबे समय से उसको टीबी की बीमारी भी थी। दोनों को उनके बेटे ने घर से निकाल दिया था। तभी से वे कोटा में आश्रय स्थल में रह रहे थे। बुजुर्ग की मौत के बाद पता चला कि महिला के पास गांव जाने तक के पैसे नहीं थे, इसलिए कोटा में ही मृतक का अंतिम संस्कार करवा दिया गया।