नागौर जिले में कोतवाली थाना पुलिस ने अंतरराज्यीय बावरिया गैंग के खिलाफ सख्ती दिखाते हुए एक नाबालिग सदस्य को निरुद्ध किया है। इस कार्रवाई से 22-23 सितंबर 2025 की रात हुई सनसनीखेज चोरी का पर्दाफाश हो गया, जिसमें चोरों ने लाखों रुपये के जेवरात और नकदी पर हाथ साफ कर लिया था। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से लगभग 10 लाख रुपये मूल्य के सोने के आभूषण बरामद कर लिए हैं।
घटना की जानकारी देते हुए थाना प्रभारी ने बताया कि 22-23 सितंबर की देर रात को बावरिया गैंग के सदस्यों ने कस्बा नागौर के गुरुकृपा नगर में स्थित चार बंद मकानों और कस्बा मेडता सिटी में एक मकान और एक दुकान पर धावा बोल दिया। चोरों ने ताले तोड़कर घरों में घुसकर सोने-चांदी के जेवरात और नकदी चुरा ली, जिससे पीड़ित परिवारों में दहशत फैल गई। प्रारंभिक जांच में चोरी का मूल्य लाखों रुपये आंका गया था।
पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की और तकनीकी निगरानी, सीसीटीवी फुटेज व मुखबिरों की मदद से गैंग का सुराग लगाया। इस प्रकरण में पूर्व में एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि अब नाबालिग सदस्य को भी चंगुल में ले लिया गया। नाबालिग को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है, जबकि वयस्क आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। बरामद आभूषणों में सोने की चेन, अंगूठियां, कंगन और अन्य कीमती सामान शामिल हैं, जो पीड़ितों को लौटाए जा रहे हैं।
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नागौर एसपी ने पुलिस टीम की सराहना करते हुए कहा, यह कार्रवाई अपराधियों के लिए चेतावनी है। बावरिया गैंग जैसे अंतरराज्यीय गिरोहों पर नकेल कसने के लिए हमारी टीमें सतर्क हैं। नागौर में अपराध मुक्त वातावरण बनाने का संकल्प अटल है। थाना कोतवाली की इस शानदार कार्यवाही से इलाके के निवासियों में उत्साह का संचार हो गया है। पीड़ित परिवारों ने पुलिस का आभार जताते हुए कहा कि अब वे सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
यह घटना राजस्थान में बावरिया गैंग की बढ़ती सक्रियता को उजागर करती है, जो कई जिलों में चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा है। पुलिस ने अन्य संभावित सदस्यों की तलाश तेज कर दी है।