रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में अक्सर यादगार लम्हे देखने को मिलते हैं। ऐसा ही एक लम्हा पर्यटकों के सामने आया। इसमे्ं एक टाइगर सांड का शिकार करते हुए नजर आया। इसे देखकर यहां मौजूद लोगों की सांसें थमीं की थमीं रह गई। इन लोगों ने इस पूरे वाकया को अपने कैमरे में कैद कर लिया।
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दरअसल, कुंडेरा रेंज की भदलाव चौकी से कुंडला के भैरव जी के रास्ते में एक मवेशियों का झुंड घास खा रहा था। इसी दौरान झाड़ियों में टाइगर टी-2311 घात लगाकर बैठा था। मौका मिलते ही उसने सांड (बेल) पर हमला कर दिया और उसकी गर्दन को अपने जबड़ों के बीच में दबा लिया। सांड की गर्दन को जब जबड़े में जकड़ जाती है तब वह अपने को असहाय महसूस करता है और कुछ देर में जमीन पर गिर जाता है। इस दौरान सांड (बेल) करीब आधा मिनट तक खड़ा रहता है, लेकिन टाइगर उसे गिरा देता है। करीब डेढ़ मिनट बाद वो संभलकर उठ-खड़ा होता है। फिर करीब एक मिनट तक पैर झटक कर बाघ के चंगुल से छूटने की कोशिश करता है, लेकिन टाइगर की मजबूत पकड़ को छुड़ा नहीं पाता है। अंत में टाइगर उसे फिर गिरा देता है। कुछ ही देर में उसकी सांसें थमती हुई दिखती हैं।
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टाइगर को भगाने की हिम्मत नहीं झुंड
खास बात यह है कि पास में सांडों का एक झुंड खड़ा हुआ वीडियो में दिखाई देता है। यह झुंड यहां खड़े होकर भी टाइगर को भगाने की हिम्मत नहीं जुटा पाता है। वैसा ऐसा करना गौवंश की आदत के विपरीत है। बाघ टी-2311 रणथम्भौर का एक युवा मेल टाइगर है। जिसकी उम्र करीब 5 साल है। यह टाइगर पहली बार नवंबर 2021 में दिखा था। यह टाइग्रेस टी-63 और टाइगर टी-57 का बेटा है। बाघ टी-2311 के मां और बाप दोनों की पूर्व में मौत हो चुकी है।