सीकर जिले के प्रसिद्ध आस्था धाम जीण माता में चल रहे चैत्र नवरात्र के मेले को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह देखते ही बन रहा है। तेज गर्मी में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु देश भर के कोने-कोने से जीण माता पहुंचकर मां जीण भवानी के दर्शन कर रहे हैं। वहीं, ऐतिहासिक बत्तीसी संघ भी आज नीमकाथाना से जीण माता के लिए रवाना हुआ। सीकर जिले के नीमकाथाना के 32 गांवों को मिलाकर तंवरावाटी का ऐतिहासिक बत्तीसी संघ अलग-अलग गांवों से जीण भक्तों का जत्था मंगलवार को अपने-अपने गांवों में लगे पथवारी और जीण माता के मेले में शामिल होने के लिए पूजा अर्चना कर रवाना हो गए।
ये भी पढ़ें- करोड़ों के कीमती आभूषणों से सजी, कड़ी सुरक्षा के बीच निकलती है गणगौर की सवारी
तपती धूप, नंगे पांव, माथे पर जलती सिगड़ी, हाथों में निशान, मां जीण भवानी के जयकारों के साथ मन में गहरी आस्था लेकर सभी भक्त जीण धाम की और अपने कदम बढ़ाते हुए जगह-जगह नजर आए। बत्तीसी संघ पथवारी माता को धोक लगाकर और पूजा अर्चना कर वहां से संघ रवाना हुआ। क्षेत्र के पथवारी माता मंदिर में मेले का आयोजन भी हुआ। श्रद्धालु पथवारी माता के समक्ष धोक लगाकर संघ के साथ रवाना हुए। श्रद्धालुओं ने पथवारी माता के दर्शन कर मन्नत मांगी। इस दौरान भक्त सिर पर जलती हुई सिगड़ी लेकर माता के धाम से रवाना हुए। पदयात्रियों का जगह-जगह ग्रामीणों ने स्वागत किया। यह पदयात्रा छठ के दिन जीण माता पहुंचेगी। बत्तीसी संघ की तरफ से माता को चुनरी ओढ़ाने की रस्म अदा होगी।
ये भी पढ़ें- शाही लवाजमे के साथ निकली गणगौर की सवारी, प्रशासनिक अव्यवस्थाओं से श्रद्धालु परेशान
जीणमाता मेले में जाने के लिए श्रद्धालुओं ने डीजे के साथ हाथों मे लाल निशान लेकर और महिलाएं सिर पर जलती सिगड़ी लेकर माता के जयकारों के साथ जीणमाता मंदिर के लिए रवाना हो रहे हैं। गणेश्वर कस्बे में स्थित पथवारी माता का मेला बड़े ही धूमधाम से भरा। पथवारी माता के मंदिर में लोगों ने पूजा अर्चना कर खुशहाली की मन्नत मांगी। वही भक्तो की सेवा के लिए जगह जगह ठंडा पानी और सरबत पिलाया गया। संघ अलग-अलग गांवोa से जीण भक्तों का जत्था मंगलवार को अपने-अपने गांवो में लगे पथवारी व जीण माता के मेल में शामिल होकर पूजा अर्चना कर रवाना हो गए।