जिले में नशा मुक्ति को लेकर चलाए जा रहे जन जागरूकता अभियान के तहत पुलिस द्वारा आमजन को नशा नहीं करने की शपथ दिलाई गई। पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल ने बताया कि जोधपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार के निर्देशानुसार जिले के सभी थानों एवं चौकियों पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अभियान के तहत आमजन को नशे से होने वाले दुष्परिणामों स्वास्थ्य, परिवार और समाज पर पड़ने वाले प्रभावों की जानकारी दी गई। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि सरकार की ओर से नशामुक्ति के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन जनसहभागिता की कमी के कारण अपेक्षित परिणाम नहीं मिल पाए हैं। ऐसे में आमजन को इस मुहिम से जोड़ना अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि समाज के हर वर्ग को आगे आकर सक्रिय भूमिका निभानी होगी और दूसरों को भी नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करना होगा। पुलिस अधिकारियों ने उपस्थित लोगों से अपील की कि वे स्वयं नशा न करें और न ही किसी सामाजिक कार्यक्रम में अफीम या डोडा-पोस्त की मनुहार करें। साथ ही अपने मित्रों, परिवारजनों और समाज के अन्य लोगों को भी नशा त्यागने के लिए प्रेरित करें। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित लोगों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई गई, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया और अभियान को समर्थन दिया।
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विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जागरूकता
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 26 जून को 'नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय दिवस' के रूप में मनाया जाएगा। इस अवसर पर सिरोही की जिला कलेक्टर अल्पा चौधरी ने संबंधित अधिकारियों को 26 जून तक जिले भर में व्यापक जन-जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। इस अवधि में जिले में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें पोस्टर विमोचन, प्रचार सामग्री का वितरण, नुक्कड़ नाटक, रैलियां, वॉकाथन, मिनी मैराथन, बाइक/साइकिल रैली आदि शामिल हैं।
नशा मुक्ति अभियान के तहत कलेक्टर अल्पा चौधरी, पुलिस अधीक्षक अनिल बेनीवाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाशचंद्र अग्रवाल, एडीएम डॉ. दिनेश राय सापेला, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक राजेंद्र पुरोहित, सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी, और उपनिदेशक डीओआईटी वेणीगोपाल सहित अन्य अधिकारियों ने अभियान के पोस्टर का विमोचन किया। इसके बाद कलेक्टर कार्यालय में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों को नशा मुक्ति की शपथ भी दिलाई गई।