जिला मुख्यालय केलांग में शोभा यात्रा के साथ तीन दिवसीय जनजातीय उत्सव का आगाज हुआ। इसका शुभारंभ तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मारकंडा ने किया। इस दौरान सरस्वती मंदिर से लेकर पुलिस मैदान तक भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। कार्यक्रम में प्रशासनिक अमला, लद्दाख से आए कलाकारों और महिला मंडल के सदस्यों ने भाग लिया। इसके बाद पुलिस मैदान में महानाटी डाली गई। इसमें गरफी राग की धुन पर मंत्री समेत महिलाओं ने नाटी डाली। इसके बाद मंत्री ने प्रशासन और स्वयं सहायता समूहों की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। मंत्री ने कहा कि प्रदेश में मनाए जाने वाले मेले और त्योहार हमारी समृद्ध संस्कृति के प्रतीक हैं। इनके माध्यम से न केवल हमारी संस्कृति का संरक्षण होता है, बल्कि हमारे रीति-रिवाजों और परंपराओं को भी जानने और देखने का मौका मिलता है। उन्होंने कहा मेले के दौरान आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों से पहाड़ी संस्कृति विशेषकर जनजातीय संस्कृति की झलक देखने को मिलती है, जिसका लोग भरपूर आनंद उठाते हैं। उन्होंने शोभायात्रा में भाग लेने वाले प्रत्येक महिला मंडल को 10,000 रुपये जारी करने की भी घोषणा की। इस अवसर पर मेला कमेटी के अध्यक्ष और उपायुक्त लाहौल-स्पीति सुमित खिमटा, पुलिस अधीक्षक मानव वर्मा, उपंडलाधिकारी प्रिया नागटा, सहायक आयुक्त डॉ. रोहित शर्मा, टीएसी सदस्य नवांग उपासक, पुष्पा, बीडीसी अध्यक्ष सोनम, मंडलाध्यक्ष संजय यारपा समेत अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।