सिडनी का बॉन्डी बीच, जो आमतौर पर अपनी सुनहरी रेत और नीले पानी के लिए जाना जाता है। 14 दिसंबर यानी रविवार का दिन, और हवा में उत्सव का माहौल। खासकर, यहूदी त्योहार हनुक्का मनाने के लिए सैकड़ों लोग बॉन्डी बीच पर जमा हुए थे। परिवारों, दोस्तों और बच्चों के साथ, बीच पर जिंदगी अपनी सबसे खुशनुमा रफ्तार से दौड़ रही थी। किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि अगले ही पल यह स्वर्ग, आतंक के मैदान में बदल जाएगा।
दोपहर का वक्त रहा होगा, जब अचानक बीच की सामान्य हलचल एक भयानक गूंज से टूट गई। यह शोर किसी पटाखे का नहीं, बल्कि बंदूकों की गोलियों का था। काले कपड़ों में लिपटे, दो हथियारबंद लोग। उन्होंने किसी भी चेतावनी के बिना, बॉन्डी बीच के पास एक पुल के नजदीक अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं।
कई राउंड की ताबड़तोड़ फायरिंग ने पूरे इलाके को दहला दिया।
हर तरफ चीख-पुकार मच गई! जो लोग कुछ देर पहले तक धूप सेंक रहे थे या पानी में मस्ती कर रहे थे, वे अपनी जान बचाने के लिए बेतहाशा भागने लगे। बच्चों की रोने की आवाज़ें, दहशत में भागे लोगों के पैरों की धमक, और पृष्ठभूमि में गोलियों की गूंज - छुट्टियों का माहौल अब एक बुरे सपने जैसा लग रहा था। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में, लोग डर से इधर-उधर भागते और पृष्ठभूमि में गोलियों के साथ पुलिस सायरन की आवाज़ साफ़ सुनी गई।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस गोलीबारी में 10 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की आशंका है। बीच पर जुटे लोगों को निशाना बनाया गया था। हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने तुरंत आधिकारिक पुष्टि नहीं की, लेकिन बीच पर मची अफरा-तफरी, और घायलों को देखकर स्थिति की गंभीरता का अंदाज़ा लगाया जा सकता था।
जैसे ही गोलीबारी की सूचना न्यू साउथ वेल्स पुलिस तक पहुंची, कार्रवाई में ज़रा भी देर नहीं हुई। पुलिसकर्मियों की टीमें तुरंत बॉन्डी बीच के लिए रवाना हुईं। न्यू साउथ वेल्स पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' के माध्यम से तुरंत जनता को सूचित किया।
कुछ ही देर में पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया। इलाके को तुरंत सील कर दिया गया और जनता से अपील की गई कि वे घटनास्थल से दूर रहें। इस तीव्र कार्रवाई का परिणाम यह हुआ कि पुलिस ने जल्द ही दो संदिग्ध हमलावरों को हिरासत में ले लिया।
पुलिस ने अपनी ताज़ा पोस्ट में बताया कि दो लोगों को पकड़ा गया है, लेकिन पुलिस अभियान अभी भी जारी है। लोगों को लगातार सख्त निर्देश दिए जा रहे हैं कि वे पुलिस की बनाई गई घेराबंदी को पार न करें और सभी निर्देशों का पालन करें।
पुलिस ने यह भी साफ किया कि डोवर हाइट्स जैसे आसपास के इलाकों में किसी और घटना की कोई सूचना नहीं है, और लोगों से अपील की गई है कि वे किसी भी तरह की अफवाहें न फैलाएं।
घटना के बाद, एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया की सुरक्षित मानी जाने वाली धरती पर सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। हिरासत में लिए गए हमलावरों से पूछताछ जारी है, और पुलिस जल्द ही इस जघन्य वारदात के पीछे का मकसद और पूरा सच सामने लाने का प्रयास कर रही है।