खुशखबर: गोरखपुर में खुलेगा प्रदेश का पहला आयुष विश्वविद्यालय, जानिए क्या है खास
- शहर से सटे मलमलिया गांव में 24.29 हेक्टेअर में बनेगा विश्वविद्यालय
- ट्विटर के जरिए सीएम कार्यालय ने की भूमि आवंटित होने की घोषणा
विस्तार
पखवारे भर पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद डीएम के. विजयेंद्र पांडियन को आयुष विश्विद्यालय के लिए भूमि तलाश कर रिपोर्ट भेजने को कहा था। इसके बाद हरकत में आए प्रशास ने भूमि की तलाश शुरू की। सदर तहसील में मुफीद जमीन नहीं मिलने पर चौरीचौरा तहसील क्षेत्र का रुख किया गया। शहर से सटे मलमलिया गांव में जाकर थमी।
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने जनपद गोरखपुर के ग्राम मलमलिया, तहसील चौरीचौरा में प्रदेश का पहला आयुष विश्वविद्यालय स्थापित करने के आदेश दिए हैं।
इस क्रम में 24.29 हेक्टेयर भूमि आयुष विश्विविद्यालय के नाम कर दी गई है। @spgoyal @sanjaychapps1 @74_alok— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) February 10, 2020
प्रशासन ने वहां सीलिंग की जमीन चिह्नित कर मुख्यमंत्री को बताया तो उन्होंने भी अपनी रजामंदी दे दी। सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय के ट्विटर पर इसकी घोषणा भी हो गई कि गोरखपुर के चौरीचौरा तहसील के मलमलिया गांव में प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय को स्थापित करने के आदेश दिए गए हैं। इसी क्रम में 24.29 हेक्टेअर भूमि आयुष विश्विद्यालय के नाम कर दी गई है।
पढ़ाई के साथ ही इलाज भी, संबद्धता दी जाएगी
कनेक्टिविटी के लिहाज से भी भूमि मुफीद
कनेक्टिविटी के लिहाज से भी चौरीचौरा तहसील के मलमलिया गांव की जमीन आयुष विश्वविद्यालय के लिए पूरी तरह मुफीद है। फोरलेन से सटा होने के साथ ही वहां से एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन तक पहुंचना आसान होगा।