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UP: नाबालिग लड़कियों का निकाह... नियमों को दरकिनार, ब्रिटिश मौलाना के घर में संचालित था अवैध गर्ल्स हॉस्टल
अमर उजाला नेटवर्क, संतकबीरनगर
Published by: शाहरुख खान
Updated Thu, 27 Nov 2025 03:01 PM IST
सार
ब्रिटिश मौलाना के घर में अवैध गर्ल्स हॉस्टल संचालित था। नियमों को दरकिनार करके मदरसे के साथ हॉस्टल चलाता था। मेरठ और नोएडा जिले तक की लड़कियां हॉस्टल में रहतीं थीं।
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मौलाना शमशुल हुदा खान की फाइल फोटो
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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विस्तार
ब्रिटिश मौलाना शमसुल हुदा खान मदरसे के साथ ही नियमों को दरकिनार करते हुए गर्ल्स हॉस्टल भी चलाता था। कुछ लोगों ने इसकी शिकायत भी की लेकिन जिम्मेदारों ने इस पर ध्यान नहीं दिया।
बताया जाता है कि गर्ल्स हॉस्टल में अधिकतर दूसरे जिलों और दूरदराज से आकर मदरसे में तालीम ले रही लड़कियों को रखा जाता था। मौलाना पर ब्रिटेन में नाबालिग लड़कियों का निकाह कराने के आरोप भी लगे थे ऐसे में मुमकिन है कि हॉस्टल की जांच होती तो कुछ बड़े मामले खुल सकते थे।
गोश्त मंडी रोड पर संचालित मदरसा कुल्लियातुल बनातिर रजविया में 336 छात्राओं को पंजीकरण है। इनमें कुछ स्थानीय छात्राओं के साथ ही नोएडा, गाजियाबाद और मेरठ तक की तमाम छात्राएं तालीम ले रहीं थीं।
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बताया जाता है कि गर्ल्स हॉस्टल में अधिकतर दूसरे जिलों और दूरदराज से आकर मदरसे में तालीम ले रही लड़कियों को रखा जाता था। मौलाना पर ब्रिटेन में नाबालिग लड़कियों का निकाह कराने के आरोप भी लगे थे ऐसे में मुमकिन है कि हॉस्टल की जांच होती तो कुछ बड़े मामले खुल सकते थे।
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गोश्त मंडी रोड पर संचालित मदरसा कुल्लियातुल बनातिर रजविया में 336 छात्राओं को पंजीकरण है। इनमें कुछ स्थानीय छात्राओं के साथ ही नोएडा, गाजियाबाद और मेरठ तक की तमाम छात्राएं तालीम ले रहीं थीं।
बाहरी छात्राओं के लिए बिना विभाग में पंजीकरण कराए हॉस्टल की भी व्यवस्था की गई थी। दोबारा मदरसा सील होने से पूर्व ही शिकायतकर्ता अब्दुल हकीम खान ने प्रबंध तंत्र पर बिना स्थानीय प्रशासन अथवा प्राधिकरण की स्वीकृति के नाबालिग लड़कियों का हॉस्टल संचालित किए जाने की शिकायत की थी।
यह हॉस्टल मोतीनगर स्थिति मकान में संचालित किया जा रहा था। अब्दुल हकीम के मुताबिक हॉस्टल में लड़कियों की सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी।
मदरसा परिसर में हाॅस्टल संचालन का कोई प्रमाण नहीं
अवैध रूप से हॉस्टल संचालित किए जाने की शिकायत पर जब अधिकारी जांच के लिए पहुंचे तो मदरसा परिसर में ही हॉस्टल तलाशते रहे जबकि हॉस्टल वहां से दूर मोतीनगर में मौलाना के घर में संचालित हो रहा था। मदरसा परिसर में हाॅस्टल संचालन का कोई प्रमाण नहीं मिला। बाद में मदरसा सील होने पर छात्राओं के अभिभावक आए और हाॅस्टल से बच्चियों को ले गए।
अवैध रूप से हॉस्टल संचालित किए जाने की शिकायत पर जब अधिकारी जांच के लिए पहुंचे तो मदरसा परिसर में ही हॉस्टल तलाशते रहे जबकि हॉस्टल वहां से दूर मोतीनगर में मौलाना के घर में संचालित हो रहा था। मदरसा परिसर में हाॅस्टल संचालन का कोई प्रमाण नहीं मिला। बाद में मदरसा सील होने पर छात्राओं के अभिभावक आए और हाॅस्टल से बच्चियों को ले गए।
नाबालिग लड़कियों का निकाह कराने के लगे थे आरोप
जानकारी के मुताबिक मौलाना शमसुल हुदा खान पर ब्रिटेन में वर्ष-2014 में नाबालिग लड़कियों का जबरन निकाह कराने का मामला स्टिंग ऑपरेशन के जरिये उजागर हुआ था। यह मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मीडिया की सुर्खियों में आया था। इस पर एक डाक्यूमेंट्री भी बनी है। कट्टरपंथी विचारधारा को बढ़ावा देने वाले मौलाना की तकरीरें सोशल मीडिया पर अभी भी हैं।
जानकारी के मुताबिक मौलाना शमसुल हुदा खान पर ब्रिटेन में वर्ष-2014 में नाबालिग लड़कियों का जबरन निकाह कराने का मामला स्टिंग ऑपरेशन के जरिये उजागर हुआ था। यह मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मीडिया की सुर्खियों में आया था। इस पर एक डाक्यूमेंट्री भी बनी है। कट्टरपंथी विचारधारा को बढ़ावा देने वाले मौलाना की तकरीरें सोशल मीडिया पर अभी भी हैं।
मदरसे के पंजीकरण के दौरान हॉस्टल का उल्लेख नहीं
अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी प्रवीन कुमार मिश्र ने बताया कि मदरसे के पंजीकरण के दौरान हाॅस्टल का कोई उल्लेख नहीं किया गया है। हाॅस्टल संचालन के लिए विभाग से अनुमति लेना अनिवार्य है। बिना अनुमति के यदि हॉस्टल चलाया जा रहा था तो उसकी जांच की जाएगी। जांच में सत्यता मिलने पर आगे की कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों से सिफारिश की जाएगी।
अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी प्रवीन कुमार मिश्र ने बताया कि मदरसे के पंजीकरण के दौरान हाॅस्टल का कोई उल्लेख नहीं किया गया है। हाॅस्टल संचालन के लिए विभाग से अनुमति लेना अनिवार्य है। बिना अनुमति के यदि हॉस्टल चलाया जा रहा था तो उसकी जांच की जाएगी। जांच में सत्यता मिलने पर आगे की कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों से सिफारिश की जाएगी।