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नया संसद भवन बनने से ज्यादा जरूरी लोकतांत्रिक परंपराओं को निभाना: अखिलेश

Gorakhpur Bureau गोरखपुर ब्यूरो
Updated Sun, 28 May 2023 01:43 AM IST
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Maintaining democratic traditions more important than building a new parliament building: Akhilesh
गोरखपुर पहुंचे अखिलेश यादव ने पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी और पूर्व विधायक के पति रामलखन को दी श
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गोरखपुर पहुंचे अखिलेश यादव ने पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी और पूर्व विधायक के पति रामलखन को दी श्रद्धांजलि
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बोले - जनता से झूठ को छिपाने के लिए नए-नए इवेंट कराती रहती है भाजपा
गोरखपुर में न सड़कें बनी न नाले, बारिश में होता है जलभराव, कागजों में दौड़ रही मेट्रो
अमर उजाला ब्यूरो

गोरखपुर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि नया संसद भवन बनने से ज्यादा जरूरी है कि लोकतांत्रिक परंपराओं को निभाया जाए। जो विपक्ष का सम्मान नहीं करते, उनके समारोह में भला कोई कैसे जाए। संसद भवन के उद्घाटन से जनता को कोई खुशी नहीं होगी। भाजपा जनता से अपने झूठ को छिपाने के लिए नए-नए इवेंट (आयोजन) करती रहती है। पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और उनके कुछ नेता लोकतांत्रिक परंपराओं और संस्कारों से बाहर जाकर बयान दे रहे हैं। यह स्वस्थ परंपरा का रुप नहीं है। वे नफरत की राजनीति कर रहे हैं।
अखिलेश शनिवार को पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी और पूर्व विधायक शारदा देवी के पति रामलखन को श्रद्धांजलि देने गोरखपुर आए थे। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि अधिकारियों और पुलिस को लगाकर प्रदेश सरकार और बीजेपी के लोगों ने अपने लोगों को नगर निकाय चुनाव में
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जिताया। जनता आने वाले चुनाव में इन्हें सबक सिखाएगी। उन्होंने कहा कि गोरखपुर की जनता सब देख रही है। भाजपा नेताओं ने जो भी वादे चुनाव में किए, वह आज तक पूरे नहीं हुए। न कूड़ा साफ हुआ न नाले बने। सड़कें टूटी हुई हैं। बारिश में जलभराव से लोग आज भी जूझ रहे हैं। चार-पांच साल से मेट्रो कागजों पर दौड़ रही है।
अखिलेश शनिवार की सुबह एयरपोर्ट से निकलकर पहले पूर्व विधायक शारदा देवी के मालवीय नगर स्थित आवास पहुंचे। वहां उन्होंने उनके पति रामलखन के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और शोक संतप्त परिवार को ढाढ़स बंधाया। वहां से निकलकर वह हेलीकाप्टर से पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी के गांव टांड़ा पहुंचे और वहां उनके पिता पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी को श्रद्धांजलि दी।

आजम खान को फंसा रही सरकार
अखिलेश ने कहा कि सरकार और अधिकारी मिलकर आजम खान को फंसा रहे हैं। वहीं, रालोद से गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनका जो गठबंधन है, वह आगे भी वह कायम रहेगा। यूपी की 80 में से 80 लोक सभा सीटें हराने का संकल्प समाजवादी पार्टी पूरा करेगी। अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री और बाहुबली नेता पंडित हरिशंकर तिवारी के बारे में कहा कि उन्होंने देश की आजादी के बाद राजनीति में नए तरह के परिवर्तन और संघर्ष को सामने लाया था. हर लोगों के दुख सुख में खड़े रहने वाले वह नेता थे. न्याय के लिए लड़ने वाले नेता थे. उन्होंने अपनी जो छवि बनाई उसकें लिए उन्हें 40 - 50 साल का समय लगा।

जन-जन के नेता रहे हरिशंकर तिवारी: अखिलेश
बड़हलगंज। टाड़ा में स्व. हरिशंकर तिवारी को श्रद्धांजलि देने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, दिवंगत हरिशंकर तिवारी जन- जन के नेता रहे हैं। उस समय लोग संघर्ष करके राजनीति करते थे। आजादी के बाद जो नए तरीके की राजनीति शुरू हुई, जहां जनता को लेकर संघर्ष करना, उसके साथ चलने और न्याय के लिए खड़ा रहा जाता था, हरिशंकर तिवारी उस पीढ़ी के नेता रहे हैं। वे कई बार मंत्री रहे। कई पार्टियों के साथ उन्होंने काम किया है। उनकी एक अपनी छवि रही है। उस छवि को बनाने के लिए उन्हें कई दशकों से संघर्ष करना पड़ा। वह उत्तर प्रदेश की राजनीति के धुरी थे। उनका निधन पूर्वांचल ही नहीं बल्कि समूचे उत्तर प्रदेश की राजनीति की क्षति है। स्व. तिवारी यूपी के सर्वाधिक प्रभावशाली ब्राह्मण नेतृत्वकर्ता रहे, जिनके रिक्त स्थान की भरपाई कर पाना असंभव है। उन्होंने पूर्व मंत्री के बेटे और सपा के राष्ट्रीय सचिव विनय शंकर तिवारी और बड़े बेटे पूर्व सांसद कुशल तिवारी व पूर्व सभापति गणेश शंकर पांडेय से मुलाकात कर अपनी संवदेनाएं व्यक्त की। करीब 50 मिनट रहने के बाद अखिलेश, बड़हलगंज के लिए रवाना हो गए। जहां उन्होंने एक रामरती हॉस्पिटल का उद्घाटन किया। हिमांचल प्रदेश के राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ला, राज्यसभा सांसद रमापति राम त्रिपाठी, पूर्व सभापति गणेश शंकर पांडेय, सांसद बांसगांव कमलेश पासवान, पूर्व विधायक रूद्रपुर अनुग्रह नारायण उर्फ खोखा सिंह सहित विभिन्न राजनीतिक दल के नेता भी स्व. हरिशंकर तिवारी को श्रद्धांजलि देने टाड़ा पहुंचे ।
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