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पोर्टल बंद होने से पंजीकरण और नवीनीकरण से मजदूर वंचित : संजीव सिंह
संवाद न्यूज एजेंसी, रोहतक
Updated Sun, 21 Dec 2025 10:41 PM IST
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9.. सीटू ने भारत भूषण बतरा को ज्ञापन सोंपा। स्रोत: सीटू
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रोहतक। सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों और भवन निर्माण मजदूरों के कल्याण लाभ रोकने के खिलाफ संयुक्त निर्माण मजदूर मोर्चा हरियाणा और भवन निर्माण कामगार यूनियन सीटू ने रविवार को विधायक भारत भूषण बतरा को ज्ञापन सौंपकर विधानसभा में मुद्दा उठाने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद और रोहतक ब्लॉक उपप्रधान संजीव सिंह ने किया। ब्लॉक सचिव किशोर, कोषाध्यक्ष रवि, सहसचिव मनोज और कपिल भी उपस्थित रहे।
संजीव सिंह ने बताया कि पोर्टल बंद होने से लाखों मजदूर पंजीकरण और नवीनीकरण से वंचित हैं। पेंशन, प्रसूति सहायता, स्कॉलरशिप, कन्यादान व मृत्यु सहायता जैसी कल्याण योजनाएं ठप हैं। उन्होंने बताया कि भवन निर्माण कल्याण कोष में करोड़ों रुपये जमा होने के बावजूद मजदूरों को राहत नहीं मिल रही। यूनियन ने आरोप लगाया कि बोर्ड में भ्रष्टाचार चरम पर है। फर्जी पंजीकरण कर लाभ उठाने वालों पर कार्रवाई करने के बजाय असली मजदूरों के हक छीने जा रहे हैं। 14 दिसंबर को मुख्यमंत्री आवास कुरुक्षेत्र पर हजारों मजदूर प्रदर्शन कर चुके हैं पर सरकार चुप है।
यूनियन ने मांग की कि पोर्टल चालू किया जाए, यूनियनों को 90 दिन का सत्यापन अधिकार मिले, बोर्ड में भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच हो, सभी कल्याण योजनाओं का लाभ पारदर्शी रूप से दिए जाएं। बोर्ड में मजदूर संगठनों को शामिल किया जाए, जी-राम जी कानून वापस लेकर 200 दिन काम व 800 रुपए मजदूरी सुनिश्चित की जाए। फैमिली आईडी शर्त हटाकर प्रवासी मजदूरों का पंजीकरण किया जाए। विधायक भारत भूषण बतरा ने भरोसा दिया कि मुद्दे को विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मजबूती से उठाया जाएगा।
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संजीव सिंह ने बताया कि पोर्टल बंद होने से लाखों मजदूर पंजीकरण और नवीनीकरण से वंचित हैं। पेंशन, प्रसूति सहायता, स्कॉलरशिप, कन्यादान व मृत्यु सहायता जैसी कल्याण योजनाएं ठप हैं। उन्होंने बताया कि भवन निर्माण कल्याण कोष में करोड़ों रुपये जमा होने के बावजूद मजदूरों को राहत नहीं मिल रही। यूनियन ने आरोप लगाया कि बोर्ड में भ्रष्टाचार चरम पर है। फर्जी पंजीकरण कर लाभ उठाने वालों पर कार्रवाई करने के बजाय असली मजदूरों के हक छीने जा रहे हैं। 14 दिसंबर को मुख्यमंत्री आवास कुरुक्षेत्र पर हजारों मजदूर प्रदर्शन कर चुके हैं पर सरकार चुप है।
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यूनियन ने मांग की कि पोर्टल चालू किया जाए, यूनियनों को 90 दिन का सत्यापन अधिकार मिले, बोर्ड में भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच हो, सभी कल्याण योजनाओं का लाभ पारदर्शी रूप से दिए जाएं। बोर्ड में मजदूर संगठनों को शामिल किया जाए, जी-राम जी कानून वापस लेकर 200 दिन काम व 800 रुपए मजदूरी सुनिश्चित की जाए। फैमिली आईडी शर्त हटाकर प्रवासी मजदूरों का पंजीकरण किया जाए। विधायक भारत भूषण बतरा ने भरोसा दिया कि मुद्दे को विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मजबूती से उठाया जाएगा।