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Yamuna Nagar News: कर्मचारियों ने हेलमेट नहीं लगाया तो कटेगा चालान
संवाद न्यूज एजेंसी, यमुना नगर
Updated Sat, 20 Dec 2025 01:34 AM IST
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जिला सचिवालय में सड़क सुरक्षा की बैठक लेतीं डीसी प्रीति। डीआईपीआरओ
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संवाद न्यूज एजेंसी
यमुनानगर। जिला सचिवालय में 27 अगस्त के बाद शुक्रवार को सड़क सुरक्षा हुई। डीसी प्रीति ने बैठक में सख्त कदम उठाते हुए दोपहिया वाहनों पर कार्यालय आने वाले सरकारी कर्मचारियों के हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया। साथ ही चेताया कि हेलमेट पहनकर नहीं वाले कर्मचारियों का चालान किया जाएगा।
उन्होंने अपने कार्यालय से इस बारे में आदेश निकालने को भी कहा ताकि सभी को सूचना मिल जाए। इसके लिए उन्होंने स्टाफ की ड्यूटी भी लगाई कि जो कर्मचारी बिना हेलमेट बाइक पर आएगा उसका नाम नोट कर सीटीएम कार्यालय में दिया जाएगा। उस कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। फिर भी कोई कर्मचारी नहीं मानता तो उसका चालान किया जाएगा।
डीसी ने हर बात पर देख लेंगे का जवाब दे रहे पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन को तो कहा कि यदि एक सप्ताह में काम नहीं किया तो नाम के साथ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। इसी तरह नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के टेक्निकल मैनेजर से लेकर पुलिस विभाग के अधिकारी भी अपने सवालों में फंसते नजर आए।
बैठक में एनएचएआई ने एनएच-344 पर नौ में से आठ ब्लैक स्पॉट खत्म करने का दावा किया। सहारनपुर-रादौर रोड पर शहर के विश्वकर्मा चौक पर सड़क हादसों में कई लोगों की जान जा चुकी है।
इस चौक पर कई कमियां हैं जिन्हें दूर करने की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी की है। विभाग की तरफ से यहां पर कोई काम नहीं हुआ। इस चौक पर काम क्यों नहीं हुआ इसके बारे में डीसी ने पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन अनिल कांबोज से जवाब मांगा। एक्सईएन ने कहा कि यहां क्या काम होना है वह इसे देख लेंगे। इसी बीच जिला परिवहन अधिकारी हैरतजीत कौर ने कहा कि आप कब तक देखते रहेंगे। यह बहुत ही सेंसेटिव प्वाइंट है।
दो साल से तो मैं इस बैठक में देख रही हूं कि यहां कोई काम नहीं हुआ। जिस पर डीसी प्रीति ने एक्सईएन से कहा कि यदि इस चौक पर एक सप्ताह में कोई काम नहीं हुआ तो ट्रैफिक एसएचओ कुशलपाल राणा मुझे इसकी जानकारी देंगे। एक्सईएन पर नाम सहित एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। बैठक में चर्चा के दौरान सहारनपुर-पंचकूला नेशनल हाईवे-344 पर स्थित कैल प्वाइंट से एक रास्ता जगाधरी शहर में आता है। अगस्त में हुई बैठक में यह तय हुआ था कि इस चौक पर एक हाई मस्ट टावर लाइट लगवाई जाएगी। डीसी ने एनएचएआई के टेक्निकल मैनेजर रिषभ गोयल से पूछा कि लाइट कब तक लगेगी।
मैनेजर ने कहा कि कैल में दूसरे हाईवे का निर्माण चल रहा है इसलिए वह फिजिब्लिटी देख लेंगे कि यहां पर लाइट लग सकती है या नहीं। बस फिर क्या था। डीसी ने पूछ लिया कि फिजिब्लिटी देखने में कितना समय लगता है। कितने और दिन यह देखने में लगेंगे। मैं यहां पर अपने जिले के लोगों को मरने के लिए नहीं छोड़ सकती। तभी मैनेजर कहने लगे कि लाइट का टेंडर हो चुका है, लेकिन वर्क ऑर्डर नहीं हुआ। इसमें 30 से 35 दिन और लग जाएंगे। डीसी ने वर्क ऑर्डर नहीं करने पर भी एतराज जताया।
छोटे एस्टीमेट बनाकर कराएं काम
पिछली बैठक में कुछ प्वाइंट व्यासपुर, छछरौली, जगाधरी व रादौर के एसडीएम ने भी बताए थे। जिनमें से कुछ पर तो काम हो गया, लेकिन कई पर नहीं हुआ। महाराणा प्रताप चौक से लेकर विश्वकर्मा चौक के बीच होने वाले हादसों का मुद्दा भी जोर से उठा। पीडब्ल्यूडी एक्सईएन ने कहा कि यहां अंडरपास बनाने के लिए एस्टीमेट बनाकर मुख्यालय भेजा है। वहां से मंजूरी मिलते ही इसे ठीक करवा दिया जाए। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों से कहा कि वह छोटे एस्टीमेट बनाकर काम करवाएं ताकि जल्दी काम हो सके।
अस्पतालों और बैंकों को जारी होंगे नोटिस
जगाधरी के महाराजा अग्रसेन चौक से लेकर स्टेशन रोड पर प्यारा चौक तक दोनों तरफ काफी अस्पताल व बैंक हैं। किसी के पास भी अपनी पार्किंग नहीं है। लोग वाहनों को सड़क पर ही खड़ा करते हैं। इससे सड़क पर जाम लग जाता है। इस पर डीसी ने कहा कि जब अस्पताल एनओसी लेते हैं तो वह लिखकर देते हैं कि उनके पास पार्किंग की व्यवस्था है. जिसके पास पार्किंग की जगह नहीं है, उन सभी को नोटिस जारी किया जाए। उन्होंने निगम से किसी के नहीं आने पर भी नोटिस जारी किया।
कमी मिलने पर स्कूल वाहन किए जाएंगे जब्त
संवाद न्यूज एजेंसी
यमुनानगर। डीसी प्रीति ने स्कूल बसों की जांच के लिए शुक्रवार को जिला सचिवालय में आयोजित रोड सेफ्टी की बैठक में निर्देश दिए। डीसी ने यह यह भी कहा कि स्कूल चाहे छोटा हो या फिर बड़ा, सभी पर एक समान कार्रवाई होगी। यदि बस को छोड़ने के लिए कोई दबाव बनाता है तो भी नहीं छोड़नी है। यहां तक की मेरा भी फोन आता है तब भी किसी को नहीं छोड़ना है।
उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों की बसों में यदि कमी है तो उन पर अगले एक-दो दिन में बड़ी कार्रवाई होगी। इसके लिए विभिन्न विभागों की एक संयुक्त टीम बनाई गई है, जो सभी स्कूलों में जाकर बसों की जांच करेगी। इस दौरान जिन बसों में बड़ी खामियां मिलेंगी उन्हें जब्त किया जाएगा। वहीं छोटी-मोटी खामियों को दूर करने के लिए एक-दो दिन की मोहलत मिल सकती है।
जिला में निजी स्कूलों की संख्या 350 से ज्यादा है। इन स्कूलों के पास करीब 980 बसें हैं। गत माह आरटीए स्टाफ ने जांच के बाद 25 स्कूल बसों के चालान करके 2,78,200 रुपये का जुर्माना किया था। इसी तरह ट्रैफिक पुलिस ने 55 स्कूल बसों का चालान करके 29,000 रुपये का जुर्माना किया था।
डीसी ने कहा है कि किसी भी बस की जांच सड़क पर नहीं की जाएगी। बसों की जांच स्कूल में जाकर ही की जाएगी। क्योंकि जल्द ही बच्चों की परीक्षा होनी वाली है। किसी बच्चे की पढ़ाई प्रभावित नहीं होनी चाहिए। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस, आरटीए, शिक्षा विभाग की संयुक्त टीम जांच के लिए बनाई जाएगी।
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यमुनानगर। जिला सचिवालय में 27 अगस्त के बाद शुक्रवार को सड़क सुरक्षा हुई। डीसी प्रीति ने बैठक में सख्त कदम उठाते हुए दोपहिया वाहनों पर कार्यालय आने वाले सरकारी कर्मचारियों के हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया। साथ ही चेताया कि हेलमेट पहनकर नहीं वाले कर्मचारियों का चालान किया जाएगा।
उन्होंने अपने कार्यालय से इस बारे में आदेश निकालने को भी कहा ताकि सभी को सूचना मिल जाए। इसके लिए उन्होंने स्टाफ की ड्यूटी भी लगाई कि जो कर्मचारी बिना हेलमेट बाइक पर आएगा उसका नाम नोट कर सीटीएम कार्यालय में दिया जाएगा। उस कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। फिर भी कोई कर्मचारी नहीं मानता तो उसका चालान किया जाएगा।
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डीसी ने हर बात पर देख लेंगे का जवाब दे रहे पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन को तो कहा कि यदि एक सप्ताह में काम नहीं किया तो नाम के साथ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। इसी तरह नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के टेक्निकल मैनेजर से लेकर पुलिस विभाग के अधिकारी भी अपने सवालों में फंसते नजर आए।
बैठक में एनएचएआई ने एनएच-344 पर नौ में से आठ ब्लैक स्पॉट खत्म करने का दावा किया। सहारनपुर-रादौर रोड पर शहर के विश्वकर्मा चौक पर सड़क हादसों में कई लोगों की जान जा चुकी है।
इस चौक पर कई कमियां हैं जिन्हें दूर करने की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी की है। विभाग की तरफ से यहां पर कोई काम नहीं हुआ। इस चौक पर काम क्यों नहीं हुआ इसके बारे में डीसी ने पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन अनिल कांबोज से जवाब मांगा। एक्सईएन ने कहा कि यहां क्या काम होना है वह इसे देख लेंगे। इसी बीच जिला परिवहन अधिकारी हैरतजीत कौर ने कहा कि आप कब तक देखते रहेंगे। यह बहुत ही सेंसेटिव प्वाइंट है।
दो साल से तो मैं इस बैठक में देख रही हूं कि यहां कोई काम नहीं हुआ। जिस पर डीसी प्रीति ने एक्सईएन से कहा कि यदि इस चौक पर एक सप्ताह में कोई काम नहीं हुआ तो ट्रैफिक एसएचओ कुशलपाल राणा मुझे इसकी जानकारी देंगे। एक्सईएन पर नाम सहित एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। बैठक में चर्चा के दौरान सहारनपुर-पंचकूला नेशनल हाईवे-344 पर स्थित कैल प्वाइंट से एक रास्ता जगाधरी शहर में आता है। अगस्त में हुई बैठक में यह तय हुआ था कि इस चौक पर एक हाई मस्ट टावर लाइट लगवाई जाएगी। डीसी ने एनएचएआई के टेक्निकल मैनेजर रिषभ गोयल से पूछा कि लाइट कब तक लगेगी।
मैनेजर ने कहा कि कैल में दूसरे हाईवे का निर्माण चल रहा है इसलिए वह फिजिब्लिटी देख लेंगे कि यहां पर लाइट लग सकती है या नहीं। बस फिर क्या था। डीसी ने पूछ लिया कि फिजिब्लिटी देखने में कितना समय लगता है। कितने और दिन यह देखने में लगेंगे। मैं यहां पर अपने जिले के लोगों को मरने के लिए नहीं छोड़ सकती। तभी मैनेजर कहने लगे कि लाइट का टेंडर हो चुका है, लेकिन वर्क ऑर्डर नहीं हुआ। इसमें 30 से 35 दिन और लग जाएंगे। डीसी ने वर्क ऑर्डर नहीं करने पर भी एतराज जताया।
छोटे एस्टीमेट बनाकर कराएं काम
पिछली बैठक में कुछ प्वाइंट व्यासपुर, छछरौली, जगाधरी व रादौर के एसडीएम ने भी बताए थे। जिनमें से कुछ पर तो काम हो गया, लेकिन कई पर नहीं हुआ। महाराणा प्रताप चौक से लेकर विश्वकर्मा चौक के बीच होने वाले हादसों का मुद्दा भी जोर से उठा। पीडब्ल्यूडी एक्सईएन ने कहा कि यहां अंडरपास बनाने के लिए एस्टीमेट बनाकर मुख्यालय भेजा है। वहां से मंजूरी मिलते ही इसे ठीक करवा दिया जाए। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों से कहा कि वह छोटे एस्टीमेट बनाकर काम करवाएं ताकि जल्दी काम हो सके।
अस्पतालों और बैंकों को जारी होंगे नोटिस
जगाधरी के महाराजा अग्रसेन चौक से लेकर स्टेशन रोड पर प्यारा चौक तक दोनों तरफ काफी अस्पताल व बैंक हैं। किसी के पास भी अपनी पार्किंग नहीं है। लोग वाहनों को सड़क पर ही खड़ा करते हैं। इससे सड़क पर जाम लग जाता है। इस पर डीसी ने कहा कि जब अस्पताल एनओसी लेते हैं तो वह लिखकर देते हैं कि उनके पास पार्किंग की व्यवस्था है. जिसके पास पार्किंग की जगह नहीं है, उन सभी को नोटिस जारी किया जाए। उन्होंने निगम से किसी के नहीं आने पर भी नोटिस जारी किया।
कमी मिलने पर स्कूल वाहन किए जाएंगे जब्त
संवाद न्यूज एजेंसी
यमुनानगर। डीसी प्रीति ने स्कूल बसों की जांच के लिए शुक्रवार को जिला सचिवालय में आयोजित रोड सेफ्टी की बैठक में निर्देश दिए। डीसी ने यह यह भी कहा कि स्कूल चाहे छोटा हो या फिर बड़ा, सभी पर एक समान कार्रवाई होगी। यदि बस को छोड़ने के लिए कोई दबाव बनाता है तो भी नहीं छोड़नी है। यहां तक की मेरा भी फोन आता है तब भी किसी को नहीं छोड़ना है।
उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों की बसों में यदि कमी है तो उन पर अगले एक-दो दिन में बड़ी कार्रवाई होगी। इसके लिए विभिन्न विभागों की एक संयुक्त टीम बनाई गई है, जो सभी स्कूलों में जाकर बसों की जांच करेगी। इस दौरान जिन बसों में बड़ी खामियां मिलेंगी उन्हें जब्त किया जाएगा। वहीं छोटी-मोटी खामियों को दूर करने के लिए एक-दो दिन की मोहलत मिल सकती है।
जिला में निजी स्कूलों की संख्या 350 से ज्यादा है। इन स्कूलों के पास करीब 980 बसें हैं। गत माह आरटीए स्टाफ ने जांच के बाद 25 स्कूल बसों के चालान करके 2,78,200 रुपये का जुर्माना किया था। इसी तरह ट्रैफिक पुलिस ने 55 स्कूल बसों का चालान करके 29,000 रुपये का जुर्माना किया था।
डीसी ने कहा है कि किसी भी बस की जांच सड़क पर नहीं की जाएगी। बसों की जांच स्कूल में जाकर ही की जाएगी। क्योंकि जल्द ही बच्चों की परीक्षा होनी वाली है। किसी बच्चे की पढ़ाई प्रभावित नहीं होनी चाहिए। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस, आरटीए, शिक्षा विभाग की संयुक्त टीम जांच के लिए बनाई जाएगी।

जिला सचिवालय में सड़क सुरक्षा की बैठक लेतीं डीसी प्रीति। डीआईपीआरओ