डेंगू मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी है। डेंगू बुखार को ब्रेकबोन बुखार भी कहा जाता है। डेंगू की बीमारी किसी को भी हो सकती है। आमतौर पर डेंगू की बीमारी का खतरा मानसून के महीने में अधिक रहता है। देश-दुनिया में हर साल हजारों लोग इस बीमारी से प्रभावित होते हैं। डेंगू के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए अमर उजाला ने डॉ रमानी रंजन, नॉनटोलॉजिस्ट एंड पेडिएट्रिसियन कंसल्टेंट से बातचीत की। आइए जानते हैं डॅाक्टर रमानी क्या कहते हैं डेंगू के बारे में...
मच्छर के काटने से हो सकते हैं डेंगू के शिकार, विशेषज्ञ से जानें इसके लक्षण, कारण और उपचार
डेंगू बुखार
- डेंगू बुखार को ब्रेकबोन बुखार भी कहा जाता है। यह एक गंभीर फ्लू जैसी बीमारी होती है। इस बीमारी से सभी उम्र के लोग प्रभावित होते हैं। डेंगू बुखार में हाई फीवर हो सकता है और नाक और मसूड़ों से खून निकलना, लीवर वृद्धि और सर्कुलेटरी सिस्टम (संचार प्रणाली) भी फेल हो सकती है।
मेडिकल सुपरविजन
- डॅाक्टर रमानी कहते हैं कि इस बीमारी के दौरान मेडिकल सुपरविजन (चिकित्सकीय देखरेख) में रहना बहुत महत्वपूर्ण होता है। अगर प्लेटलेट काउंट बहुत कम हो जाता है, तो इससे इंटरनल ब्लीडिंग (आंतरिक रक्तस्राव) की संभावना भी बढ़ सकती है, और इसलिए प्लेटलेट ट्रांसमिशन महत्वपूर्ण हो जाता है।
हाई फीवर, सर्दी और खांसी के अलावा, इस वायरल इन्फेक्शन के और भी लक्षण होते हैं:
• मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
• शरीर में चकत्ते
• बहुत ज्यादा सिरदर्द
• आंखों के पीछे बेचैनी
• उल्टी और मिचली महसूस होना
ज्यादातर वायरल इन्फेक्शन की तरह हमारे पास डेंगू का कोई विशेष इलाज नहीं है। यह खुद से रोकने वाली बीमारी है क्योंकि ज्यादातर डेंगू के मामलों में साधारण डेंगू बुखार होता हैं। हालांकि समय पर मेडिकल अटेंशन (देखरेख) और सुपरविजन बनाए रखने से पेट में दर्द, पेशाब कम होने, ब्लीडिंग और बीमारी की वजह से पैदा हुई मेंटल कंफ्यूजन जैसी कॉम्प्लीकेशन्स के खतरे को रोका जा सकता है।