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महिला आरक्षी के साथ बर्बरता : घटना का खुलासा करने वाली टीम को एक लाख का इनाम, साढ़े छह साल में 190 अपराधी ढेर
अमर उजाला ब्यूरो, लखनऊ
Published by: पंकज श्रीवास्तव
Updated Sat, 23 Sep 2023 06:11 AM IST
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सार
महिला मुख्य आरक्षी पर जानलेवा हमला करने वाले तीनों बदमाश ट्रेनों में आपराधिक वारदातों को अंजाम देते थे। उनके खिलाफ कई मुकदमे भी दर्ज है। एसटीएफ की जांच में सामने आया कि तीनों कूरेभार स्टेशन पर सरयू एक्सप्रेस की जनरल बोगी पर सवार हुए थे।

स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार।
- फोटो : amar ujala

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विस्तार
महिला मुख्य आरक्षी के साथ बर्बरता करने वाले मुख्य आरोपी को यूपी एसटीएफ व पुलिस की टीम ने एक मुठभेड़ में ढेर कर दिया। उसके दो अन्य साथी गोली लगने से घायल हो गए। वहीं, थाना पूराकलंदर प्रभारी रतन कुमार शर्मा बदमाशों की गोली लगने से घायल हो गए। टीम को आरोपियों के थाना इनायतनगर में सक्रिय होने की सूचना वृहस्पतिवार को ही मिल गई थी। सूचना के आधार पर टीम ने कार्रवाई की।
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घटना का खुलासा करने वाली टीम को एक लाख का इनाम
अयोध्या में सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में महिला मुख्य आरक्षी पर जानलेवा हमला करने की घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को डीजीपी मुख्यालय ने एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था एवं अपराध प्रशांत कुमार पुलिस टीम को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित करेंगे। उन्होंने बताया कि अनीश के खिलाफ छह मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें गोवध अधिनियम, पाक्सो, गैंगस्टर, हत्या का प्रयास के मुकदमे शामिल हैं। इसी तरह आजाद पर 12 मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें गोवध का एक और पाक्सो अधिनियम के दो मुकदमे शामिल हैं। इसके अलावा विशंभर दयाल पर तीन मुकदमे दर्ज हैं।
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साढ़े छह साल में 190 अपराधी ढेर
स्पेशल डीजी ने बताया कि बीते साढ़े छह वर्ष की अवधि में पुलिस ने प्रदेश के 190 शातिर अपराधियों को मुठभेड़ में मार गिराया है। वहीं, मुठभेड़ के दौरान 16 पुलिसकर्मी भी शहीद हो गए। पुलिस ने 24,362 अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इस दौरान 5545 अपराधी और 1475 पुलिसकर्मी घायल हुए। सबसे ज्यादा 65 अपराधी मेरठ जोन में ढेर किए गए हैं। इसके बाद वाराणसी जोन में 20, आगरा जोन में 14 और लखनऊ जोन में 12 अपराधी मुठभेड़ के दौरान मारे जा चुके हैं।
आरोपियों के थाना इनायतनगर क्षेत्र में सक्रिय होने की सूचना पर वृहस्पतिवार को एसटीएफ, जिला पुलिस की टीम ने घेराबंदी शुरू की। रात के करीब डेढ़ बजे मुख्य आरोपी अनीश (30) निवासी दसलावन थाना हैदरगंज जिला अयोध्या के मोबाइल की लोकेशन चमैला चौराहे पर मिली। टीम वहां पहुंची तो वहां पहले से मौजूद अनीश व उसके दो साथियों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान अनीश पुलिस को चकमा देकर वहां से फरार हो गया। जबकि उसके अन्य दो साथी आजाद निवासी दसलावन थाना हैदरगंज जिला अयोध्या व विशंभर दयाल दूबे निवासी कूड़ेभार जिला सुल्तानपुर पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए। जिन्हें गिरफ्तार कर इलाज के लिए भिजवाया गया।
वहीं, मुख्य आरोपी अनीश के पीछे पुलिस की एक टीम लगी हुई थी। शुक्रवार भोर करीब पांच बजे टीम ने आरोपी अनीश को थाना पूराकलंदर के ग्राम पारा कैल के पास घेर लिया। अपने को घिरा देख अनीश ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में अनीश के सीने व पैर में गोली लगी। पुलिस ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी मौत हो गई। वहीं, बदमाशों की गोली लगने से थाना पूराकलंदर प्रभारी रतन कुमार शर्मा भी घायल हो गए। उनका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने अनीश के पास से एक पिस्टल, कारतूस, बाइक, बैग आदि बरामद किया है।
अकेला पाकर लूटपाट की नीयत से किया था हमला
गत 30 अगस्त की सुबह सुल्तानपुर में तैनात महिला मुख्य आरक्षी सुमित्रा पटेल अयोध्या रेलवे स्टेशन पर मनकापुर से पहुंची सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में गंभीर रूप से घायल मिली थीं। उनके सिर, गले व मुंह पर तेज धारदार हथियार के गहरे निशान थे। उनका अभी भी गंभीर हालत में लखनऊ में इलाज चल रहा है। मामले में अयोध्या कैंट जीआरपी ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में जांच यूपी एसटीएफ सौंप दी गई। पीड़िता सिपाही करीब 10 दिनों तक बयान देने की हालत में नहीं थी। अधिकारियों के मुताबिक आरोपियों की पहचान पीड़िता आरक्षी ने भी की थी। इसके बाद तीनों की तलाश तेज कर दी गयी थी। एसपी रेलवे पूजा यादव, एसपी सिटी मधुबन सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने जब गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ की है।
ट्रेनों में आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते थे तीनों आरोपी
महिला मुख्य आरक्षी पर जानलेवा हमला करने वाले तीनों बदमाश ट्रेनों में आपराधिक वारदातों को अंजाम देते थे। उनके खिलाफ कई मुकदमे भी दर्ज है। एसटीएफ की जांच में सामने आया कि तीनों कूरेभार स्टेशन पर सरयू एक्सप्रेस की जनरल बोगी पर सवार हुए थे। उस दौरान बोगी में महिला मुख्य आरक्षी के अलावा दो साधू बैठे थे। महिला आरक्षी अपना बैग सिरहाने रखकर सो रही थी। तीनों ने लूटपाट करने का प्रयास करने के दौरान छेड़खानी शुरू कर दी। विरोध करने पर अनीस ने उसके गाल पर ब्लेड से हमला किया और उसका सिर कई बार खिड़की से लड़ा दिया। अचानक अयोध्या जंक्शन से करीब दो किमी पहले रामगढ़ हाल्ट पर ट्रेन धीमी होने लगी, जिससे तीनों को लगा कि किसी ने चेन पुलिंग कर दी है। इससे घबराकर तीनों ट्रेन से कूद गए और ऑटो से अयोध्या आने के बाद अलग-अलग जगह फरार हो गए। एसटीएफ को अनीस के मोबाइल की लोकेशन बीटीएस से मिली, जिसके समानांतर महिला आरक्षी और बाकी दोनों हमलावरों की लोकेशन भी मिल रही थी।