{"_id":"6886e4e8f909a2be060eba01","slug":"seeing-bua-in-agony-the-nephew-ran-the-current-snatched-both-of-thems-breath-chhindwara-news-c-1-1-noi1218-3218855-2025-07-28","type":"story","status":"publish","title_hn":"Chhindwara News: बुआ को करंट से बचाने दौड़ा भतीजा, दोनों की मौत, दो परिवारों में पसरा मातम","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Chhindwara News: बुआ को करंट से बचाने दौड़ा भतीजा, दोनों की मौत, दो परिवारों में पसरा मातम
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, छिंदवाड़ा
Published by: छिंदवाड़ा ब्यूरो
Updated Mon, 28 Jul 2025 09:29 AM IST
सार
छिंदवाड़ा के गायगोहान गांव में करंट लगने से बुआ-भतीजे की मौत हो गई। बुआ गाय खोलते वक्त ट्रांसफार्मर से फैले करंट की चपेट में आ गईं, जिसे बचाने के लिए गया भतीजा भी करंट से झुलस गया। दोनों की अस्पताल में मौत हो गई।
विज्ञापन
प्रतीकात्मक फोटो
विज्ञापन
विस्तार
छिंदवाड़ा जिले के परासिया के गायगोहान गांव में एक झटके में दो जिंदगियां बुझ गईं। एक बुआ, जो घर के सामने बंधी गाय को खोल रही थीं और एक भतीजा, जो उन्हें बचाने में अपनी जान गंवा बैठा। एक साथ दो मौतों से गांव में सन्नाटा पसरा है लोगों की आंखें नम हैं।
Trending Videos
ये भी पढ़ें: साल में केवल एक बार नागपंचमी पर खुलते हैं इस मंदिर के पट, जानिए कब होंगे दर्शन
विज्ञापन
विज्ञापन
जानकारी के अनुसार, घटना रविवार दोपहर करीब 12 बजे की है। 60 वर्षीय सुमरोबाई पति फग्गू यदुवंशी अपने घर के सामने बंधी गाय को खोल रही थीं। इस दौरान पास ही लगे ट्रांसफार्मर से फैले करंट ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। इससे वे जमीन पर गिर पड़ीं, कांपने लगीं और दर्द से चीख उठीं। बुआ की चीख सुनते ही घर के भीतर मौजूद उनका 27 वर्षीय भतीजा पवन पिता नेवालाल यदुवंशा बाहर दौड़ा। उसने करंट लगने से तड़प रही बुआ को खींचने की कोशिश की, लेकिन जैसे ही उसने उनका हाथ पकड़ा, वह खुद भी करंट की चपेट में आ गया। इसके बाद गांव वालों और परिजनों ने दोनों को बेसुध हालत में जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
ये भी पढ़ें: सावन के तीसरे सोमवार पर बाबा महाकाल ने दिए श्री गणेश स्वरूप में दर्शन, भक्तों की भीड़ उमड़ी
पिता की मौत से अनाथ हुए दो मासूम
पवन अपने परिवार का इकलौता बेटा था। उसकी चार साल पहले शादी हुई थी। उसके एक साल का बेटा और दो साल की बेटी है। पवन की मौत से मासूम बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है। पवन खेती कर किसी तरह परिवार का पालन-पोषण करता था। उसकी मौत के साथ ही घर का एकमात्र कमाने वाला भी चला गया।

कमेंट
कमेंट X