मारुति की पॉपुलर हैचबैक स्विफ्ट पर इन दिनों एक हफ्ते से लेकर 45 दिनों तक का वेटिंग पीरियड चल रहा है। अकेले राजधानी दिल्ली में ही स्विफ्ट पर 4 हफ्ते का वेटिंग पीरियड है, वहीं पुणे में 45 दिन और लखनऊ में 1 महीने की वेटिंग है। वहीं स्विफ्ट देश की सबसे ज्यादा बिकने वाली टॉप-10 कारों में चौथे नंबर है। अकेले इस साल अप्रैल में ही स्विफ्ट की 15,776 यूनिट्स बिकीं। आखिर क्या वजह है कि इस सेगमेंट में तमाम कारें होने के बावजूद लोगों का स्विफ्ट के प्रति मोह अभी भी बरकार है। जानते हैं क्या है वजह..
आखिर 14 साल बाद भी स्विफ्ट क्यों है यंग जेनरेशन की फेवरेट, ये हैं 5 वजह
पुराना भरोसेमंद नाम
स्विफ्ट को इंडिया में 2005 में लांच किया गया था। वहीं इसकी सफलता से उत्साहित होने के बाद मारुति ने स्विफ्ट बेस्ड सब-कॉम्पैक्ट सेडान कार स्विफ्ट डिजायर लांच की थी। बाजार में लंबे समय से उपलब्ध होने के चलते स्विफ्ट ने ग्राहकों के बीच अपनी पकड़ बना ली है, यही वजह है हैचबैक सेगमेंट में स्विफ्ट भरोसेमंद नाम है। वहीं कई ऐसे खरीदार हैं, जो स्विफ्ट के दूसरी, तीसरी और यहां तक कि चौथी बार खरीदार हैं।
कामयाब और भरोसेमंद इंजन
स्विफ्ट में 1.2 लीटर का VVT पेट्रोल इंजन और 1.3 लीटर टर्बो डीजल इंजन मिलता है। पेट्रोल इंजन 83 बीएचपी की पावर और 113 एनएम का टॉर्क देता है, वहीं डीजल इंजन 75 बीएचपी की पावर और 190 एएम का टॉर्क देता है। हालांकि इसमें वहीं पुरानी जेनरेशन वाला इंजन ही दिया गया है, जबकि इसकी बॉडी 100 किग्रा कम वजनी है। वही वजन कम होने से यह पहले के मुकाबले ज्यादा माइलेज देने लगी है। स्विफ्ट पेट्रोल 22 किमी और डीजल वेरियंट 28.4 किमी प्रति लीटर का माइलेज देता है।
चलाओ बेफिक्र
मारुति की सबसे बड़ी यूएसपी है इसका सबसे बड़ा सर्विस नेटवर्क। देश का कोई ऐसा इलाका नहीं होगा, जहां मारुति का नेटवर्क न हो। इसका फायदा स्विफ्ट को भी मिला है। मारुति देश की 35 साल पुरानी कंपनी है और इसका पूरे देश में जबरदस्त डीलरशिप और सर्विस नेटवर्क है। वही मारुति की कारों को कम मैंटिनेंस की जरूरत होती है और इनका पार्ट्स आसनी से कम कीमत में बाहर मिल जाते हैं। स्विफ्ट पेट्रोल की 6 साल की मैंटिनेंस कॉस्ट 18,390 रुपये पड़ती है, जबकि डीजल वेरिंयट की 6 साल की सर्विस कॉस्ट 26,900 रुपये आती है। यही वजह है कि स्विफ्ट की रीसेल वेल्यू भी काफी अच्छी है।
स्टाइलिश लुक
स्विफ्ट का यह सबसे पॉजिटिव पाइंट है। पहली पीढ़ी से लेकर वर्तमान पीढ़ी तक स्विफ्ट के लुक पर कंपनी ने हमेशा से ही ध्यान दिया है। स्विफ्ट शुरू से स्मार्ट लगती है। हालांकि पिछली पीढ़ी की स्विफ्ट में पीछे की सीटों के लिए लेगरूम की कमी की शिकायत थी, लेकिन नई स्विफ्ट में इस शिकायत को दूर कर दिया गया है। नई स्विफ्ट से पहले से ज्यादा स्पेशियस और स्टाइलिश है।