कुशीनगर में भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली पर बने अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का बुधवार को प्रधानमंत्री उद्घाटन करने आ रहे हैं। इस कार्यक्रम की तैयारी में मौसम ने खलल जरूर डाला है लेकिन प्रशासन बारिश के बीच ही तैयारियों को पूरा कराने में जुटा है। एयरपोर्ट, मुख्य महापरिनिर्वाण मंदिर व बरवा फार्म पर तैयारियां तेजी से चल रही हैं। रामाभार स्तूप के बगल में हवाई अड्डा बनाने के लिए भारी मात्रा में ईंट, बालू, गिट्टी मंगाने के साथ ही मजदूरों को भी लगाया गया है।
बता दें कि कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रदेश का सबसे लंबा रनवे वाला (3.2 किमी लंबा व 45 मीटर चौड़ा) एयरपोर्ट है। इसके रनवे की क्षमता 8 फ्लाइट (4 आगमन, 4 प्रस्थान) प्रति घंटा है। श्रीलंका के राष्ट्रपति, कई बौद्ध देशों के भिक्षु और दर्जनों देशों के प्रमुख राजनयिक कार्यक्रम में रहेंगे। आगे की स्लाइड्स में देखें तस्वीरें...
जानकारी के मुताबिक एयरपोर्ट के उदघाटन के लिए टर्मिनल बिल्डिंग के सामने एक पंडाल बनाया जा रहा है। जर्मन हैंगर तकनीकि वाले इस पंडाल में करीब 400 वीआईपी मेहमानों के बैठने का इंतजाम होगा। टेंट लग चुका है, बाकी तैयारियों को हर हाल में मंगलवार तक पूरा कर लिया जाएगा। ऐसा ही इंतजाम कुशीनगर के मुख्य महापरिनिर्वाण मंदिर परिसर में भी है। मंदिर परिसर में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय बौद्घ सम्मेलन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा श्रीलंका के राष्ट्रपति भी संबोधित करेंगे। इसके लिए टेंट लगाने का काम अंतिम दौर में है। यहां मेहमान के लिए भोजन आदि का भी प्रबंध है।
छठीं शताब्दी की लेटी प्रतिमा का करेंगे दर्शन
कार्यक्रम की तैयारियों में जुटे अफसरों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबया राजपक्षे मुख्य मंदिर में स्थापित भगवान बुद्ध की छठीं शताब्दी की लेटी प्रतिमा का दर्शन करेंगे। इसको ध्यान में रखते हुए मंदिर की रंगाई पुताई के अलावा पार्क में बने पाथ-वे का चौड़ा किया जा रहा है। इसके अलावा मुख्य मंदिर की सीढ़ियों के बगल में रैंप भी बनाया जा रहा है। मंदिर परिसर में स्थित पुरातात्विक धरोहरों के अलावा परिसर की सफाई भी कराई जा रही है।
रामाभार स्तूप के पास बन रहा है हेलीपैड
एयरपोर्ट से प्रधानमंत्री हेलीकाप्टर से कुशीनगर जाएंगे। इसको ध्यान में रखते हुए रामाभार स्तूप के नजदीक तीन हेलीपैड का निर्माण कराया जा रहा है। मैत्रेय शिलान्यास स्थल की इस जमीन पर से पानी निकालने के लिए पंपिंग सेट तो लगाया ही गया है, परिसर को मिट्टी भरकर ऊंचा भी किया जा रहा है। इसके अलावा रास्ते पर गिट्टी गिराकर रोलर चलवाया जा रहा है, जिससे कि वाहनों को आने-जाने में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
पार्किंग एरिया की तरफ से आएंगे पीएम
रामाभार स्तूप से प्रधानमंत्री का काफिला माथा कुंवर मंदिर के समीप बने पुरातत्व विभाग के पार्किंग स्थल तक पहुंचेगा। पार्किंग स्थल की ओर से ही प्रधानमंत्री मंदिर परिसर में प्रवेश करेंगे। कार्यक्रम की समाप्ति के उपरांत इसी रास्ते वह वापस भी लौटेंगे। मुख्य मंदिर स्थित कार्यक्रम स्थल पर भी चुनिंदा लोगों को ही प्रवेश दिया जाएगा।