भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण और जन्मस्थली से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के पक्ष में माहौल बनाएंगे। विकास के साथ ही सामाजिक समरसता का संदेश देंगे। खास मतदाताओं को सहेजने का काम भी करेंगे। इसी लिहाज से प्रयागराज, सिद्धार्थनगर, गया व वाराणसी से पांच हजार बौद्ध भिक्षु बुलाए जा रहे हैं। वाल्मीकि समाज के पांच हजार लोग भी कुशीनगर की जनसभा में रहेंगे। इन सबको सामने की पहली पंक्ति में बैठाया जाएगा। कुछ इसी तरह का प्रयोग सिद्धार्थनगर में होगा। इसका खाका तैयार किया जा रहा है।
मिशन 2022: पूर्वांचल से चुनावी माहौल बनाएंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बुद्ध की धरती से देंगे खास सौगात
वाल्मीकि जयंती यानी 20 अक्तूबर को कुशीनगर तो 25 अक्तूबर को सिद्धार्थनगर में गरजेंगे पीएम मोदी
मंदिर में दर्शन-पूजन करके सामाजिक समरसता का बड़ा संदेश देंगे। एक बड़ा तबका भगवान बुद्ध को अपना आराध्य मानता है। इस कार्यक्रम के जरिये इसी तबके को भाजपा से जोड़ने का प्रयास करेंगे। जनसभा में विकास की उपलब्धियां गिनाकर फिर समर्थन मांगेंगे। ठीक पांचवें दिन प्रधानमंत्री भगवान बुद्ध की जन्मस्थली सिद्धार्थनगर आएंगे। वहां से यूपी के सात मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण करेंगे। जनसभा भी होगी।
62 विधानसभा सीटों पर अच्छे प्रदर्शन का इरादा
बस्ती, आजमगढ़ व गोरखपुर में विधानसभा की 62 सीटें हैं। वर्ष 2017 के चुनाव में भाजपा ने 44 सीटों पर जीत हासिल की थी। दो सीटें सहयोगी दलों के खाते में गई थीं। इस बार भाजपा और अच्छा प्रदर्शन करना चाह रही है। इसी लिहाज से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ताबड़तोड़ जनसभाएं कराई जा रही हैं। तीन मंडलों में 10 जिले हैं।
कुशीनगर में चार घंटे रहेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशीनगर आने का मिनट टू मिनट कार्यक्रम जारी हो गया है। इसके मुताबिक प्रधानमंत्री करीब चार घंटे तक भगवान बुद्ध की नगरी में रहेंगे। सुबह 10 बजे से अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर उनका विशेष विमान पहुंच जाएगा। सबसे पहले एयरपोर्ट का लोकार्पण होगा। फिर वह बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली जाएंगे। मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे। इसके बाद जनसभा को संबोधित करेंगे। भाजपा की क्षेत्रीय इकाई के पदाधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री दोपहर दो बजे तक कुशीनगर में रहेंगे।
कई देशों के राजदूत बनेंगे साक्षी
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लोकार्पण समारोह में कई देशों के राजदूत बुलाए गए हैं। श्रीलंका से विशेष प्रतिनिधिमंडल आ रहा है। प्रतिनिधिमंडल में श्रीलंका सरकार के मंत्री रहेंगे। बौद्ध भिक्षु बुलाए गए हैं। कुशीनगर के सम्मानित नागरिक भी लोकार्पण समारोह के साक्षी बनेंगे। अलग-अलग वर्ग के सम्मानित नागरिकों को आमंत्रित किया जा रहा है।