यूपी के कासगंज से गुरुवार को गंगा स्नान कर लौट रहे श्रद्धालुओं पर छेड़छाड़ के बाद चंद छिछोरे युवक हावी हो गए। इसका कारण छेड़छाड़ के आरोपियों को स्थानीय दुकानदारों का समर्थन माना जा रहा है। वहीं स्थानीय विधायक के फोन के बाद पुलिस भी चुप हो गई और आरोपियों के हौसले बुलंद हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गोहारा में आगरा के आंवलखेड़ा से आए करीब 100 श्रद्धालु जलपान के लिए रुके थे। इस दौरान उनके साथ आई महिलाओं से छेड़छाड़ का श्रद्धालुओं ने विरोध किया। पहले तो श्रद्धालुओं ने आरोपी युवकों को पकड़ लिया लेकिन देखते ही देखते आरोपियों का साथ देने के लिए स्थानीय दुकानदार भी आ गए। इस पर टकराव बढ़ गया।
बताया गया है कि छेड़छाड़ करने वाले भी स्थानीय दुकानदारों के संबंधी ही हैं। ऐसे में दुकानदारों के साथ मिलकर आरोपियों ने उल्टा श्रद्धालुओं की पिटाई कर दी। छेड़छाड़ की घटना के बाद शुरू हुआ बवाल स्थानीय बनाम बाहरी में बदल गया। इधर स्थानीय विधायक की शह ने भी आग में घी का काम किया।
मौके पर पहुंची पुलिस को गुस्साए श्रद्धालुओं ने बताया कि आरोपियों के साथ मिलकर वहां मौजूद दुकानदारों ने भी उनसे मारपीट के बाद लूटपाट भी की। महिलाओं से जमकर छेड़छाड़ भी की गई। असहाय होकर श्रद्धालुओं ने हाईवे को जाम कर दिया और हंगामा होने लगा।
मामले में पुलिस ने श्रद्धालुओं की तहरीर ले ली है लेकिन खबर लिखे जाने तक कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। पुलिस का कहना है मौके से पकड़े गए आरोपी को भी छोड़ा नहीं है। उसे पुलिस अपने साथ ले गई है।