सुख-समृद्धि के त्योहार धनतेरस पर शुक्रवार को धनवर्षा हुई। सिविल लाइंस, चौक, कटरा, कोठापार्चा सहित शहर के अधिकांश बाजारों में सुबह से देर रात तक ग्राहकों की भीड़ रही। इस दौरान लोगों ने बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक्स व ज्वैलर्स के शोरूम पर जमकर खरीदारी की, जिससे कारोबारियों के चेहरे खिल उठे। संगमनगरी के बाजारों को मां लक्ष्मी का भरपूर आर्शीवाद मिला। कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने जिलेभर में तकरीबन 1400 करोड़ का कारोबार होने का अनुमान लगाया है।
प्रयागराज : धनतेरस पर बाजार मालामाल, धन त्रयोदशी पर 1400 करोड़ के कारोबार का है अनुमान
सराफा बाजार में एक तरफ ज्वैलरी खरीदने वालों की भीड़ लगी रही तो दूसरी तरफ शगुन के तौर पर सोने के सिक्के और बुलियन ने भी जमकर आकर्षित किया। इस बार चांदी के सिक्के, नोट की बिक्री ने भी व्यापारियों की बाछें खिला दीं।
इलेक्ट्रॉनिक्स-इलेक्ट्रिकल की बल्ले-बल्ले
कोरोना के बाद लोगों में घरों के अंदर रहने की आदत ज्यादा हो गई। इस वजह से घर को लग्जरी और आरामदायक बनाने वाले उत्पादों की मांग में अप्रत्याशित इजाफा हुआ है। एलईडी टीवी, डबल डोर फ्रिज, माइक्रोवेव ओवन, फुली आटोमेटिक वाशिंग मशीन और डिश वाशर की खूब बिक्री हुई। शहर के नामी शोरूम में ग्राहकों की सुबह से ही आवाजाही हो गई। रामबाग के प्रवीन शुक्ला ने तीन दिन पहले ही एक स्मार्ट टीवी बुक कराया। उसकी डिलीवरी उन्होंने पर्व के मौके पर शुक्रवार को ली।
इसी तरह अल्लापुर के सौरभ श्रीवास्तव ने सिविल लाइंस के एक बड़े शोरूम से डबल डोर फ्रिज को खरीदा। वहीं, साउंड बार, गीजर, हीटर, फैंसी लाइट, झूमरों पर भी ग्राहकों ने प्यार बरसाया। गीजर, मिक्सर आदि भी फाइनेंस पर मिलने की वजह से ग्राहकों को खासी सहूलियत हुई। केके सेल्स के कृष्ण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार बाजार अच्छा गया। पिछले वर्ष धनतेरस शनिवार को था, इस वजह से बाजार उतना बेहतर नहीं था। कहा कि अगले दो दिन भी बाजार अच्छा जाने की उम्मीद है।
बर्तनों की खरीदारी में इस बार फिटनेस का असर
बर्तनों की खरीदारी में इस बार फिटनेस का असर दिखा। इसीलिए तांबे और कांसे के बर्तनों की बिक्री भी जमकर हुई। इसके अलावा स्टेनलेस स्टील के डिजाइनर सेट शोरूम में छाए रहे। इंडक्शन सेट्स पिछले साल से ज्यादा बिके। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष ज्यादा संख्या में इंडक्शन सेट्स की बिक्री हुई। इसकी वजह सिलेंडर की कीमतें आसमान पर होना है। शहर के ठठेरी बाजार में दोपहर 12 बजे के बाद खरीदारी करने वाले लोग ज्यादा आए। शाम होते-होते यहां खड़े होने तक की जगह नहीं रही।
ठठेरी बाजार के कारोबारी उदय कुमार ने बताया कि पर्व पर बाजार अच्छा गया। अधिकांश ने दैनिक उपयोग में आने वाले स्टील के ही बर्तन खरीदे। सिविल लाइंस के गुरु प्रसाद हीरा लाल के शशांक जैन ने बताया कि ब्रांडेड बर्तन खरीदने पर लोगों का जोर ज्यादा रहा। ब्रांडेड प्रेशर कुकर, नॉन स्टिक के साथ क्राकरी, स्टील के बर्तन भी लोगों ने अपनी क्षमता के अनुसार खरीदे।
हाथों हाथ बिक गई एक हजार से ज्यादा दो पहिया वाहन
एक अनुमान के मुताबिक धनतेरस पर एक हजार से ज्यादा दोपहिया वाहन बिक गए। चार पहिया, आटो, ई-रिक्शा, ट्रक, लोडर और ई-स्कूटरों की भी बिक्री हुई। लोकनाथ के प्रत्यूष मालवीय ने बताया कि उन्होंने 150 सीसी की बाइक खरीदी। इसी तरह सिविल लाइंस की पुष्पांजलि सिंह ने अपनी कॉलेज जाने वाली बेटी के लिए स्कूटी खरीदी।
जीएस ड्रीम होंडा, सरस्वती मोटर्स, स्पीड मोटर्स, कान्हा मोटर्स आदि शोरूम में सुबह से ही दो पहिया वाहन खरीदने वालों की चहल-पहल रही। मारुति, हुंडई, टाटा, महिंद्रा आदि कंपनियों के चार पहिया वाहन भी खूब बिके। हुंडई और मारुति के कुछ मॉडलों के लिए लोगों को तीन से चार माह की वेटिंग भी मिली। डी हुंडई के देवर्षि अग्रवाल, सरस्वती मारुति के अनिकेत राज ने बताया कि इस बार धनतेरस पर बाजार बेहतर गया। दूसरी ओर 300 से ज्यादा इलेक्टि्रक वाहनों की भी बिक्री हुई। एसआर बजाज शोरूम से बजाज के कई तिपहिया वाहन भी बिके।
मोबाइल, स्मार्ट वॉच, लैपटॉप की भी हुई खूब बिक्री
धनतेरस पर इस बार 20-30 हजार से ज्यादा रेंज वाले ज्यादा मोबाइल बिके। आईफोन-15 को भी लोगों ने खरीदा की भी बिक्री अच्छी रही। इंदिरा भवन स्थित ब्यूटी कलेक्शन के शेख डाबर वकील ने बताया कि आई फोन के साथ, सैमसंग, वीवो, एप्पो आदि के भी मोबाइल बिके। विपिन इंटरप्राइजेज के विपिन गुप्ता ने बताया आईफोन, 13, 14 एवं 15 तीनों ही अच्छी बिक्री हुई। एप्पल के लैपटॉप भी पर्व के मौके पर लोगों ने खरीदे।
इस बार बाजार उम्मीद से बेहतर गया। प्रयागराज यूपी का सर्वाधिक आबादी वाला जिला है। यहां धनतेरस के मौके पर तकरीबन 1400 करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान है। - महेंद्र गोयल, प्रदेश अध्यक्ष, कैट
ऑटोमोबाइल (कार, टू व्हीलर, इलेक्टि्रक वाहन, कॉमर्शियल) 280-300 करोड़
रियल एस्टेट 50-60 करोड़
सोना चांदी 530-550 करोड़
इलेक्ट्रॉनिक्स 120-130 करोड़
बर्तन 40-45 करोड़
ड्राई फ्रूट 20-25 करोड़
मिठाई 35-40 करोड़
फर्नीचर 20-25 करोड़
गारमेंट फुटवियर 30-35 करोड़
आतिशबाजी 15-20 करोड़
सजावटी सामान 15-20 करोड़
लाई लावा 25-30 करोड़
पूजन सामग्री 15-20 करोड़
अन्य 100 करोड़
नोट...कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स की ओर से अनुमानित आंकड़ा