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अभिनव की शहादत से पैतृक गांव में पसरा मातम, बचपन से था पायलट बनने का सपना, पढ़िए माता-पिता के संघर्ष की कहानी

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बागपत Published by: कपिल kapil Updated Fri, 21 May 2021 02:41 PM IST
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Abhinav Chaudhary had the dream to join Indian army, read the story of parents struggle
अपने पिता के साथ अनुभव चौधरी। - फोटो : amar ujala

पंजाब के मोगा जिले में मिग-21 क्रैश होने से हुई स्क्वाड्रन लीडर अभिनव चौधरी के शहीद होने के बाद उनके पैतृक गांव में मातम पसर गया। अभिनव चौधरी का परिवार फिलहाल कई वर्षों से मेरठ की गंगासागर कॉलोनी में रह रहा है। उनके पिता सतेंद्र चौधरी प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते हैं। गांव में उनके बड़े भाई सूबे सिंह और छोटे भाई अरिवंद का परिवार रहता है। 



अभिनव की शहादत की खबर शुक्रवार सुबह जैसे ही गांव पहुंची तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। ग्रामीण भी शोक में डूब गए। गांव निवासी शिक्षक विकास मलिक ने बताया कि अभिनव बचपन से ही बड़ा होनहार था। भारतीय सेना में भर्ती होना उनका बचपन का सपना था। छोटी उम्र में ही वह अपने इस सपने को पूरा करने में लग गए थे। इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की और वर्ष 2014 में वह वायु सेना में भर्ती हो गए। वह काफी खुशमिजाज व्यक्ति थे। वैसे तो वह मेरठ रहते थे, लेकिन गांव में छुट्टियों में आते थे तो सभी से जिंदादिली के साथ मिलते थे। उनकी मृत्यु से गांव के लोग भी काफी दुखी हैं। उनके पैतृक घर पर परिवार के लोगों को सांत्वना देने ग्रामीणों का तांता लगा है।

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अभिवन का फाइल फोटो। - फोटो : amar ujala

अभिनव की ससुराल बालैनी क्षेत्र के मवीकलां गांव में भी इस दर्दनाक हादसे के बाद शोक छा गया। अभिनव के ससुर शिवकुमार मवीकलां जूनियर हाई स्कूल स्कूल में हेड मास्टर हैं। उनकी बेटी सोनिका से 25 दिसंबर 2019 को अभिनव की शादी हुई थी। फिलहाल उनका परिवार भी मेरठ में ही रह रहा है। बताया जा रहा है कि शाम के समय अभिनव का शव पुसार गांव पहुंचेगा। 

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अभिनव चौधरी के पिता सतेंद्र चौधरी। - फोटो : amar ujala

इकलौते बेटे की कामयाबी के लिए माता-पिता ने किया था संघर्ष
अपने इकलौते बेटे अभिनव को कामयाब बनाने के लिए उसकी माता सत्या और पिता सतेंद्र ने काफी संघर्ष किया। सतेंद्र गांव में ही मेडिकल स्टोर चलाते थे। अभिनव की पढ़ाई के लिए मां सत्या उन्हें लेकर मेरठ रहने लगी थीं। सतेंद्र एक सप्ताह में ही मेरठ जाते थे। अभिनव की प्रारंभिक पढ़ाई मेरठ के रिम्स स्कूल से हुई। इसके बाद आठवीं से 12वीं तक की पढ़ाई उन्होंने राष्ट्रीय मिलट्री कॉलेज देहरादून से पूरी की। 

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मेरठ की गंगासागर कॉलोनी में अभिनव चौधरी का मकान। - फोटो : amar ujala

इसके बाद वह एयरफोर्स में भर्ती हो गए। उनकी ट्रेनिंग हैदराबाद में हुई। बाद में उनके पिता सतेंद्र भी मेरठ रहने लगे और प्रॉपर्टी डीलिंग का काम शुरू कर दिया। उनकी एक छोटी बेटी मुद्रिका भी है। जिस बेटे के लिए माता-पिता ने इतना संघर्ष किया वह इस तरह उन्हें हमेशा के लिए छोड़कर चला गया। इसे लेकर परिजनों के साथ ग्रामीण भी काफी दुखी हैं।

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मोगा में गिरा मिग 21- फोटो। - फोटो : amar ujala

पंजाब के मोगा के पास गुरुवार रात करीब साढ़े नौ बजे भारतीय वायुसेना का एक मिग-21 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। एसपी (हेडक्वार्टर) गुरदीप सिंह के अनुसार, हादसे में पायलट अभिनव चौधरी की मौत हो गई।

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