यूपी के कानपुर में प्रेमिका आकांक्षा की हत्या करने के बाद शव को सूटकेस में भरकर चिल्ला पुल से यमुना नदी में फेंकने वाले हत्यारे कई थाना क्षेत्रों से होकर गुजरे होंगे। ग्रामीणों में चर्चा है कि हत्यारे बर्रा से कानपुर के साढ़ थाना क्षेत्र से होकर जहानाबाद थाने के रोटी चौराहे आए होंगे। अपने गांव के रास्ते बिंदकी कोतवाली के जोनिहा से ललौली थाने के सामने से चिल्ला यमुना पुल सूटकेश लेकर पहुंचे होंगे।
हत्याकांड में बिंदकी कोतवाली के हरीखेड़ा निवासी सूरज उत्तम और जाफरगंज थाना के देवरी चौकी अंतर्गत खानपुर कदीम निवासी आशीष (20) पकड़े गए हैं। कई साल से सूरज कानपुर में रहकर एक रेस्टोरेंट में नौकरी करता था।
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आरोपी प्रेमी सूरज और आकांक्षा का फाइल फोटो
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
सूरज चार भाई-बहनों में सबसे छोटा है। बड़ी बहन सोनी की शादी हो चुकी है। ग्रामीणों के अनुसार, सूरज एक-दो महीने बाद गांव आता रहता था। आशीष तीन साल से कानपुर में रह रहा था। वह कानपुर से गांव में महंगी बाइकों से आता था।
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आरोपी प्रेमी सूरज
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
गांव में साथियों को शराब पिलाता और खूब रुपये खर्च करता था। यह देखकर गांव के लोग आशीष को किसी आपराधिक गतिविधि में संलिप्त मानते रहे। यह भी कहते रहे कि कानपुर में वाहन चोरी आशीष करता है। आशीष के नाम पर महज एक बीघा खेत हैं।
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आरोपी प्रेमी सूरज और उसका दोस्त आशीष
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
बाइक की तलाश में पुलिस ने पड़ोसियों के घर तक खोजे
कानपुर पुलिस बृहस्पतिवार को आशीष के गांव आई थी। यहां देवरी चौकी इंचार्ज राजकमल यादव के साथ आशीष के घर पहुंची। हत्या में प्रयुक्त की बाइक में तलाश में घर की तलाशी ली। इसके बाद पड़ोसियों के घरों में भी तलाशी लेकर बाइक की खोजबीन की। पुलिस को बाइक खोजने में कोई सफलता नहीं मिल सकी। पुलिस खाली हाथ लौट गई।
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मृतक आकांक्षा की फाइल फोटो
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
यह थी घटना
कानपुर देहात के रूरा थाना इलाके के सुजनीपुर निवासी विजयश्री की बेटी आकांक्षा (20) अपनी बड़ी बहन के साथ बर्रा में किराये के घर पर रहती थी। आकांक्षा की इंस्टाग्राम पर फतेहपुर के बिंदकी थाना इलाके के हरीखेड़ा निवासी सूरज से साल भर पहले दोस्ती हो गई। आकांक्षा दस माह पहले हनुमंत विहार स्थित एक रेस्टोरेंट में काम करने लगी।