उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के हनुमंत विहार में दो माह पहले हुए आकांक्षा हत्याकांड का शनिवार को चौंकाने वाला खुलासा हुआ। पुलिस ने हत्याकांड में युवती के प्रेमी और उसके दोस्त को गिरफ्तार किया है। दोनों ने हत्या की वारदात को अंजाम देने की बात कबूल कर ली है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने हैरान कर देने वाली कहानी सुनाई। आरोपियों ने पुलिस को हत्या करने से लेकर लाश को 95 किलोमीटर दूर ठिकाने लगाने तक की हर एक जानकारी दी। आइए जानते हैं कैसे कानपुर देहात की युवती की फतेहपुर के युवक से दोस्ती हुई... फिर हत्या। कत्ल के बाद शव को कैसे ठिकाने लगाया?
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मृतक आकांक्षा की फाइल फोटो
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
कानपुर देहात के रूरा थाना इलाके के सुजनीपुर निवासी विजयश्री की बेटी आकांक्षा (20) अपनी बड़ी बहन के साथ बर्रा में किराये के घर पर रहती थी। आकांक्षा की इंस्टाग्राम पर फतेहपुर के बिंदकी थाना इलाके के हरीखेड़ा निवासी सूरज से साल भर पहले दोस्ती हो गई। आकांक्षा दस माह पहले हनुमंत विहार स्थित एक रेस्टोरेंट में काम करने लगी।
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आरोपी सूरज की फाइल फोटो
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
सूरज का दूसरी लड़की से अफेयर... आकांक्षा को हो गई थी जानकारी
बर्रा स्थित घर से रेस्टोरेंट की दूरी ज्यादा होने का बहाना बनाकर सूरज ने आठ माह पहले आकांक्षा को हनुमंत विहार में किराये पर कमरा दिलवा दिया। 21 जुलाई की शाम को आकांक्षा को सूरज के दूसरी लड़की से प्रेम संबंधों की जानकारी हुई। इस पर रात में कमरे में पहुंचने पर आकांक्षा और सूरज के बीच विवाद हुआ।
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आरोपी आशीष की फाइल फोटो
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
शव को ठिकाने लगाने के लिए दोस्त की ली मदद
इस पर सूरज ने आकांक्षा की छाती पर ताबड़तोड़ घूंसे मारे और गला दबाकर मार डाला। हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए सूरज ने फतेहपुर के जाफरगंज थानाक्षेत्र के खानपुर कदीम निवासी दोस्त आशीष को घर बुलाया। इसके बाद शव सूटकेस में रखकर बाइक से बांदा के चिल्लाघाट लेकर पहुंचे और यमुना में फेंक दिया।
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आरोपी प्रेमी सूरज और उसका दोस्त आशीष
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
सूरज ने वारदात को अंजाम देने की बात कबूल की
मां विजय श्री के अनुसार, हनुमंत विहार थाने में आठ अगस्त को बेटी की गुमशुदगी दर्ज हुई। इसके बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। मां ने सूरज के खिलाफ 16 सितंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई तो पुलिस ने सीडीआर और मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपी और दोस्त को गिरफ्तार कर लिया। उसने वारदात भी कबूल कर ली।