उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में पति की हत्या कर उसकी लाश के टुकड़े कर नीले ड्रम में सीमेंट का घोल बनाकर डाल दिया था। कातिल पत्नी की खौफनाक वारदात को लोग अभी भूले नहीं थे कि यूपी के ही कानपुर से 'लक्ष्मी' नाम की महिला ने दिल दहला देने वाला कांड को अंजाम दे दिया। कानपुर के पनकी इलाके में 10 महीने तक पति की हत्या की परतों में दबाए रखा। अचानक एक ऐसा सच सामने आया, जिसने शादी और भरोसे को ही कलंकित करके रख दिया। पत्नी लक्ष्मी और उसके प्रेमी भांजे ने ऐसा खूनी खेल खेला, जो किसी क्राइम सीरियल से कम नहीं लगता। कानपुर पुलिस ने करीब दस महीने पहले हुई खूनी साजिश का पर्दाफाश कर दिया है।
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मृतक शिवबीर का फाइल फोटो
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
अचानक गायब हो गया शिवबीर सिंह
दरअसल, कानपुर जिले में हुई इस दिल दहला देने वाली कहानी की शुरुआत 30 अक्तूबर 2024 को हुई, मूलरूप से बांदा के मवई चौराहा की रहने वाली सावित्री देवी ने 30 अक्तूबर 2024 को गृह जनपद बांदा गई थीं। 2 नवंबर की रात से कानपुर के सचेंडी इलाके में रहने वाला 45 वर्षीय सावित्री का बेटा शिवबीर सिंह अचानक गायब हो गया। शिवबीर पनकी की एक फैक्टरी में गेटकीपर था।
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मृतक शिवबीर की मां
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
पांच सितंबर को शिवबीर का मां सावित्री वापस आई तो बेटा नहीं दिखा। इस पर उन्होंने बहू लक्ष्मी से पूछा कि शिवबीर कहां गया है। इस पर लक्ष्मी ने अपनी सास को बताया कि शिवबीर के पास किसी का फोन आया था, जिस पर वह नौकरी के चक्कर में गुजरात चले गए।
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मृतक शिवबीर की मां और अन्य परिजन
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
पत्नी लक्ष्मी की बातों पर सास और अन्य लोगों ने भरोसा कर लिया, क्योंकि शिवबीर पहले गुजरात में काम कर चुका था। समय बीतता गया, शिवबीर का किसी से कोई संपर्क नहीं हुआ, इस पर मां को चिंता सताने लगी। पत्नी लक्ष्मी भी बच्चों और अपनी सास को बार-बार टालती जा रही थी।
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आरोपी पत्नी और भांजा, मृतक शिवबीर की फाइल फोटो
- फोटो : अमर उजाला
सावित्री को पुलिस ने टरकाया
कई माह तक बेटे से संपर्क न होने और बूह लक्ष्मी की बातों पर सास और बच्चों को शक हुआ, अनहोनी की आशंका हुई तो महिला सावित्री ने सचेंडी थाने में बेटे के गायब होने की गुहार लगाई, पर पुलिस वालों ने टरका दिया।