सब्सक्राइब करें

Nepal Protest: नेपाल में हुआ आंदोलन... गवाही भारत की सड़कों पर सन्नाटे ने दी; सरहद से ग्राउंड रिपोर्ट

अजय सक्सेना, अमर उजाला ब्यूरो, लखीमपुर खीरी Published by: मुकेश कुमार Updated Fri, 12 Sep 2025 11:43 AM IST
सार

नेपाल में जेन जी के आंदोलन के चलते अभी तक हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं। इसके चलते लखीमपुर खीरी जिले में भारतीय सीमा पर कड़ी चौकसी है। वहीं नेपाल सीमा से सटे जिले के 42 गांवों में बेचैनी व्याप्त है। क्योंकि इन गांवों के रिश्ते नेपाल में हैं। यहां के लोग फोन पर अपनों का हालचाल ले रहे हैं। 

विज्ञापन
Nepal protests the silence on the streets of India ground report from nepal border
गौरीफंटा से होकर नेपाल जाते नेपाली नागरिक - फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी

नेपाल सीमा से सटे लखीमपुर खीरी जिले के 42 गांवों में इन दिनों बेचैनी है। कोई टीवी पर नेपाल की खबरें देख रहा है, तो कोई फोन पर अपने रिश्तेदारों की खैरियत पूछ रहा है। ये गांव उस सांस्कृतिक रिश्ते की जिंदा मिसाल हैं जिसे वर्षों से रोटी-बेटी का रिश्ता कहा जाता है। करीब 35 किलोमीटर लंबी सीमा पर बसे बनगवां, कजरिया, बनकटी, सरियापारा, सूड़ा, बिरिया जैसे गांवों में थारू जाति के लोग रहते हैं। यहां के हर घर का कोई न कोई रिश्ता नेपाल के सुदूर पश्चिम क्षेत्र के कैलाली, कंचनपुर जैसे जिलों से जुड़ा हुआ है, चाहे वह बेटी का ससुराल हो या रोटी की रोजी-रोटी। सरहद से हालात बताती अजय सक्सेना की रिपोर्ट... 

loader
Trending Videos
Nepal protests the silence on the streets of India ground report from nepal border
सीमा सील होने के चलते लगी मालवाहक वाहनों की कतार - फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी

पाल सीमा के गौरीफंटा से। नेपाल में जब-जब आंदोलन हुए, तब-तब भारतीय सड़कों के सन्नाटे ने उसकी गवाही दी है। यूपी से नेपाल जाने वाली सड़कों पर सोमवार से सन्नाटा ही नजर आ रहा है। अगर दिख रहा है तो गौरीफंटा चेकपोस्ट से पहले मालवाहक वाहनों का जमावड़ा। नेपाल के रास्ते कब खुलेंगे, यह तो कोई नहीं जानता। खुल जाएंगे तो भी ये मालवाहक कब आगे बढ़ेंगे, यह भी किसी को नहीं पता। 

विज्ञापन
विज्ञापन
Nepal protests the silence on the streets of India ground report from nepal border
सरहद का जायजा लेने के लिए हमने बृहस्पतिवार सफर तय किया, तो यह पूरी तस्वीर सामने आई। आगे जाना तो संभव ही नहीं था। भारत की सीमा गौरीफंटा तक ही है। यहां की चेकपोस्ट से होते हुए ही नेपाल के सुदूर पश्चिम प्रांत के साथ काठमांडो को भी भारतीय सामान जाता है। सुदूर पश्चिम प्रांत की ही राजधानी धनगढ़ी है, यह नाम लाखों भारतीय से परिचित है। 
Nepal protests the silence on the streets of India ground report from nepal border
सीमा बंद होने के कारण मालवाहक वाहनों की लगी कतार - फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी

गौरीफंटा 500 कदम दूरी पर फूंकी नेपाल की चौकी 
इस रास्ते पर गौरीफंटा चेकपोस्ट से 500 कदम की दूरी पर भंसार में नेपाल की कस्टम चौकी मंगलवार को फूंक दी गई। चौकी के चीफ के घर में तोड़फोड़ की गई। माना जा रहा है कि जब यह चौकी फिर से स्थापित होगी तो ही ये मालवाहक वाहन आगे बढ़ पाएंगे। यह वे वाहन हैं जो सोमवार और मंगलवार को वहां जाकर फंस गए। खबर मिलने के बाद से तो अब भारत से ऐसे वाहन जा ही नहीं रहे हैं। सवारी गाड़ियां भी लगभग बंद सी हैं। 

विज्ञापन
Nepal protests the silence on the streets of India ground report from nepal border
सीमा बंद होने के कारण सड़क पर वाहनों की कतार - फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी

आम दिनों में दो वाहनों का एक साथ गुजरना नामुमकिन 
गौरीफंटा जाते वक्त दुधवा पार्क बैरियर से डिगनिया तक 19 किलोमीटर का सफर आमदिनों में काफी मुश्किल भरा रहता है। महज तीन मीटर चौड़ी इस सड़क से दो बड़े वाहनों का गुजरना नामुमकिन होता है। एक बड़े वाहन को सड़क से उतरकर पटरी पर जाना ही होता है। तब कई बार जाम भी लग जाता है। बृहस्पतिवार को स्थिति उल्टी थी। गौरीफंटा तक सन्नाटा था, दूर-दूर तक सड़क खाली दिख रही थी। जो एकाध वाहन इस सड़क पर आ जा रहे थे, उन्हें फर्राटा भरने का पूरा मौका था। इस सड़क पर इससे पहले मार्च में नेपाल में ‘राजा लाओ-देश बचाओ’ आंदोलन के वक्त भी सन्नाटा दिखा था। 

विज्ञापन
अगली फोटो गैलरी देखें

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed