मेरठ में कुख्यात उधमसिंह फिर से खूनखराबा करने की साजिश कर रहा था। जेल से छूटकर वह लगातार शूटरों को बुलाकर बैठक करता था। पुलिस ने उसको जेल भेजने के बाद उधम के 32 शूटरों को चिह्नित किया है। कौन शूटर सक्रिय है और उधम से कब-कब मिला है, इसकी जांच चल रही है। उनकी तलाश के लिए पुलिस ने अलग-अलग टीम बनाकर दबिश देनी शुरू कर दी है।
गिरफ्तार: जेल से छूटकर खूनखराबे की साजिश रच रहा था कुख्यात उधम सिंह, फिर जेल पहुंचा तो रात भर बदलता रहा करवट
कुख्यात उधम सिंह मेरठ, बागपत, बुलंदशहर समेत कई जिलों में खूनखराबा करने की साजिश रचने में लगा हुआ था। पुलिस की ओर से चिह्नित किए गए शूटरों के साथ चलता था। बैंक कर्मचारियों को धमकी देने में उसके साथ कई शूटर मौजूद थे। पुलिस ने गोपनीय जांच कराकर इन शूटरों के नाम पता लगाए हैं। इसमें कई नई उम्र के भी हैं। इनकी धरपकड़ के लिए पुलिस ने दबिश भी शुरू कर दी है।
पुलिस फोर्स की मौजूदगी में खुला बैंक
इंडियन बैंक के जिन कर्मचारियों को उधम सिंह ने धमकाकर रंगदारी मांगी थी, उनसे पुलिस ने बात की। बैंक कर्मचारियों ने हड़ताल की चेतावनी देकर बैंक बंद कर दिया था। कर्मचारियों में डर था कि उधम और उसके साथी वारदात कर सकते हैं। पुलिस ने कहा कि अगर कोई धमकी देता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। शुक्रवार को पुलिस की मौजूदगी में बैंक खुला। दिनभर बैंक कर्मचारियों ने वहां पर काम किया।
बैरक में करवट बदलता रहा उधम
कुख्यात उधमसिंह को जिला जेल में हाई सिक्योरिटी बैरक में कोठरी नंबर-3 में रखा गया है। रातभर वह करवट बदलता रहा। बताया गया कि जेल में उसकी कड़ी निगरानी हो रही है। उससे मुलाकात करने वालों का रिकॉर्ड रखा जाएगा। जेलर राजेंद्र सिंह ने बताया कि उधम सिंह शातिर अपराधी है, जिसके चलते उसको हाई सिक्योरिटी में रखा गया है।
दबिश दी जा रही
उधमसिंह के शूटरों की तलाश में दबिश दी जा रही है। कई ऐसे शूटर हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज नहीं हैं। उधम के गैंग से जुड़े लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। बदमाशों की जगह जेल में है, बाहर नहीं। -प्रभाकर चौधरी, एसएसपी