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Firozabad Fire: आंखों के सामने जला सबकुछ, बर्बादी का मंजर देख कांप गए व्यापारी; कोयले में तब्दील हुईं 56 दुकान
संवाद न्यूज एजेंसी, फिरोजाबाद
Published by: धीरेन्द्र सिंह
Updated Mon, 30 Oct 2023 11:29 AM IST
सार
दुकानें धधकती रहीं थीं और दुकानदार मायूस होकर अपनी बर्बादी का नजारा देखते रहे। आग एक-एक कर दुकान को अपनी आगोश में लेती जा रही थी।
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Firozabad Fire
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
फिरोजाबाद के कोटला रोड स्थित रामलीला मैदान के समीप काठ बाजार में वर्षाें से फर्नीचर बनाने और बिक्री का काम हो रहा है। रविवार की सुबह करीब 3:15 बजे आग ने पूरे बाजार को अपने आगोश में ले लिया। भीषण आग से 56 दुकानें कोयले में तब्दील हो गईं। आग इतनी भयंकर थी कि दिन दुकानें धधकती रहीं और दुकानदार मायूस होकर अपनी बर्बादी का नजारा देखते रहे। इससे पहले वर्ष 1999, 2002, 2019, 2021 में यहां आग से काफी नुकसान हुआ था।
काठ बाजार में सुबह करीब 3:15 बजे आग की लपटे देख बाजार के समीप सो रहे लोगों की आंखें फटी रह गईं। कुछ लोग दुकानों के अंदर सो रहे थे। दुकानदारों की चीख-पुकार सुनकर वह लोग दुकान से बाहर आ गए। हर तरफ बचाओ बचाओं की आवाज सुनाई दे रही थी। आग एक-एक कर दुकान को अपनी आगोश में लेती जा रही थी। सूचना पर पुलिस के अलावा फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचना शुरू हो गईं। दुकानों में लगी आग पर काबू पाने के लिए आसपास के जनपदों से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बुलाई गईं थीं। उसके बाद भी दुकानें दिन भर धधकती रहीं। दोपहर करीब 12 बजे दुकानों में लगी आग शांत हो सकी। दोपहर एक बजे तक 56 दुकानें लकड़ी के कोयलें में तब्दील हो गईं। दुकानदार दुकानों के बाहर बैठकर अपनी बर्बादी का नजारा देख रहे थे।
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काठ बाजार में सुबह करीब 3:15 बजे आग की लपटे देख बाजार के समीप सो रहे लोगों की आंखें फटी रह गईं। कुछ लोग दुकानों के अंदर सो रहे थे। दुकानदारों की चीख-पुकार सुनकर वह लोग दुकान से बाहर आ गए। हर तरफ बचाओ बचाओं की आवाज सुनाई दे रही थी। आग एक-एक कर दुकान को अपनी आगोश में लेती जा रही थी। सूचना पर पुलिस के अलावा फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचना शुरू हो गईं। दुकानों में लगी आग पर काबू पाने के लिए आसपास के जनपदों से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बुलाई गईं थीं। उसके बाद भी दुकानें दिन भर धधकती रहीं। दोपहर करीब 12 बजे दुकानों में लगी आग शांत हो सकी। दोपहर एक बजे तक 56 दुकानें लकड़ी के कोयलें में तब्दील हो गईं। दुकानदार दुकानों के बाहर बैठकर अपनी बर्बादी का नजारा देख रहे थे।
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घटना के घंटों बाद व्यापारी नेताओं को आई पीड़ितों की सुध
काठ बाजार की दुकानों में सुबह 3:15 बजे आग लगी थी। आग लगने की घटना के बाद ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा नगर विधायक, महापौर भी मौके पर पहुंच गए थे, लेकिन व्यापारी नेताओं का पीड़ितों से मिलने की सुध घटना के घंटों बाद आई। दोपहर करीब डेढ़ बजे से व्यापार मंडल के अलग-अलग गुट के पदाधिकारी पीड़ित दुकानदारों से मिलने पहुंचे। दुकानदारों के कंधे पर हाथ रखकर फोटो कराई। फोटो खिंचवाने के बाद सभी लौट गए। कई राजनीतिक दलों के लोगों ने भी ऐसा ही किया।
काठ बाजार की दुकानों में सुबह 3:15 बजे आग लगी थी। आग लगने की घटना के बाद ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा नगर विधायक, महापौर भी मौके पर पहुंच गए थे, लेकिन व्यापारी नेताओं का पीड़ितों से मिलने की सुध घटना के घंटों बाद आई। दोपहर करीब डेढ़ बजे से व्यापार मंडल के अलग-अलग गुट के पदाधिकारी पीड़ित दुकानदारों से मिलने पहुंचे। दुकानदारों के कंधे पर हाथ रखकर फोटो कराई। फोटो खिंचवाने के बाद सभी लौट गए। कई राजनीतिक दलों के लोगों ने भी ऐसा ही किया।
आग लगने का नहीं चल सका पता
पीड़ित दुकानदारों का कहना था कि शॉर्टसर्किट से आग लगती तो फीडर से शटडाउन हो जाता, लेकिन घटना के एक घंटे बाद तक विद्युत आपूर्ति चालू रही। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी आग लगने का कारण पता नहीं कर सके हैं।
पीड़ित दुकानदारों का कहना था कि शॉर्टसर्किट से आग लगती तो फीडर से शटडाउन हो जाता, लेकिन घटना के एक घंटे बाद तक विद्युत आपूर्ति चालू रही। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी आग लगने का कारण पता नहीं कर सके हैं।
इन 56 दुकानदारों का हुआ नुकसान
नाम नुकसान
प्रदीप कुमार 17 लाख रुपये
प्रमोद कुमार 15 लाख रुपये
मोहम्मद मुस्तकीम 11 लाख रुपये
शानू बरेली 10 लाख रुपये
बबलू बरेली 10 लाख रुपये
कमल किशोर 10 लाख रुपये
कमल किशोर 10 लाख रुपये
अबरार 10 लाख रुपये
सुलतान 10 लाख रुपये
वेदप्रकाश 10 लाख रुपये
ममतेश झा 10 लाख रुपये
सफरूद्दीन 10 लाख रुपये
राजकिशोर शर्मा 9 लाख रुपये
महेश चन्द्र 8 लाख रुपये
ओमप्रकाश 8 लाख रुपये
मोहम्मद शाकीर 8 लाख रुपये
प्रमोद कुमार 7 लाख रुपये
अशोक 6 लाख रुपये
मुन्ना 6 लाख रुपये
सतेन्द्र यादव 6 लाख रुपये
सुनील शर्मा 6 लाख रुपये
प्रकाशचन्द्र जैन 5 लाख रुपये
गजेन्द्र पाल सिंह 5 लाख रुपये
राजू शर्मा 5 लाख रुपये
विजय 5 लाख रुपये
राहुल शर्मा 5 लाख रुपये
जगदीश प्रसाद 5 लाख रुपये
रामबाबू 4 लाख रुपये
मोहन बाबू 4 लाख रुपये
पप्पू कश्यप 4 लाख रुपये
छोटेलाल 4 लाख रुपये
ओमकार 3.50 लाख रुपये
प्रदीप अग्रवाल 3 लाख रुपये
अंकित 3 लाख रुपये
भरत सिंह 3 लाख रुपये
शिवम 3 लाख रुपये
सुनीता जैन 2.50 लाख रुपये
रामकुमार 2.50 लाख रुपये
मीना देवी 2.50 लाख रुपये
राकेश 2.50 लाख रुपये
देशदीपक 2 लाख रुपये
अनिल जैन 2 लाख रुपये
मनोरमा देवी 2 लाख रुपये
गोविन्द 2 लाख रुपये
शिवकुमार 2 लाख रुपये
लालाराम 2 लाख रुपये
बल्देव 2 लाख रुपये
होतीलाल 1.50 लाख रुपये
अनमोल जैन 1.50 लाख रुपये
शानू 1 लाख रुपये
जगदीश 1 लाख रुपये
उमेश 80 हजार रुपये
गिरीशचन्द्र 70 हजार रुपये
आशू 50 हजार रुपये
(नोट- यह नुकसान तहसीलदार की जानकारी के अनुसार है)
नाम नुकसान
प्रदीप कुमार 17 लाख रुपये
प्रमोद कुमार 15 लाख रुपये
मोहम्मद मुस्तकीम 11 लाख रुपये
शानू बरेली 10 लाख रुपये
बबलू बरेली 10 लाख रुपये
कमल किशोर 10 लाख रुपये
कमल किशोर 10 लाख रुपये
अबरार 10 लाख रुपये
सुलतान 10 लाख रुपये
वेदप्रकाश 10 लाख रुपये
ममतेश झा 10 लाख रुपये
सफरूद्दीन 10 लाख रुपये
राजकिशोर शर्मा 9 लाख रुपये
महेश चन्द्र 8 लाख रुपये
ओमप्रकाश 8 लाख रुपये
मोहम्मद शाकीर 8 लाख रुपये
प्रमोद कुमार 7 लाख रुपये
अशोक 6 लाख रुपये
मुन्ना 6 लाख रुपये
सतेन्द्र यादव 6 लाख रुपये
सुनील शर्मा 6 लाख रुपये
प्रकाशचन्द्र जैन 5 लाख रुपये
गजेन्द्र पाल सिंह 5 लाख रुपये
राजू शर्मा 5 लाख रुपये
विजय 5 लाख रुपये
राहुल शर्मा 5 लाख रुपये
जगदीश प्रसाद 5 लाख रुपये
रामबाबू 4 लाख रुपये
मोहन बाबू 4 लाख रुपये
पप्पू कश्यप 4 लाख रुपये
छोटेलाल 4 लाख रुपये
ओमकार 3.50 लाख रुपये
प्रदीप अग्रवाल 3 लाख रुपये
अंकित 3 लाख रुपये
भरत सिंह 3 लाख रुपये
शिवम 3 लाख रुपये
सुनीता जैन 2.50 लाख रुपये
रामकुमार 2.50 लाख रुपये
मीना देवी 2.50 लाख रुपये
राकेश 2.50 लाख रुपये
देशदीपक 2 लाख रुपये
अनिल जैन 2 लाख रुपये
मनोरमा देवी 2 लाख रुपये
गोविन्द 2 लाख रुपये
शिवकुमार 2 लाख रुपये
लालाराम 2 लाख रुपये
बल्देव 2 लाख रुपये
होतीलाल 1.50 लाख रुपये
अनमोल जैन 1.50 लाख रुपये
शानू 1 लाख रुपये
जगदीश 1 लाख रुपये
उमेश 80 हजार रुपये
गिरीशचन्द्र 70 हजार रुपये
आशू 50 हजार रुपये
(नोट- यह नुकसान तहसीलदार की जानकारी के अनुसार है)