AMU: आईएस से जुड़े छात्रों पर एएमयू ने आज तक नहीं की कार्रवाई, इस पर इंतजामिया बोली यह
सबसे पहले एनआईए ने झारखंड के लोहरदगा में एएमयू के बीए के छात्र फैजान की गिरफ्तारी की। इसके बाद क्रमवार जब गिरफ्तारी हुईं तो एएमयू के छात्र संगठन सामा (स्टूडेंट्स ऑफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) का नाम सामने आया। जिस पर यूपी एटीएस ने मुकदमा दर्ज कर आगे कुल ग्यारह की गिरफ्तारी हुईं। जिन पर अलग अलग चार्जशीट दी गईं।
विस्तार
आतंकियों के पनाहगाह के रूप में चर्चित अलीगढ़ पर बेशक इन दिनों एजेंसियों की नजर टिकी है। मगर डेढ़ वर्ष पहले पकड़े गए एएमयू से जुड़े आईएस मॉड्यूल पर एएमयू इंतजामिया की प्रतिक्रिया आज भी पर्दा डालने सरीखी है। एजेंसियों द्वारा गिरफ्तार किए गए एएमयू छात्रों पर चार्जशीट तक चली गई।
अदालत में जल्द ट्रायल शुरू होने के संकेत हैं। मगर एएमयू इंतजामिया अभी तक सिर्फ एक आरोपी को अपना छात्र स्वीकारती है। मगर कार्रवाई के नाम पर वही रटा हुआ जवाब मिलता है कि उन्हें आज तक कोई लिखित सूचना नहीं मिली। ऐसे में कार्रवाई का मतलब नहीं बनता।
एक वर्ष पहले एजेंसियों के स्तर से जो गिरफ्तारियां की गई थीं, उनमें सिर्फ लोहरदगा से पकड़ा गया फैजान हमारा छात्र स्पष्ट हुआ था। बाकी अर्सलान, माज, वजीउद्दीन, फराज आदि पूर्व छात्र थे। वे एएमयू छोड़ चुके थे। इसलिए हमारे स्तर से कोई कार्रवाई नहीं बनती। रहा सवाल फैजान पर कार्रवाई का तो आज तक किसी एजेंसी ने हमें लिखित में कोई सूचना उसके किसी अपराध या पकड़े जाने के विषय में नहीं दी। ऐसे में हम किस आधार पर मान लें कि वह किसी अपराध में शामिल था। इसलिए कार्रवाई नहीं की गई। -प्रो.वसीम अली प्रॉक्टर, एएमयू
ये हुए गिरफ्तार
- जुलाई 2023 में झारखंड लोहरदगा से एनआईए ने एएमयू छात्र फैजान अंसारी को गिरफ्तार किया। दिल्ली जेल में।
- अक्तूबर 2023 में फैजान के बाद इसी इनपुट पर मुरादाबाद से मो.अरशद वारसी पूर्व एमटेक छात्र को गिरफ्तार किया गया। दिल्ली जेल में।
- नवंबर में अलीगढ़ से ही अब्दुल्ला अर्सलान व माज बिन तारिक दोनों पूर्व छात्र को गिरफ्तार किया गया। लखनऊ जेल में।
- नवंबर 2023 में ही छत्तीसगढ़ के दुर्ग इलाके से अलीगढ़ में कोचिंग संचालक एएमयू के पूर्व रिसर्च स्कॉलर छात्र वजीहउद्दीन को गिरफ्तार किया गया। दिल्ली जेल में।
- नवंबर 2023 में ही एएमयू बीटेक छात्र राकिब इमाम अंसारी को भदोसी से, संभल से बीएससी छात्र नावेद सिद्दीकी, उसके दूसरे साथी मो.नाजिम पकड़ा। लखनऊ जेल में।
- दिसंबर 2023 में अलीगढ़ से ही एएमयू के पूर्व छात्र आमस उर्फ फराज को गिरफ्तार किया गया। लखनऊ जेल में।
- दिसंबर 2023 में ही अब्दुल समद मलिक नाम का एक पूर्व छात्र कोर्ट में सरेंडर कर खुद ही जेल गया था। लखनऊ जेल में।
- जनवरी 2024 में प्रयागराज से एएमयू के एमएसडब्ल्यू छात्र फैजान बख्तियार को गिरफ्तार किया। लखनऊ जेल में।
ऐसे शुरू हुआ था गिरफ्तारी का क्रम
सबसे पहले एनआईए ने झारखंड के लोहरदगा में एएमयू के बीए के छात्र फैजान की गिरफ्तारी की। इसके बाद क्रमवार जब गिरफ्तारी हुईं तो एएमयू के छात्र संगठन सामा (स्टूडेंट्स ऑफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) का नाम सामने आया। जिस पर यूपी एटीएस ने मुकदमा दर्ज कर आगे कुल ग्यारह की गिरफ्तारी हुईं। जिन पर अलग अलग चार्जशीट दी गईं। इन गिरफ्तारियों के बाद मूल रूप से देहरादून के एएमयू के पूर्व छात्र आईएस के भारतीय चीफ हरीश फारूकी को पिछले वर्ष असम से दबोचा गया था। यह तो स्पष्ट नहीं हुआ कि वह एएमयू में कब और कहां तक पढ़ा है।
जांच में साफ हुआ है कि वह व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये सामा नामक छात्र संगठन से जुड़ा था। वह नए छात्रों को जुड़वाता था और अलीगढ़ मॉड्यूल्स को ऑपरेट करते हुए देश विरोधी गतिविधियों को संचालित करता था। इसी क्रम में आईएस पर काम करते हुए एजेंसियों की नजर में एएमयू छात्रों के संगठन सामा (स्टूडेंट्स ऑफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) का नाम आया। सभी आरोपी जेल में हैं। जिन पर अब जल्द ट्रायल के संकेत हैं। मगर एएमयू स्तर से कार्रवाई के नाम पर चुप्पी है।