Lok Adalat: अलीगढ़ में लगी लोक अदालत, 81 हजार 768 मुकदमों का निस्तारण, मिलाए गए 72 जोड़े
वाणिज्यिक न्यायालय में 24 वादों का निस्तारण कर एक करोड़ 51 लाख 82 हजार 701 की धनराशि वसूल की गई। पीठासीन अधिकारी जय सिंह पुण्ढीर ने मोटरयान दुर्घटना प्रतिकर न्यायाधिकरण में 226 वादों का निस्तारण कर सात करोड़ 68 लाख 97 हजार 500 रुपए प्रतिकर धनराशि का एवार्ड घोषित कर दुर्घटनाग्रस्त परिवार के सदस्यों को दिलाई।

विस्तार
अलीगढ़ विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से 13 जुलाई को लोक अदालत का आयोजन किया गया। दीवानी सहित सभी बाह्य न्यायालयों में दिन भर मेले जैसा नजारा रहा। सुलह समझौते के आधार पर 81 हजार 768 मुकदमों का निस्तारण किया गया।

दीवानी न्यायालय परिसर में लोक अदालत का दीप जलाकर शुभारंभ करते हुए प्राधिकरण अध्यक्ष/जिला जज संजीव कुमार ने कहा कि लोक अदालत में सुलह समझौते से वाद निस्तारित किए जाते हैं। इससे वादकारियों को भारी राहत मिलने के साथ मुकदमों का बोझ भी कम होता है। इस मौके पर मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के पीठासीन अधिकारी जय सिंह पुण्ढीर, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय मनोज कुमार अग्रवाल, समस्त न्यायिक अधिकारीगण, बैक के वरिष्ठ प्रबंधकगण, दि अलीगढ़ बार एसोसिएशन एवं दि सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष आदि मौजूद रहे।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नितिन श्रीवास्तव के अनुसार पीठासीन अधिकारी विवेक त्रिपाठी के वाणिज्यिक न्यायालय में 24 वादों का निस्तारण कर एक करोड़ 51 लाख 82 हजार 701 की धनराशि वसूल की गई। पीठासीन अधिकारी जय सिंह पुण्ढीर ने मोटरयान दुर्घटना प्रतिकर न्यायाधिकरण में 226 वादों का निस्तारण कर सात करोड़ 68 लाख 97 हजार 500 रुपए प्रतिकर धनराशि का एवार्ड घोषित कर दुर्घटनाग्रस्त परिवार के सदस्यों को दिलाई।
न्यायाधीश परिवार न्यायालय मनोज कुमार अग्रवाल ने 89 पारिवारिक वादों का निस्तारण कर 17 जोड़ों को साथ-साथ भेजा। अपर प्रधान न्यायाधीश ललिता गुप्ता ने 20 वाद का निस्तारण कर पांच दंपतियों और प्रीलिटिगेशन वैवाहिक वादों में भी 47 वादों का निस्तारण कर दस दंपतियों को साथ-साथ भेजा। अपर प्रधान न्यायाधीश नुपूर ने 31 पारिवारिक वादों का निस्तारण कर आठ दंपतियों और प्रीलिटिगेशन वैवाहिक वादों 34 वाद का निस्तारण कर छह दंपतियों को साथ भेजा।
अपर प्रधान न्यायाधीश ज्ञानेंद्र सिंह ने 28 पारिवारिक वाद का निस्तारण कर नौ दंपतियों और प्रीलिटिगेशन वैवाहिक 46 वाद का निस्तारण कर चार दंपतियों को साथ भेजा गया। जबकि अपर प्रधान न्यायाधीश ज्योति ने 44 वाद का निस्तारण कर नौ जोड़ों और प्रीलिटिगेशन वैवाहिक 48 वाद का निस्तारण कर चार जोड़ों को साथ भेजा। वहीं विशेष न्यायाधीश(ईसीएक्ट) प्रवीन कुमार पांडेय ने विद्युत अधिनियम के 257 वाद में दस लाख ढाई हजार रुपये अर्थदंड वसूल किया। अपर जिला जज (गैंगेस्टर) संजय कुमार यादव-प्रथम ने चार वादों का निस्तारण कर एक हजार रुपए वसूल किया। अपर जिला जज (पॉक्सो) राजीव शुक्ला ने छह वाद का निस्तारण कर एक लाख साढ़े 35 हजार अर्थदंड वसूल किया।
मिलाए गए 72 जोड़े, 387 मामले निस्तारित
पारिवारिक न्यायालय में प्रधान न्यायाधीश ने कुल 89 केस निस्तारित किए, जिसमें 17 जोड़े साथ भेजे गए। अपर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय प्रथम नुपुर की कोर्ट में 65 मामले निस्तारित हुए, जिसमें 14 जोड़े साथ-साथ भेजे गए। अपर प्रधान न्यायाधीश द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह के न्यायालय में 74 मामले निस्तारित हुए जिसमें 13 जोड़े साथ भेजे गए। अपर प्रधान न्यायाधीश तृतीय ज्योति सिंह की कोर्ट में 92 केस निस्तारित हुए, जिसमें 13 जोड़े साथ-साथ भेजे गए। राष्ट्रीय लोक अदालत में अपर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय चतुर्थ ललिता गुप्ता की कोर्ट में 67 केस निस्तारित हुए जिसमें 15 जोड़े साथ-साथ भेजे गए। सभी जोड़ों ने एक दूसरे को माला पहनकर स्वागत किया और मिष्ठान वितरण कोर्ट द्वारा किया गया। कोर्ट द्वारा 387 मामलों का निस्तारण किया गया जिसमें 72 जोड़े हंसी-खुशी साथ-साथ भेजे गए।
स्थायी लोक अदालत में निपटाए दो वाद
स्थायी लोक अदालत में 2 वादों का निस्तारण कर एवार्ड धनराशि 1311500 रुपये एवार्ड किए गए। स्थायी लोक अदालत अलीगढ़ पीठ की अध्यक्षता सत्यदेव प्रभारी अध्यक्ष व आरती सदस्य ने की।