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‘टीपू सुल्तान’ से अखिलेश को बना दिया औरंगजेब
अमर उजाला ब्यूरो इलाहाबाद।
Updated Fri, 06 Jan 2017 01:19 AM IST
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- फोटो : CM FB Wall
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समाजवादी आंदोलन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तुलना मुगल शासक औरंगजेब से कर डाली है। समाजवादी पार्टी में चल रही उठापटक के बीच समाजवादी आंदोलन के सक्रिय कार्यकर्ताओं की बृहस्पतिवार को सरकुलर रोड पर हुई बैठक में कहा गया कि इस परिवार से मुख्यमंत्री बने अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह यादव को हटाकर स्वयं को राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर यह साबित करता है कि देश में औरंगजेब अभी जिंदा है।
हरि नारायण मिश्र के आवास पर हुई बैठक में समाजवादी आंदोलन के सक्रिय कार्यकर्ताओं ने निर्वाचन आयोग से समाजवादी पार्टी का नाम और निशान जब्त कर मान्यता रद्द करने की मांग की है। बैठक में शामिल प्रदेश के प्रमुख सोशलिस्टों के बीच सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव में कहा गया कि समाजवादी आंदोलन एक कुनबे का गुलाम हो गया है। इस आंदोलन को नष्ट करने का काम मुलायम सिंह यादव और उनके कुटुम्ब के लोगों ने किया, जिसे देश कभी माफ नहीं करेगा।
बैठक में एक अन्य प्रस्ताव पारित कर कहा गया कि परिवारवादी पार्टी से अलग समाजवादी सिद्धांतों और आदर्शों पर आधारित मंच की आवश्यकता कार्यकर्ता महसूस कर रहे हैं। इस पर विचार करने के लिए जनवरी में ही अन्य समाजवादी संगठनों से बात कर सहमति के आधार पर सम्मेलन आयोजित करेंगे। बैठक की अध्यक्षता चित्रकूट के सुंदर लाल सुमन ने की। इसमें रवि किरन जैन, टीपी सिंह, प्रमोद कुमार जैन, प्रो.बल्लभ, कृपाशंकर श्रीवास्तव, सतीश अग्रवाल, राजेंद्र प्रसाद जायसवाल, सिकंदर खां, निरंकार सरन, नवीन पाठक, जगदीश सिंह, सुधीर, त्रिवेदी, प्रभाकर भट्ट, दिनेश जायसवाल आदि ने विचार व्यक्त किए।
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हरि नारायण मिश्र के आवास पर हुई बैठक में समाजवादी आंदोलन के सक्रिय कार्यकर्ताओं ने निर्वाचन आयोग से समाजवादी पार्टी का नाम और निशान जब्त कर मान्यता रद्द करने की मांग की है। बैठक में शामिल प्रदेश के प्रमुख सोशलिस्टों के बीच सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव में कहा गया कि समाजवादी आंदोलन एक कुनबे का गुलाम हो गया है। इस आंदोलन को नष्ट करने का काम मुलायम सिंह यादव और उनके कुटुम्ब के लोगों ने किया, जिसे देश कभी माफ नहीं करेगा।
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बैठक में एक अन्य प्रस्ताव पारित कर कहा गया कि परिवारवादी पार्टी से अलग समाजवादी सिद्धांतों और आदर्शों पर आधारित मंच की आवश्यकता कार्यकर्ता महसूस कर रहे हैं। इस पर विचार करने के लिए जनवरी में ही अन्य समाजवादी संगठनों से बात कर सहमति के आधार पर सम्मेलन आयोजित करेंगे। बैठक की अध्यक्षता चित्रकूट के सुंदर लाल सुमन ने की। इसमें रवि किरन जैन, टीपी सिंह, प्रमोद कुमार जैन, प्रो.बल्लभ, कृपाशंकर श्रीवास्तव, सतीश अग्रवाल, राजेंद्र प्रसाद जायसवाल, सिकंदर खां, निरंकार सरन, नवीन पाठक, जगदीश सिंह, सुधीर, त्रिवेदी, प्रभाकर भट्ट, दिनेश जायसवाल आदि ने विचार व्यक्त किए।