प्रयागराज : ट्रेन में नहीं मिली जगह तो दिल्ली के लिए बुक करवा दी टैक्सी, दिवाली के बाद बढ़ी भारी भीड़
भैया दूज मनाने के बाद बुधवार से ही दिल्ली रूट की ट्रेनों में खासी भीड़ उमड़ रही है। दिल्ली जाने वाली प्रयागराज एक्सप्रेस, हमसफर एक्सप्रेस, रीवा एक्सप्रेस, शिवगंगा एक्सप्रेस, महाबोधि एक्सप्रेस, पूर्वा एक्सप्रेस, पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के साथ वंदे भारत, राजधानी आदि ट्रेनों में अगले कई दिन लंबी प्रतीक्षा सूची है।
विस्तार
दिवाली मनाने के बाद वापसी करने वाले लोगों की भीड़ से प्रयागराज जंक्शन से विभिन्न स्थानों की ओर जाने वाली ट्रेनों में लंबी प्रतीक्षा सूची हो गई है। दिल्ली रूट की स्थिति ज्यादा खराब है। ट्रेनों में जगह न मिलने से अब लोग टैक्सी का सहारा ले रहे हैं। अब राजरूपपुर के देव श्रीवास्तव का ही उदाहरण ले लें। नोएडा की एक कंपनी में कार्य करने वाले देव को दिल्ली के लिए कंफर्म बर्थ नहीं मिली तो उसने अपने दो और दोस्तों के साथ टैक्सी बुक करवा ली। देव को टैक्सी थोड़ी महंगी जरूर मिली, लेकिन गंतव्य तक पहुंचने के लिए यह बेहतर विकल्प जरूर साबित हुई।
भैया दूज मनाने के बाद बुधवार से ही दिल्ली रूट की ट्रेनों में खासी भीड़ उमड़ रही है। दिल्ली जाने वाली प्रयागराज एक्सप्रेस, हमसफर एक्सप्रेस, रीवा एक्सप्रेस, शिवगंगा एक्सप्रेस, महाबोधि एक्सप्रेस, पूर्वा एक्सप्रेस, पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के साथ वंदे भारत, राजधानी आदि ट्रेनों में अगले कई दिन लंबी प्रतीक्षा सूची है। पूरे नवंबर में दिल्ली व मुंबई रूट पर प्रयागराज से जाने वाली किसी भी ट्रेन में लोगों को कंफर्म बर्थ नहीं मिल रही है। हवाई किराया भी आसमान छू रहा है।
शांतिपुरम के मनीष शुक्ला ने बताया कि दिवाली पर दिल्ली से वह शेयरिंग टैक्सी से ही प्रयागराज आए थे। शनिवार को उन्हें वापस जाना है। अगर तत्काल का कंफर्म टिकट मिलता है तो ठीक है, अन्यथा वह वापस दिल्ली के लिए टैक्सी का ही रुख करेंगे। वहीं, दूसरी ओर दिल्ली जा रही भीड़ का फायदा निजी बस ऑपरेटर भी उठा रहे है।
अमूमन स्लीपर बस से दिल्ली का किराया 800 से 1000 रुपये ही रहता है, लेकिन बृहस्पतिवार को सिविल लाइंस से गई एक निजी बस संचालक ने लोगों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए डेढ़ से ढाई हजार तक का किराया वसूला। इस बीच ट्रेनों में छठ की भी भीड़ बढ़ गई है। बिहार की ओर जाने वाली ट्रेनें पूरी तरह से ठसाठस होकर चल रही हैं।