प्रयागराज : सरकार की नीतियों के खिलाफ 11 अक्तूबर को लखनऊ में गरजेंगे वामदल, संविधान को बताया खतरे में
भाकपा के प्रदेश सचिव अरविंद राज स्वरूप, माकपा के प्रदेश सचिव डॉ. हीरालाल यादव, भाकपा-माले के प्रदेश सचिव सुधाकर यादव, फारवर्ड ब्लॉक के राज्य सचिव उदयनाथ सिंह और लोजद के प्रदेश अध्यक्ष जुबैर अहमद ने संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि केंद्र व प्रदेश सरकार की नीतियां कारपोरेट सेक्टर के लिए है।
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केंद्र और प्रदेश सरकार की नीतियों के खिलाफ और महंगाई, बेरोजगारी व बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर लखनऊ में 11 अक्तूबर को संयुक्त वामपंथी जनवादी दल की ओर से रैली निकाली जाएगी। इसमें पूर्वांचल से करीब 30-40 हजार लोग हिस्सा लेंगे। यह जानकारी शुक्रवार को प्रेस क्लब में आयोजित हुए प्रेसवार्ता के दौरान वामदल के नेताओं ने दी।
भाकपा के प्रदेश सचिव अरविंद राज स्वरूप, माकपा के प्रदेश सचिव डॉ. हीरालाल यादव, भाकपा-माले के प्रदेश सचिव सुधाकर यादव, फारवर्ड ब्लॉक के राज्य सचिव उदयनाथ सिंह और लोजद के प्रदेश अध्यक्ष जुबैर अहमद ने संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि केंद्र व प्रदेश सरकार की नीतियां कारपोरेट सेक्टर के लिए है। आम आदमी महंगाई से जूझ रहा है। रोजमर्रा की चीजों का दाम आसमान छू रहा है। बेरोजगारी का स्तर हर दिन बढ़ता जा रहा है।
मनरेगा में लोगों को काम नहीं मिल पा रहा है। सरकारी संस्थाओं को औने-पौने दामों में बेचा जा रहा है। किसान आत्महत्या के लिए मजबूर हो रहे हैं, उनकी कोई भी सुध नहीं ले रहा है। उन्हें सिंचाई के लिए मुफ्त में बिजली दिए जाने का वादा भी खोखला साबित हुआ है। कृषि जमीन पर सरकार की ओर से जबरन अधिग्रहण किया जा रहा है।
कौशाम्बी में तिहरे हत्याकांड को बताया प्रशासन की लापरवाही
इसके साथ ही पूरे देश में कानून व्यवस्था बिगड़ती चली जा रही है। मणिपुर की घटना से लेकर कौशाम्बी तक की घटना में जिला प्रशासन की लापरवाहियां उजागर हुई हैं। पुलिस बालात्कार पीड़ित महिला के बजाय अपराधियों का बचाव करने में जुटी रहती है। अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत का माहौल खड़ा किया जा रहा है। वामदल के नेताओं ने कहा कि इन्हीं सब जनहित के मुद्दों को लेकर लखनऊ में महारैली का आयोजन किया जा रहा है।
इस रैली में प्रदेश भर से करीब एक लाख लोग एकजुट होंगे और सरकार की नीतियों का जोरदार तरीके से विरोध करेंगे। रैली में वामदल संगठन के बड़े नेता सीताराम येचुरी, डी राजा, दीपांकर भट्टाचार्य, जी देवराजन और जावेद रजा भी हुंकार भरेंगे और लोगों को संबोधित करेंगे। नेताओं ने बताया कि रैली में जाति जनगणना, मंहगाई, बेरोजगारी, मुफ्त राशन व्यवस्था, फसलों पर एमएसपी, किसानों के कर्ज एवं बिजली बिल की माफी, न्यूनतम मजूदरी वेतन, मनरेगा मजदूरी बढ़ाने, बकाया गन्ने के मूल्य का भुगतान, आदिवासियों, दलितों और अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न बंद किए जाने समेत 12 बिंदुओं पर सरकार का घेराव किया जाएगा।