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Balrampur News: हर तरफ बचाओ-बचाओ की चीख, धुएं में डूबा रहा क्षेत्र
संवाद न्यूज एजेंसी, बलरामपुर
Updated Tue, 02 Dec 2025 11:45 PM IST
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फुलवरिया बाईपास के पास आग लगने से जली बस ।
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बलरामपुर। फुलवरिया बाईपास पर सोमवार देर रात सड़क हादसे का मंजर भयावह था। चीख-पुकार के बीच धू-धू कर जलती बस देखकर स्थानीय लोग सहम गए। बड़ी अनहोनी की आशंका में बचाव के लिए घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। इस बीच पहुंची पुलिस टीम की मदद से बस में फंसे यात्रियों को निकालने का प्रयास शुरू हुआ।
ऊनी कपड़ों से लदे ट्रक की टक्कर के बाद यात्री बस बिजली के पोल से टकरा गई, जिससे ट्रक व बस में आग लग गई। अंधेरे में अचानक उठी लपटें और यात्रियों की चीख सुनकर आसपास के लोग घरों से बाहर निकल पड़े। भड़कती लपटों के कारण कोई बस के पास नहीं जा पा रहा था।
बस के अंदर फंसे यात्री मदद की गुहार लगाते रहे। कोई खिड़की तोड़ने की कोशिश कर रहा था, तो कोई सीटों के बीच फंसा हुआ कराह रहा था। धुआं इतना अधिक था कि मौके पर खड़े लोगों की हालत भी खराब होने लगी। कुछ यात्री खुद खिड़की तोड़कर बाहर निकले। महिलाएं और बच्चों को बस के अंदर छटपटाता देख स्थानीय लोगों ने बस के शीशे तोड़ने शुरू किए।
इस बीच पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंच गई। सभी ने मिलकर यात्रियों को बाहर निकाला। मौके पर अफरा-तफरी मची रही। कोई बेहोश पड़ा था, तो कोई घायल को गोद में उठाकर दौड़ रहा था। सड़क पर जले हुए सामान और टूटे हुए शीशे बिखरे थे।
घायल यात्रियों में नेपाल के नागरिकों की संख्या अधिक रही। कई अपने परिजनों को खोजते हुए इधर-उधर भाग रहे थे। किसी के चेहरे पर जलन हो रही थी तो किसी के कपड़े झुलस चुके थे। फायरमैन घायलों को बस से बाहर लाते गए और पुलिसकर्मी उन्हें उपचार के लिए एंबुलेंस से अस्पताल भेजने में जुटे रहे। कुछ ही देर में घटनास्थल पर एंबुलेंसों की कतार लग गई। जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने तत्काल इलाज शुरू किया।
बदहवास मां की गोद में सिमटी रही मासूम
हादसे में जो बस जली उसकी एक सीट पर नेपाल के गुलमी निवासी शिव बहादुर पत्नी पूर्णिमा एवं 18 माह की बेटी शिवांगी के साथ बैठे थे। बस से ट्रक टकराया तो शिव बहादुर सीट से नीचे गिर गए। उन्होंने बताया कि पांच सेकंड तक करंट लगने जैसा महसूस हुआ उसके बाद वह बेहोश हो गए। उन्हें कुछ पता नहीं चला।
वहीं, पूर्णिमा ने बताया कि घटना के बाद कुछ देर तक उन्हें भी होश नहीं था। होश आने पर महसूस हुआ कि बेटी शिवांगी गोद में सिमटी हुई है। लोगों ने बस से हम तीनों को बाहर निकाला और आनन-फानन एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया। बेटी और पति सही सलामत हैं। यही हमारे लिए बहुत है।
चौराहे के पास ट्रांसफार्मर व पोल बनते हैं दुर्घटना के कारण
फुलवरिया बाइपास चौराहे के चारों तरफ सड़क के किनारे ही ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं। कुछ विद्युत पोल तो सड़क से सटे हुए हैं। इस कारण यहां आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं। सोमवार देर रात भी ट्रक से टकराने के बाद बस विद्युत पोल से भिड़ गई। प्रत्यक्षदर्शी बीडी जायसवाल एवं प्रशांत मौर्य ने बताया कि विद्युत तार की चपेट में आने से बस में आग लगी। संयोग रहा कि तार टूटने से बिजली गुल हो गई, जिससे बस सवार यात्रियों की जान बच गई।
गाड़ी छोड़ बाइक से घटनास्थल पर पहुंचे एएसपी
हादसे की सूचना मिलने पर एएसपी विशाल पांडेय ने चालक का इंतजार नहीं किया। वह गाड़ी छोड़कर बाइक से ही घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। इससे वह दस मिनट के अंदर ही घटनास्थल पर पहुंच गए। इसके बाद राहत और बचाव कार्य ने तेजी पकड़ा।
छह दमकल व दो क्रेन बचाव कार्य में जुटे
हादसे के बाद छह दमकल व दो क्रेन के सहारे राहत व बचाव कार्य शुरू किया गया। दमकल कर्मियों ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। दो क्रेन की मदद से बस और ट्रक को घटनास्थल से हटाया गया।
एक घायल लखनऊ, तो पांच बहराइच मेडिकल कॉलेज रेफर
हादसे में घायलों को पहले संयुक्त जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से गंभीर रूप से घायल कृष्ण बहादुर (58) निवासी नवलपरासी, विष्णु माया (52) निवासी नवलपुर, अनिल बहादुर (16), दिवाकर (42) व धन कुमारी (60) निवासी बुटवल (नेपाल) को बहराइच मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। कृष्ण बहादुर (58) निवासी नवलपरासी (नेपाल) की स्थिति गंभीर होने पर लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
19 का जिला अस्पताल में चल रहा इलाज
संयुक्त जिला अस्पताल बलरामपुर में 19घायलों को भर्ती कराया गया है। एक घायल का उपचार निजी अस्पताल में चल रहा है। जिला अस्पताल में शिव बहादुर परिहार (30), अनिल बहादुर (16), सरस्वती पौडेल (24) निवासी बुटवल, पूर्णिमा परिहार (24) निवासी गुल्मी (सभी नेपाल), खारुल बसर (24) व नौशाद अली (30) निवासी सुपौल बिहार, विक्रम (27) निवासी नीलूखेड़ी हरियाणा सहित 19 को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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ऊनी कपड़ों से लदे ट्रक की टक्कर के बाद यात्री बस बिजली के पोल से टकरा गई, जिससे ट्रक व बस में आग लग गई। अंधेरे में अचानक उठी लपटें और यात्रियों की चीख सुनकर आसपास के लोग घरों से बाहर निकल पड़े। भड़कती लपटों के कारण कोई बस के पास नहीं जा पा रहा था।
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बस के अंदर फंसे यात्री मदद की गुहार लगाते रहे। कोई खिड़की तोड़ने की कोशिश कर रहा था, तो कोई सीटों के बीच फंसा हुआ कराह रहा था। धुआं इतना अधिक था कि मौके पर खड़े लोगों की हालत भी खराब होने लगी। कुछ यात्री खुद खिड़की तोड़कर बाहर निकले। महिलाएं और बच्चों को बस के अंदर छटपटाता देख स्थानीय लोगों ने बस के शीशे तोड़ने शुरू किए।
इस बीच पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंच गई। सभी ने मिलकर यात्रियों को बाहर निकाला। मौके पर अफरा-तफरी मची रही। कोई बेहोश पड़ा था, तो कोई घायल को गोद में उठाकर दौड़ रहा था। सड़क पर जले हुए सामान और टूटे हुए शीशे बिखरे थे।
घायल यात्रियों में नेपाल के नागरिकों की संख्या अधिक रही। कई अपने परिजनों को खोजते हुए इधर-उधर भाग रहे थे। किसी के चेहरे पर जलन हो रही थी तो किसी के कपड़े झुलस चुके थे। फायरमैन घायलों को बस से बाहर लाते गए और पुलिसकर्मी उन्हें उपचार के लिए एंबुलेंस से अस्पताल भेजने में जुटे रहे। कुछ ही देर में घटनास्थल पर एंबुलेंसों की कतार लग गई। जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने तत्काल इलाज शुरू किया।
बदहवास मां की गोद में सिमटी रही मासूम
हादसे में जो बस जली उसकी एक सीट पर नेपाल के गुलमी निवासी शिव बहादुर पत्नी पूर्णिमा एवं 18 माह की बेटी शिवांगी के साथ बैठे थे। बस से ट्रक टकराया तो शिव बहादुर सीट से नीचे गिर गए। उन्होंने बताया कि पांच सेकंड तक करंट लगने जैसा महसूस हुआ उसके बाद वह बेहोश हो गए। उन्हें कुछ पता नहीं चला।
वहीं, पूर्णिमा ने बताया कि घटना के बाद कुछ देर तक उन्हें भी होश नहीं था। होश आने पर महसूस हुआ कि बेटी शिवांगी गोद में सिमटी हुई है। लोगों ने बस से हम तीनों को बाहर निकाला और आनन-फानन एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया। बेटी और पति सही सलामत हैं। यही हमारे लिए बहुत है।
चौराहे के पास ट्रांसफार्मर व पोल बनते हैं दुर्घटना के कारण
फुलवरिया बाइपास चौराहे के चारों तरफ सड़क के किनारे ही ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं। कुछ विद्युत पोल तो सड़क से सटे हुए हैं। इस कारण यहां आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं। सोमवार देर रात भी ट्रक से टकराने के बाद बस विद्युत पोल से भिड़ गई। प्रत्यक्षदर्शी बीडी जायसवाल एवं प्रशांत मौर्य ने बताया कि विद्युत तार की चपेट में आने से बस में आग लगी। संयोग रहा कि तार टूटने से बिजली गुल हो गई, जिससे बस सवार यात्रियों की जान बच गई।
गाड़ी छोड़ बाइक से घटनास्थल पर पहुंचे एएसपी
हादसे की सूचना मिलने पर एएसपी विशाल पांडेय ने चालक का इंतजार नहीं किया। वह गाड़ी छोड़कर बाइक से ही घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। इससे वह दस मिनट के अंदर ही घटनास्थल पर पहुंच गए। इसके बाद राहत और बचाव कार्य ने तेजी पकड़ा।
छह दमकल व दो क्रेन बचाव कार्य में जुटे
हादसे के बाद छह दमकल व दो क्रेन के सहारे राहत व बचाव कार्य शुरू किया गया। दमकल कर्मियों ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। दो क्रेन की मदद से बस और ट्रक को घटनास्थल से हटाया गया।
एक घायल लखनऊ, तो पांच बहराइच मेडिकल कॉलेज रेफर
हादसे में घायलों को पहले संयुक्त जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से गंभीर रूप से घायल कृष्ण बहादुर (58) निवासी नवलपरासी, विष्णु माया (52) निवासी नवलपुर, अनिल बहादुर (16), दिवाकर (42) व धन कुमारी (60) निवासी बुटवल (नेपाल) को बहराइच मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। कृष्ण बहादुर (58) निवासी नवलपरासी (नेपाल) की स्थिति गंभीर होने पर लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
19 का जिला अस्पताल में चल रहा इलाज
संयुक्त जिला अस्पताल बलरामपुर में 19घायलों को भर्ती कराया गया है। एक घायल का उपचार निजी अस्पताल में चल रहा है। जिला अस्पताल में शिव बहादुर परिहार (30), अनिल बहादुर (16), सरस्वती पौडेल (24) निवासी बुटवल, पूर्णिमा परिहार (24) निवासी गुल्मी (सभी नेपाल), खारुल बसर (24) व नौशाद अली (30) निवासी सुपौल बिहार, विक्रम (27) निवासी नीलूखेड़ी हरियाणा सहित 19 को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।