{"_id":"6908e6ad4779a52a580b8014","slug":"msc-student-dies-in-his-maternal-home-after-getting-hit-by-11-thousand-power-lines-banda-news-c-212-1-sknp1006-135538-2025-11-03","type":"story","status":"publish","title_hn":"Banda News: 11 हजार बिजली लाइन की चपेट में आकर एमएससी के छात्र की ननिहाल में मौत","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Banda News: 11 हजार बिजली लाइन की चपेट में आकर एमएससी के छात्र की ननिहाल में मौत
संवाद न्यूज एजेंसी, बांदा
Updated Mon, 03 Nov 2025 11:00 PM IST
विज्ञापन
फोटो- 24 विवेक त्रिपाठी उर्फ छोटू। फाइल फोटो
विज्ञापन
अतर्रा (बांदा)। 11 हजार बिजली लाइन की चपेट में आकर मामा के घर आया युवक गिरकर अचेत हो गया। परिजनों ने उसे सीएचसी पहुंचाया। यहां डॉक्टर अरविंद ने उसे मृत घोषित कर दिया।
फतेहगंज थाना क्षेत्र के राजाडांडी गांव निवासी विवेक त्रिपाठी उर्फ छोटू (23) सोमवार को सुबह अतर्रा कोतवाली क्षेत्र के अतर्रा ग्रामीण के चौरिहन पुरवा स्थित अपने मामा के घर आया था। ममेरे भाई सुबोध चौरिहा ने बताया कि यहां नए मकान का निर्माण हो रहा है। जहां वह निर्माणाधीन मकान को देखने छत पर चला गया। तभी छज्जे के ऊपर से निकली 11 हजार लाइन की चपेट में आकर वह अचेत हो गया। परिजन विवेक को अचेतावस्था में सीएचसी लेकर आए, यहां ड्यूटी में तैनात डाॅक्टर ने युवक को मृत घोषित कर दिया। मृतक युवक दो भाइयों में छोटा था और शहर के पंडित जवाहर लाल नेहरू डिग्री कालेज में एमएससी का छात्र था। सोमवार की सुबह वह गांव से बांदा जाने के लिए निकला था। तभी रास्ते मे ननिहाल में कुछ देर के लिए चला गया था। ममेरे भाई सुबोध चौरिहा ने बिजली उपखंड कार्यालय के अवर अभियंता अजय कनौजिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीते 10 अप्रैल 2025 को छज्जे से 11 हजार की लाइन हटवाने का प्रार्थना पत्र दिया था। लेकिन अवर अभियंता ने अवैध धनराशि की मांग की गई थी। अवैध धनराशि न देने पर बिजली विभाग ने 11 हजार की लाइन नहीं हटाई थी। यदि लाइन हट गई होती तो यह हादसा न होता। अतर्रा कोतवाली इंस्पेक्टर ऋषिदेव सिंह ने बताया कि बिजली लाइन की चपेट में आने से हादसा हुआ है।
-- -- -- -- -- -- -- -- -
अब तक नहीं हुई थी कार्रवाई
अतर्रा। ममेरे भाई सुबोध चौरिहा ने बताया कि उन्होंने बीते 10 अप्रैल को बिजली विभाग के उपखंड अधिकारी को पत्र देकर घर में निर्माण कार्य कराए जाने का हवाला देकर घर के ऊपर से गुजर रही 11 हजार वोल्ट हाईटेंशन लाइन को हटाने की मांग की थी। उपखंड अधिकारी ने अतर्रा क्षेत्र का कार्य देख रहे अवर अभियंता को समस्या के समाधान के लिखित निर्देश भी दिए थे, लेकिन लापरवाही के चलते लाइन नहीं हटाई गई। परिजनों का आरोप है कि यदि समय रहते कार्रवाई की जाती, तो यह हादसा टल सकता था। अब घटना के बाद परिवार व ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है।
-- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -
अतर्रा। घर के ऊपर से गुजरी 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से दम तोड़ देने वाले विवेक त्रिपाठी उर्फ छोटू अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के वरिष्ठ कार्यकर्ता थे। घटना के बाद भाजपा पदाधिकारियों, एबीवीपी कार्यकर्ताओं, जिला पंचायत सदस्य मयंक द्विवेदी, बबलू गर्ग, सुधीर धतुरहा, राकेश गौतम, सुमंत शुक्ला, विवेक मिश्रा, दीनदयाल द्विवेदी, शिवगोपाल गुप्ता, बृजेंद्र गौतम सहित सैकड़ो लोगों ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
-- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -
वर्जन
-- -- -- -- -- -- -- -
बिजली लाइन हटाने या बदलने के लिए प्राक्लन तैयार करना पड़ता है। पत्र मिलने के बाद प्राक्लन तैयार नहीं हो पाया था। परिजन अवैध धनराशि मांगने के जो आरोप लगा रहे हैं, वह गलत हैं।
अजय कनौजिया, अवर अभियंता, बिजली उपखंड कार्यालय।
-- -- -- -- -- -- -- -- -
Trending Videos
फतेहगंज थाना क्षेत्र के राजाडांडी गांव निवासी विवेक त्रिपाठी उर्फ छोटू (23) सोमवार को सुबह अतर्रा कोतवाली क्षेत्र के अतर्रा ग्रामीण के चौरिहन पुरवा स्थित अपने मामा के घर आया था। ममेरे भाई सुबोध चौरिहा ने बताया कि यहां नए मकान का निर्माण हो रहा है। जहां वह निर्माणाधीन मकान को देखने छत पर चला गया। तभी छज्जे के ऊपर से निकली 11 हजार लाइन की चपेट में आकर वह अचेत हो गया। परिजन विवेक को अचेतावस्था में सीएचसी लेकर आए, यहां ड्यूटी में तैनात डाॅक्टर ने युवक को मृत घोषित कर दिया। मृतक युवक दो भाइयों में छोटा था और शहर के पंडित जवाहर लाल नेहरू डिग्री कालेज में एमएससी का छात्र था। सोमवार की सुबह वह गांव से बांदा जाने के लिए निकला था। तभी रास्ते मे ननिहाल में कुछ देर के लिए चला गया था। ममेरे भाई सुबोध चौरिहा ने बिजली उपखंड कार्यालय के अवर अभियंता अजय कनौजिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीते 10 अप्रैल 2025 को छज्जे से 11 हजार की लाइन हटवाने का प्रार्थना पत्र दिया था। लेकिन अवर अभियंता ने अवैध धनराशि की मांग की गई थी। अवैध धनराशि न देने पर बिजली विभाग ने 11 हजार की लाइन नहीं हटाई थी। यदि लाइन हट गई होती तो यह हादसा न होता। अतर्रा कोतवाली इंस्पेक्टर ऋषिदेव सिंह ने बताया कि बिजली लाइन की चपेट में आने से हादसा हुआ है।
विज्ञापन
विज्ञापन
अब तक नहीं हुई थी कार्रवाई
अतर्रा। ममेरे भाई सुबोध चौरिहा ने बताया कि उन्होंने बीते 10 अप्रैल को बिजली विभाग के उपखंड अधिकारी को पत्र देकर घर में निर्माण कार्य कराए जाने का हवाला देकर घर के ऊपर से गुजर रही 11 हजार वोल्ट हाईटेंशन लाइन को हटाने की मांग की थी। उपखंड अधिकारी ने अतर्रा क्षेत्र का कार्य देख रहे अवर अभियंता को समस्या के समाधान के लिखित निर्देश भी दिए थे, लेकिन लापरवाही के चलते लाइन नहीं हटाई गई। परिजनों का आरोप है कि यदि समय रहते कार्रवाई की जाती, तो यह हादसा टल सकता था। अब घटना के बाद परिवार व ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है।
अतर्रा। घर के ऊपर से गुजरी 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से दम तोड़ देने वाले विवेक त्रिपाठी उर्फ छोटू अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के वरिष्ठ कार्यकर्ता थे। घटना के बाद भाजपा पदाधिकारियों, एबीवीपी कार्यकर्ताओं, जिला पंचायत सदस्य मयंक द्विवेदी, बबलू गर्ग, सुधीर धतुरहा, राकेश गौतम, सुमंत शुक्ला, विवेक मिश्रा, दीनदयाल द्विवेदी, शिवगोपाल गुप्ता, बृजेंद्र गौतम सहित सैकड़ो लोगों ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
वर्जन
बिजली लाइन हटाने या बदलने के लिए प्राक्लन तैयार करना पड़ता है। पत्र मिलने के बाद प्राक्लन तैयार नहीं हो पाया था। परिजन अवैध धनराशि मांगने के जो आरोप लगा रहे हैं, वह गलत हैं।
अजय कनौजिया, अवर अभियंता, बिजली उपखंड कार्यालय।

फोटो- 24 विवेक त्रिपाठी उर्फ छोटू। फाइल फोटो