{"_id":"68c480ff91e3e7961b0be907","slug":"the-campaign-has-become-a-mere-formality-petrol-is-available-without-helmet-barabanki-news-c-315-1-brp1005-147550-2025-09-13","type":"story","status":"publish","title_hn":"Barabanki News: रस्म अदायगी बना अभियान, बिना हेलमेट मिल रहा पेट्रोल","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Barabanki News: रस्म अदायगी बना अभियान, बिना हेलमेट मिल रहा पेट्रोल
संवाद न्यूज एजेंसी, बाराबंकी
Updated Sat, 13 Sep 2025 01:52 AM IST
विज्ञापन

विज्ञापन
बाराबंकी। जिम्मेदारों की लापरवाही से नो हेलमेट, नो फ्यूल अभियान रस्म अदायगी तक सिमट गया है। कार्रवाई को लेकर पुलिस, परिवहन विभाग व प्रशासनिक विभागों में आपसी सामंजस्य न होने के कारण वाहन चालक बेखौफ हो बिना हेलमेट के ही पंपों पर आसानी से पेट्रोल भरवा रहे हैं। पंप संचालकों के स्तर पर भी सिर्फ अभियान से जुड़ा बैनर लगा कर ही अपनी हिस्सेदारी जताई जा रही है। अब तक केवल एआरटीओ विभाग के स्तर पर ही कुछ वाहन चालकों के खिलाफ चालान काटने की कार्रवाई हुई है।
जिले में करीब 210 पेट्रोल पंप हैं। जिन पर रोजाना एक लाख से अधिक लोग हर दिन पेट्रोल भरवाने पहुंचते हैं। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नो हेलमेट, नो फ्यूल अभियान के तहत शासन स्तर से बिना हेलमेट के पंपों पर पेट्रोल बेचने पर रोक लगाई गई है। इसके तहत सभी पेट्रोल पंपों पर नोटिस चस्पा करने के साथ ही बिना हेलमेट के पेट्रोल न मिलने के बैनर लगाए गए हैं। लेकिन कागजों तक सिमटे अभियान के कारण जिले के ज्यादातर पेट्रोल पंपों पर बिना हेलमेट के ही वाहन चालकों को आसानी से पेट्रोल मिल रहा है। कई पंपों से तो अभियान से जुड़े बैनर पोस्टर तक गायब हो गए हैं।
एक सितंबर से संचालित अभियान के दौरान खाद्य एवं रसद विभाग को पेट्रोल पंपों पर समन्वय व निगरानी करने, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को जागरूकता फैलाने व पेट्रोल डीलर एसोसिएशन को सहयोग देने के लिए कहा गया था। जमीनी तौर पर इसका कोई असर नहीं दिखता है। शहर में नाका चौराहा के साथ ही अधिकांश पंपों पर अभियान का कोई असर नहीं दिख रहा है। सभी जगह दो पहिया वाहन चालकों को हेलमेट न होने पर भी बिना रोकटोक पेट्रोल दिया जा रहा है।
दूसरे का हेलमेट मांग कर चला रहे काम
जिन पंपों पर कर्मचारी थोड़ी सख्ती करते हैं वहां पर वाहन चालक दूसरे सवार से पेट्रोल भरवाने के लिए हेलमेट मांग कर काम चला रहे हैं। कई पेट्रोल पंप पर तो ऐसे वाहन चालकों के लिए अलग से हेलमेट की व्यवस्था तक की गई है। इसे लगा कर पेट्रोल भरवाने के बाद हेलमेट वापस कर दिया जाता है। जाइए। पंप संचालकों का कहना है कि यदि हम बिना हेलमेट पेट्रोल नहीं देंगे तो दूसरे पंप से वाहन चालक पेट्रोल भरवा लेते हैं। ऐसे में पूरी तरह सख्ती होने पर ही अभियान सफल बनेगा।

Trending Videos
जिले में करीब 210 पेट्रोल पंप हैं। जिन पर रोजाना एक लाख से अधिक लोग हर दिन पेट्रोल भरवाने पहुंचते हैं। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नो हेलमेट, नो फ्यूल अभियान के तहत शासन स्तर से बिना हेलमेट के पंपों पर पेट्रोल बेचने पर रोक लगाई गई है। इसके तहत सभी पेट्रोल पंपों पर नोटिस चस्पा करने के साथ ही बिना हेलमेट के पेट्रोल न मिलने के बैनर लगाए गए हैं। लेकिन कागजों तक सिमटे अभियान के कारण जिले के ज्यादातर पेट्रोल पंपों पर बिना हेलमेट के ही वाहन चालकों को आसानी से पेट्रोल मिल रहा है। कई पंपों से तो अभियान से जुड़े बैनर पोस्टर तक गायब हो गए हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
एक सितंबर से संचालित अभियान के दौरान खाद्य एवं रसद विभाग को पेट्रोल पंपों पर समन्वय व निगरानी करने, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को जागरूकता फैलाने व पेट्रोल डीलर एसोसिएशन को सहयोग देने के लिए कहा गया था। जमीनी तौर पर इसका कोई असर नहीं दिखता है। शहर में नाका चौराहा के साथ ही अधिकांश पंपों पर अभियान का कोई असर नहीं दिख रहा है। सभी जगह दो पहिया वाहन चालकों को हेलमेट न होने पर भी बिना रोकटोक पेट्रोल दिया जा रहा है।
दूसरे का हेलमेट मांग कर चला रहे काम
जिन पंपों पर कर्मचारी थोड़ी सख्ती करते हैं वहां पर वाहन चालक दूसरे सवार से पेट्रोल भरवाने के लिए हेलमेट मांग कर काम चला रहे हैं। कई पेट्रोल पंप पर तो ऐसे वाहन चालकों के लिए अलग से हेलमेट की व्यवस्था तक की गई है। इसे लगा कर पेट्रोल भरवाने के बाद हेलमेट वापस कर दिया जाता है। जाइए। पंप संचालकों का कहना है कि यदि हम बिना हेलमेट पेट्रोल नहीं देंगे तो दूसरे पंप से वाहन चालक पेट्रोल भरवा लेते हैं। ऐसे में पूरी तरह सख्ती होने पर ही अभियान सफल बनेगा।