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Bareilly News: प्लाईवुड गोदाम में भीषण आग, 14 फायर टेंडर ने तीन घंटे में पाया काबू
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बिथरी के परसोना मोड़ पर हुआ हादसा, कारण स्पष्ट नहीं, अग्निशमन विभाग ने शुरू की जांच, वायुसेना स्टेशन और आंवला स्थित इफको संयंत्र से मंगानी पड़ीं दमकल की गाड़ियां
बरेली। बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र में परसोना मोड़ के पास स्थित सतीश अग्रवाल और दीपांशु अग्रवाल के प्लाईवुड गोदाम में बुधवार रात साढ़े आठ बजे भीषण आग लग गई। गोदाम में प्लाईवुड और लकड़ियां भरी होने से आग ने चंद मिनटों में ही विकराल रूप ले लिया। वायुसेना स्टेशन और आंवला स्थित इफको संयंत्र से दमकल की गाड़ियां मंगानी पड़ीं। 14 फायर टेंडर ने तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। अग्निशमन विभाग ने जांच शुरू कर दी है।
आग लगी तो ऊंची-ऊंची लपटें और धुएं का गुबार देख आसपास के लोग दहशत में आ गए। उन्होंने अग्निशमन विभाग को सूचना दी। फायर ब्रिगेड की आठ गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। हालात नियंत्रण से बाहर होते देखकर वायु सेना स्टेशन और इफको आंवला से भी फायर टेंडर बुलाए गए। तब आग पर काबू पाया जा सका।
सीएफओ मनु शर्मा ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। समय रहते इस पर काबू पा लिया गया, इसलिए आसपास के अन्य गोदाम व फैक्टरियों तक आग नहीं पहुंच सकी। कोई जनहानि नहीं हुई है। गोदाम स्वामी ने फिलहाल कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया।
मार्च में गैस गोदाम में लगी थी आग, फटे थे 500 सिलिंडर
इससे पहले 24 मार्च 2025 को बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र के गांव रजऊ परसपुर के पास स्थित एक गैस गोदाम में भी आग लगी थी। इससे वहां 500 से ज्यादा गैस सिलिंडरों में विस्फोट हुए थे। आग पर काबू पाने में दो दिन लगे थे। इलाके के लोग अभी गैस गोदाम में हुए अग्निकांड को भुला नहीं पाए थे कि यह हादसा हो गया। संवाद
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बरेली। बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र में परसोना मोड़ के पास स्थित सतीश अग्रवाल और दीपांशु अग्रवाल के प्लाईवुड गोदाम में बुधवार रात साढ़े आठ बजे भीषण आग लग गई। गोदाम में प्लाईवुड और लकड़ियां भरी होने से आग ने चंद मिनटों में ही विकराल रूप ले लिया। वायुसेना स्टेशन और आंवला स्थित इफको संयंत्र से दमकल की गाड़ियां मंगानी पड़ीं। 14 फायर टेंडर ने तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। अग्निशमन विभाग ने जांच शुरू कर दी है।
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आग लगी तो ऊंची-ऊंची लपटें और धुएं का गुबार देख आसपास के लोग दहशत में आ गए। उन्होंने अग्निशमन विभाग को सूचना दी। फायर ब्रिगेड की आठ गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। हालात नियंत्रण से बाहर होते देखकर वायु सेना स्टेशन और इफको आंवला से भी फायर टेंडर बुलाए गए। तब आग पर काबू पाया जा सका।
सीएफओ मनु शर्मा ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। समय रहते इस पर काबू पा लिया गया, इसलिए आसपास के अन्य गोदाम व फैक्टरियों तक आग नहीं पहुंच सकी। कोई जनहानि नहीं हुई है। गोदाम स्वामी ने फिलहाल कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया।
मार्च में गैस गोदाम में लगी थी आग, फटे थे 500 सिलिंडर
इससे पहले 24 मार्च 2025 को बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र के गांव रजऊ परसपुर के पास स्थित एक गैस गोदाम में भी आग लगी थी। इससे वहां 500 से ज्यादा गैस सिलिंडरों में विस्फोट हुए थे। आग पर काबू पाने में दो दिन लगे थे। इलाके के लोग अभी गैस गोदाम में हुए अग्निकांड को भुला नहीं पाए थे कि यह हादसा हो गया। संवाद