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Budaun News: फॉर्मर रजिस्ट्री न कराने पर सम्मान निधि से वंचित हो सकते हैं किसान
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बदायूं। जिले में किसानों की फॉर्मर रजिस्ट्री का कार्य गति नहीं पकड़ पा रहा है। शासन की ओर से किसानों के डिजिटल डेटाबेस को तैयार कराने की यह महत्वपूर्ण पहल ठंडे बस्ते में जाती दिख रही है। रजिस्ट्री नहीं कराने वाले किसानों को अब प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि समेत अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल सकेगा।
कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जिले में कुल 5.36 लाख किसानों की फॉर्मर रजिस्ट्री होनी है। अब तक सिर्फ 2.70 लाख किसानों ने ही अपनी रजिस्ट्री कराई है। बाकी किसान अब तक इस दिशा में कोई रुचि नहीं दिखा रहे हैं। शासन के निर्देश पर पिछले आठ माह से यह अभियान चल रहा है, लेकिन किसानों की सुस्ती के कारण इसका लक्ष्य अभी पूरा नहीं हो पा रहा है। अब नवंबर में इस काम को पूरा किया जाना है।
रजिस्ट्री नहीं कराई तो अन्य योजनाओं का भी नहीं मिलेगा लाभ
उप कृषि निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि फॉर्मर रजिस्ट्री कराने वाले किसानों को सम्मान निधि सहित कई योजनाओं का लाभ बिना किसी झंझट के मिलेगा, लेकिन जिन किसानों ने अब तक रजिस्ट्री नहीं कराई है, वे इन सुविधाओं से वंचित रह जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसान अपने निकटतम जन सेवा केंद्र या कृषि विभाग के सुविधा केंद्रों पर जाकर रजिस्ट्री करवा सकते हैं।
क्या है फॉर्मर रजिस्ट्री
फॉर्मर रजिस्ट्री एक डिजिटल डेटाबेस प्रक्रिया है, जिसमें किसान की पहचान, भूमि विवरण, फसल जानकारी और संपर्क विवरण दर्ज होते हैं। इस रजिस्ट्री के तहत प्रत्येक किसान को एक यूनिक कोड दिया जाता है। जब यह कोड विभागीय वेबसाइट पर दर्ज किया जाता है तो किसान की संपूर्ण जानकारी प्रदर्शित हो जाती है। इससे योजनाओं में पारदर्शिता आती है और किसान को बार-बार दस्तावेज जमा करने की आवश्यकता नहीं पड़ती।
कृषि विभाग की अपील
उप कृषि निदेशक ने जिले के किसानों से अपील की है कि वे जल्द फॉर्मर रजिस्ट्री कराकर शासन की योजनाओं से जुड़ें। कृषि विभाग द्वारा गांव-गांव में कैंप लगाकर भी रजिस्ट्री कराने की व्यवस्था की जा रही है ताकि कोई भी किसान योजना से वंचित न रह जाए।
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कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जिले में कुल 5.36 लाख किसानों की फॉर्मर रजिस्ट्री होनी है। अब तक सिर्फ 2.70 लाख किसानों ने ही अपनी रजिस्ट्री कराई है। बाकी किसान अब तक इस दिशा में कोई रुचि नहीं दिखा रहे हैं। शासन के निर्देश पर पिछले आठ माह से यह अभियान चल रहा है, लेकिन किसानों की सुस्ती के कारण इसका लक्ष्य अभी पूरा नहीं हो पा रहा है। अब नवंबर में इस काम को पूरा किया जाना है।
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रजिस्ट्री नहीं कराई तो अन्य योजनाओं का भी नहीं मिलेगा लाभ
उप कृषि निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि फॉर्मर रजिस्ट्री कराने वाले किसानों को सम्मान निधि सहित कई योजनाओं का लाभ बिना किसी झंझट के मिलेगा, लेकिन जिन किसानों ने अब तक रजिस्ट्री नहीं कराई है, वे इन सुविधाओं से वंचित रह जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसान अपने निकटतम जन सेवा केंद्र या कृषि विभाग के सुविधा केंद्रों पर जाकर रजिस्ट्री करवा सकते हैं।
क्या है फॉर्मर रजिस्ट्री
फॉर्मर रजिस्ट्री एक डिजिटल डेटाबेस प्रक्रिया है, जिसमें किसान की पहचान, भूमि विवरण, फसल जानकारी और संपर्क विवरण दर्ज होते हैं। इस रजिस्ट्री के तहत प्रत्येक किसान को एक यूनिक कोड दिया जाता है। जब यह कोड विभागीय वेबसाइट पर दर्ज किया जाता है तो किसान की संपूर्ण जानकारी प्रदर्शित हो जाती है। इससे योजनाओं में पारदर्शिता आती है और किसान को बार-बार दस्तावेज जमा करने की आवश्यकता नहीं पड़ती।
कृषि विभाग की अपील
उप कृषि निदेशक ने जिले के किसानों से अपील की है कि वे जल्द फॉर्मर रजिस्ट्री कराकर शासन की योजनाओं से जुड़ें। कृषि विभाग द्वारा गांव-गांव में कैंप लगाकर भी रजिस्ट्री कराने की व्यवस्था की जा रही है ताकि कोई भी किसान योजना से वंचित न रह जाए।