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Budaun News: सरकारी अस्पतालों में नहीं हार्ट स्पेशलिस्ट
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बदायूं। ठंड के बढ़ते ही हृदय रोगियों की संख्या में तेजी से इजाफा होने लगा है। जिले के राजकीय मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल समेत अन्य सरकारी अस्पतालों में हृदय रोग विशेषज्ञ (कार्डियोलॉजिस्ट) की तैनाती न होने के कारण मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है। हालत यह है कि जिला अस्पताल से मरीजों को मेडिकल कॉलेज भेजा जा रहा है, लेकिन वहां भी उचित इलाज न मिलने पर उन्हें अलीगढ़ या सैफई के लिए रेफर करना पड़ रहा है।
डॉक्टरों के मुताबिक ठंड का मौसम हृदय रोगियों के लिए खतरनाक माना जाता है। इस दौरान तापमान में गिरावट से रक्त नलिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे हार्ट अटैक और ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा रहता है। विशेषकर बुजुर्ग और शुगर, बीपी के मरीजों को इस मौसम में ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए।
पिछले एक सप्ताह में जिले में हृदय रोग के कई मामले सामने आए हैं। बुधवार को जरीफनगर क्षेत्र के गांव मढैया के रहने वाले 58 वर्षीय देशराज को अचानक सीने में दर्द हुआ। परिजन उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां से मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, लेकिन वहां हार्ट स्पेशलिस्ट न मिलने के कारण उन्हें अलीगढ़ भेजना पड़ा।
वहीं, फैजगंज निवासी 62 वर्षीय ओमकार को भी सीने में दर्द की शिकायत पर पहले जिला अस्पताल और फिर सैफई मेडिकल रेफर कर दिया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिले में राजकीय मेडिकल कॉलेज होने के बावजूद हृदय रोग विशेषज्ञ की अनुपस्थिति बड़ी समस्या बनी हुई है। अगर जल्द ही विशेषज्ञ डॉक्टर की तैनाती नहीं की गई तो हालात और गंभीर हो सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कार्डियोलॉजिस्ट की पोस्ट खाली है।
अस्पताल में मरीजों को समय से हर संभव इलाज मुहैया कराया जाता है, लेकिन हृदय रोग विशेषज्ञ न होने से मरीजों को हायर सेंटर रेफर करना पड़ता है। -डॉ. अमित वार्ष्णेय, सीएमएस
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डॉक्टरों के मुताबिक ठंड का मौसम हृदय रोगियों के लिए खतरनाक माना जाता है। इस दौरान तापमान में गिरावट से रक्त नलिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे हार्ट अटैक और ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा रहता है। विशेषकर बुजुर्ग और शुगर, बीपी के मरीजों को इस मौसम में ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए।
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पिछले एक सप्ताह में जिले में हृदय रोग के कई मामले सामने आए हैं। बुधवार को जरीफनगर क्षेत्र के गांव मढैया के रहने वाले 58 वर्षीय देशराज को अचानक सीने में दर्द हुआ। परिजन उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां से मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, लेकिन वहां हार्ट स्पेशलिस्ट न मिलने के कारण उन्हें अलीगढ़ भेजना पड़ा।
वहीं, फैजगंज निवासी 62 वर्षीय ओमकार को भी सीने में दर्द की शिकायत पर पहले जिला अस्पताल और फिर सैफई मेडिकल रेफर कर दिया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिले में राजकीय मेडिकल कॉलेज होने के बावजूद हृदय रोग विशेषज्ञ की अनुपस्थिति बड़ी समस्या बनी हुई है। अगर जल्द ही विशेषज्ञ डॉक्टर की तैनाती नहीं की गई तो हालात और गंभीर हो सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कार्डियोलॉजिस्ट की पोस्ट खाली है।
अस्पताल में मरीजों को समय से हर संभव इलाज मुहैया कराया जाता है, लेकिन हृदय रोग विशेषज्ञ न होने से मरीजों को हायर सेंटर रेफर करना पड़ता है। -डॉ. अमित वार्ष्णेय, सीएमएस