Budaun News: जान जोखिम में डालकर बंद रेलवे क्रॉसिंग कर रहे पार, पटरी को बना लिया रास्ता
बृहस्पतिवार को शहर के रेलवे स्टेशन क्षेत्र, आसफपुर, बिनावर, उझानी सहित कई इलाकों में फाटक बंद होने के बाद भी बाइक सवार, साइकिल चालक और पैदल यात्री पटरियों से निकलने की कोशिश करते दिखे। संवाद न्यूज एजेंसी की पड़ताल में पता चला कि कई बार ट्रेन बेहद नजदीक होने के बावजूद लोग जल्दबाजी में जान जोखिम में डालकर पटरी पार कर रहे थे। स्थानीय लोगों के अनुसार, कुछ मिनट रुकने के बजाय लोग समय बचाने के चक्कर में अपनी और दूसरों की जान खतरे में डाल रहे हैं।
नियमों की अनदेखी आम, ट्रिपलिंग व बिना हेलमेट बाइक से भर रहे फर्राटा
रेलवे क्रॉसिंग की लापरवाही तक ही बात सीमित नहीं है। जिले में बड़ी संख्या में लोग बिना हेलमेट बाइक चला रहे हैं। तीन सवारी बैठाकर तेज रफ्तार में फर्राटा भर रहे हैं। इससे दुर्घटनाओं की आशंका और भी बढ़ जाती है। आए दिन सड़क हादसों का शिकार होकर लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है। यातायात नियमों का उल्लंघन अब सामान्य बात बनती जा रही है।
पुलिस व जीआरपी की कार्रवाई भी नहीं दिखा रही असर
स्थानीय पुलिस और रेलवे पुलिस (जीआरपी) द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। रेलवे फाटकों पर चेकिंग, लोगों को समझाइश और कार्रवाई के बावजूद लापरवाही पर पूरी तरह अंकुश नहीं लग पा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है, लेकिन लोगों में डर और जिम्मेदारी की भावना अब भी कम दिखाई देती है।
रेलवे स्टेशन नहीं लगी है लिफ्ट
शहर के रेलवे स्टेशन पर लिफ्ट की सुविधा नहीं है। यहां पर एक पैदल पथ बना है जिस पर दोनों तरफ करीब 144 सीढि़यां चढ़-उतरकर लोग इसे पार करते हैं। हालांकि स्टेशन पर इस समय अमृत भारत योजना के तहत काम चल रहा है। ऐसे में आने वाले समय में यहां लिफ्ट सुविधा होने की उम्मीद की जा सकती है।
ट्रैक पर अनाधिकृत रूप से चलना दंडनीय अपराध
रेलवे अधिनियम के तहत बंद रेलवे क्रॉसिंग पार करना या ट्रैक पर अनाधिकृत रूप से चलना दंडनीय अपराध है। इसमें जुर्माना, कारावास या दोनों हो सकते हैं। इसके अलावा यदि किसी की लापरवाही से दुर्घटना होती है तो उस पर और भी कड़ी धाराएं लग सकती हैं।
जागरूकता ही बचाव का रास्ता
विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ मिनट की जल्दबाजी जीवनभर का दर्द दे सकती है। रेलवे फाटक बंद होने पर धैर्य रखना, हेलमेट पहनना, यातायात नियमों का पालन करना ही दुर्घटनाओं से बचाव का एकमात्र रास्ता है। जरूरत इस बात की है कि लोग पुलिस के डर से नहीं, बल्कि अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए नियमों का पालन करें।
लोग रेलवे लाइन पैदल चलकर क्रॉस न करें और न ही क्रॉसिंग बंद होने पर बाइक निकालें, इससे कभी भी हादसे का शिकार हो सकते हैं। जीआरपी व रेलवे पुलिस लगातार चेकिंग करती है। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है। - वीरेंद्र प्रताप सिंह, थानाध्यक्ष जीआरपी
बाइक पर ट्रिपलिंग व बिना हेलमेट लगाकर चलने से लोग आए दिन हादसों का शिकार हो रहे है। यदि नियमों का पालन करें तो हादसों को रोका जा सकता है और लोग सुरक्षित अपने घर पहुंच सकते हैं। जो लोग नियमों का पालन नहीं करते मिलते है चेकिंग के दौरान उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। -विजयेंद्र द्विवेदी, एसपी सिटी

उझानी के पास रेलवे क्रासिंग बंद होने के बाद भी गेट पार करता बाइक सवार। संवाद

उझानी के पास रेलवे क्रासिंग बंद होने के बाद भी गेट पार करता बाइक सवार। संवाद

उझानी के पास रेलवे क्रासिंग बंद होने के बाद भी गेट पार करता बाइक सवार। संवाद

उझानी के पास रेलवे क्रासिंग बंद होने के बाद भी गेट पार करता बाइक सवार। संवाद

उझानी के पास रेलवे क्रासिंग बंद होने के बाद भी गेट पार करता बाइक सवार। संवाद

उझानी के पास रेलवे क्रासिंग बंद होने के बाद भी गेट पार करता बाइक सवार। संवाद

उझानी के पास रेलवे क्रासिंग बंद होने के बाद भी गेट पार करता बाइक सवार। संवाद

उझानी के पास रेलवे क्रासिंग बंद होने के बाद भी गेट पार करता बाइक सवार। संवाद

उझानी के पास रेलवे क्रासिंग बंद होने के बाद भी गेट पार करता बाइक सवार। संवाद

उझानी के पास रेलवे क्रासिंग बंद होने के बाद भी गेट पार करता बाइक सवार। संवाद
