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आरटीई : पोर्टल अपडेट के कारण शुरू नहीं हुए आवेदन
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बदायूं। आरटीई के तहत निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के मुफ्त दाखिले के लिए अभिभावकों को थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा। कारण, पोर्टल में अपडेट कार्य चल रहा है। इसलिए आवेदन प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हो सकी है। बेसिक विभाग के अधिकारियों के अनुसार, एक सप्ताह में आवेदन शुरू हो जाएंगे।
जिले में 864 निजी विद्यालयों ने बेसिक शिक्षा परिषद के पोर्टल पर पंजीकरण किया है। अब तक तीन हजार बच्चे आरटीई के तहत पढ़ाई कर रहे हैं। इन स्कूलाें में जिले के करीब नौ हजार बच्चे दाखिला ले सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया एक दिसंबर से शुरू होनी थी, लेकिन इस बार देरी हो रही है।
सितंबर में जारी शासनादेश में आरटीई प्रवेश प्रक्रिया को लेकर कुछ संशोधन किए गए थे। इन्हीं संशोधनों के अनुसार पोर्टल में आवश्यक तकनीकी बदलाव किए जा रहे हैं।
इस बार आरटीई प्रवेश प्रक्रिया में एक अतिरिक्त चरण भी जोड़ा गया है। सभी चरण पूरे होने के बाद यदि सीटें खाली रह जाती हैं, तो उन पर भी बच्चों को प्रवेश दिया जाएगा। इससे अधिक से अधिक पात्र बच्चों को निजी स्कूलों में निशुल्क शिक्षा का लाभ मिल सकेगा।
लग सकता है एक हफ्ते का समय
बेसिक शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि आरटीई पोर्टल में शासन स्तर पर अपडेट किया जा रहा है। अपडेट पूरा होते ही आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि इस बार अभिभावकों को केवल एक बार ही आवेदन करने का मौका मिलेगा। पहले की तरह एक ही बच्चे के लिए दो-तीन या उससे अधिक आवेदन नहीं किए जा सकेंगे। जिले के सभी निजी स्कूलों की प्री-प्राइमरी या कक्षा एक की कुल सीटों के 25 प्रतिशत पर आरटीई के तहत प्रवेश दिया जाएगा।
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जिले में 864 निजी विद्यालयों ने बेसिक शिक्षा परिषद के पोर्टल पर पंजीकरण किया है। अब तक तीन हजार बच्चे आरटीई के तहत पढ़ाई कर रहे हैं। इन स्कूलाें में जिले के करीब नौ हजार बच्चे दाखिला ले सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया एक दिसंबर से शुरू होनी थी, लेकिन इस बार देरी हो रही है।
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सितंबर में जारी शासनादेश में आरटीई प्रवेश प्रक्रिया को लेकर कुछ संशोधन किए गए थे। इन्हीं संशोधनों के अनुसार पोर्टल में आवश्यक तकनीकी बदलाव किए जा रहे हैं।
इस बार आरटीई प्रवेश प्रक्रिया में एक अतिरिक्त चरण भी जोड़ा गया है। सभी चरण पूरे होने के बाद यदि सीटें खाली रह जाती हैं, तो उन पर भी बच्चों को प्रवेश दिया जाएगा। इससे अधिक से अधिक पात्र बच्चों को निजी स्कूलों में निशुल्क शिक्षा का लाभ मिल सकेगा।
लग सकता है एक हफ्ते का समय
बेसिक शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि आरटीई पोर्टल में शासन स्तर पर अपडेट किया जा रहा है। अपडेट पूरा होते ही आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि इस बार अभिभावकों को केवल एक बार ही आवेदन करने का मौका मिलेगा। पहले की तरह एक ही बच्चे के लिए दो-तीन या उससे अधिक आवेदन नहीं किए जा सकेंगे। जिले के सभी निजी स्कूलों की प्री-प्राइमरी या कक्षा एक की कुल सीटों के 25 प्रतिशत पर आरटीई के तहत प्रवेश दिया जाएगा।
