जीवित वृद्धा को कागजों में कर दिया मृत: ढाई साल से नहीं मिल रही पेंशन, बेटे ने विकास भवन में जाकर की शिकायत
खुर्जा के शाहपुर गांव निवासी वृद्धा कमलेश को कर्मचारियों ने कागजों पर मृत दर्शा दिया।विकास भवन में जानकारी लेने पहुंचे बेटे ने शिकायत की है।
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बुलंदशहर के शाहपुर गांव में जीवित वृद्धा को ग्राम सचिव ने ढाई साल पहले मृत बताकर रिपोर्ट भेज दी। इसके बाद से वृद्धा की पेंशन रुक गई। सोमवार को जब वृद्धा का बेटा मामले की शिकायत लेकर बुलंदशहर समाज कल्याण विभाग में पहुंचा तो उसको मामले की जानकारी मिली। इसके बाद विभाग की ओर से वृद्धा के विवरण को अपडेट किया।
शाहपुर गांव निवासी सतपाल ने बताया कि उनकी मां कमलेश उर्फ कमला की उम्र 70 वर्ष है, जिनकी पहले वृद्धा पेंशन आती थी। लेकिन पिछले ढाई साल से पेंशन बंद हो गई। जब उन्होंने इस विषय की जानकारी गांव में की। अन्य वृद्धाओं की पेंशन तो आ गई, लेकिन उनकी माता की पेंशन आ रही थी।
इसके बाद उन्होंने ग्राम सचिव से पूछा तो उन्होंने जांच करने का आश्वासन दिया। इसके बाद ब्लॉक अधिकारियों से पूछा तो कोई जानकारी नहीं मिल सकी। इसको लेकर वह बार-बार विभागों के चक्कर काटते रहे। सोमवार को सतपाल जिला बुलंदशहर में विकास भवन स्थित समाज कल्याण विभाग के कार्यालय में पहुंचे।
जहां उन्होंने जानकारी ली तो पता चला कि मई 2023 में सत्यापन के दौरान ग्राम सचिव की ओर से भेजी गई रिपोर्ट में उनको मृत दिखा दिया गया। इसी कारण उनकी माता कमलेश का खाता बंद हो गया। जब उन्होंने विभाग के अधिकारियों को मां के जीवित होने की जानकारी दी तो सभी सतर्क हो गए और खाते को अपडेट कराया।
पेंशन धारकों का सत्यापन ग्राम सचिवालयों की ओर से कराई जाती है। कमलेश देवी के मई 2023 के सत्यापन में गड़बड़ी से मृत लिख दिया गया था, लेकिन जून 2023 में दोबारा सत्यापन कर उनको जीवित लिखा गया। उनके खाते में विवरण को लेकर बैंक खाता संबंधित जरूरी सूचना अपडेट नहीं हुई थी, जो लाभार्थी को ही विभाग में आकर करानी होती है। इसी कारण उनकी पेंशन बंद थी। जो अब चालू कर दी जाएगी। - रंजना सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी, बुलंदशहर
