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जन आरोग्य मेला: भोलेपुर पीएचसी में नहीं पहुंचीं डॉक्टर
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भोलेपुर पीएचसी में पसरा सन्नाटा। संवाद
- फोटो : FARRUKHABAD
फर्रुखाबाद। विभागीय अफसर ही सरकार के जनहित कार्यक्रमों में पलीता लगा रहे हैं। इसकी नजीर रविवार को सामने आई। करीब डेढ़ साल बाद जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) में स्वास्थ्य मेले का आयोजन हुआ। प्रचार-प्रसार न होने से लोगों को मेले के बारे में पता ही नहीं चला। नतीजतन अस्पतालों मरीजों की संख्या काफी कम रही। कई जगह डॉक्टर की उपस्थिति भी कम रही। जो मरीज आए उनमें बुखार पीड़ितों की संख्या अधिक थी। स्वास्थ्य केंद्रों में जांच के लिए डेंगू किट भी उपलब्ध नहीं कराई गई।
रविवार को जिले शहर के चार व ग्रामीण क्षेत्र के 27 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जन आरोग्य मेला लगाया गया। भोलेपुर पीएचसी पर दोनों डॉक्टर नहीं पहुंचीं। यहां डेंगू जांच किट भी उपलब्ध नहीं थी। सभी पीएचसी पर 1423 मरीजों को इलाज दिया गया। सीएमओ डॉ.सतीश चंद्रा ने आरोग्य मेलों का निरीक्षण किया।
फतेहगढ़ पीएचसी पर आरोग्य मेले में डॉ.नमिता निगम व डॉ.स्मिता शाक्य 12 बजे तक अस्पताल नहीं पहुंचीं। अस्पताल में सन्नाटा पसरा था। एक मरीज को फार्मासिस्ट अखिलेश कुमार ने देखकर दवाई दी। एलटी विनय कुमार ने बताया कि डेंगू जांच के लिए किट नहीं दी गई। डॉक्टरों को छोड़कर सभी स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे। स्टाफ नर्स प्रतिभा सिंह कुल 65 मरीजों की ओपीडी हुई। इसमें 60 लोगों के कोरोना टीका लगाए गए। जबकि आठ मरीजों को बुखार की दवाई दी गई।
शहर की पीएचसी रकाबगंज में सुबह 10.59 बजे तक पहुंचे मात्र दो मरीजों को डॉ.शोभा सक्सेना ने दवाई दी। दोनों बुखार से पीड़ित थे। किट उपलब्ध न होने से डेंगू की जांच नहीं हो सकी। शहर की साहबगंज पीएचसी पर डॉ.सुनील उपाध्याय नहीं पहुंचे। डॉ.अंजुला गोस्वामी ने मरीज देखे। 11.15 बजे अस्पताल में मरीजों की भीड़ लगी थी। कुल 62 मरीज देखे गए। डॉ.शोभा सक्सेना ने बताया कि 12 मरीजों की डेंगू जांच की गई। सभी निगेटिव मिले।
मोहम्मदाबाद क्षेत्र के गांव धीरपुर स्थित पीएचसी में 11.25 बजे तक 13 मरीज आए। अधिकतर मरीज सर्दी, जुकाम, बुखार से पीड़ित थे। पीएचसी प्रभारी डॉ.राधाकिशन बौद्ध ने मरीजों को देखकर दवाई दी। पीएचसी खिमसेपुर में 11.15 बजे तक कुल 5 मरीज आए। पीएससी प्रभारी डॉ.फैसल खान ने बताया कि अधिकतर मरीज खुजली से पीड़ित थे।
शमसाबाद क्षेत्र के गांव पसियापुर स्थित पीएचसी पर 11.22 बजे तक 15 मरीजों को देखकर दवा दी गई। बुखार के अधिक मरीज थे। डॉ.विनोद कुमार ने मरीजों को देखा। पीएचसी रोशनाबाद में 12.20 बजे तक 20 मरीज आए। ज्यादातर मरीज खुजली, बुखार से पीड़ित थे। डॉ. स्मिता त्रिपाठी ने मरीजों को देखकर दवाई दी।
जहानगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दोपहर एक बजे तक 45 मरीज पहुंचे। अधिकांश मरीज बुखार से पीड़ित थे। डॉ. विशिष्ट कटियार ने मरीजों को देखकर उनकी जांच कराई और दवाई दी। फार्मासिस्ट दिनेश वर्मा, टेक्नीशियन राजीव कटियार, एनम रजनीश दीक्षित, दीपिका आदि स्वास्थ्य मौजूद रहे।
कंपिल। पीएचसी बिल्सड़ी में 11.56 बजे तक 11 मरीज पहुंचे। डॉ. रेशु सिंह, डॉ.संदीप कुमार, डॉ. विपिन सिंह ने मरीजों को देखकर दवाई दी। इनमें 8 मरीज बुखार, दो पेट दर्द व एक मरीज खांसी, जुकाम से पीड़ित था। अस्पताल में टेक्नीशियन की तैनाती न होने से मलेरिया, टाइफाइड, डेंगू व कोरोना की जांच नहीं हो सकी। फार्मासिस्ट राजीव कुमार सहित पूरा स्टाफ मौजूद रहा।
संकिसा पीएचसी पर आरोग्य मेले में मरीजों की भीड़ रही। दोपहर तक 40 मरीज आए। एक मरीज की टीबी जांच के लिए टेक्नीशियन देवेश कुमार ने नमूना लिया। जांच में कोई मरीज डेंगू या मलेरिया पॉजिटिव नहीं निकला। प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ.प्रभात ने बताया कि ज्यादातर मरीज खुजली के आ रहे हैं। आयुष विभाग के डॉ.धर्मेंद्र यादव नगला बहादुर में अंडरपास में पानी भरा होने से रास्ते से ही लौट गए। फार्मासिस्ट सुरेंद्र यादव, एएनएम शिल्पा राठौर, सानू राठौर, सीएचओ सुनीता, स्टाफ नर्स मोना आदि मौजूद रहे।(संवाद)
नवाबगंज। पीएचसी अचरा खलवारा में आरोग्य मेले में 63 मरीजों को देखा गया। इसमें बुखार, सर्दी, खुजली, जुकाम, खांसी के मरीज अधिक आए। जांच में डेंगू, मलेरिया के मरीज नहीं मिले। डॉ. नीलम बघेल, अंकुर कुमार, सीएचओ शेर सिंह, फार्मासिस्ट विनीत सचान, डॉ.जशवीर यादव आदि मौजूद रहे।(संवाद)
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रविवार को जिले शहर के चार व ग्रामीण क्षेत्र के 27 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जन आरोग्य मेला लगाया गया। भोलेपुर पीएचसी पर दोनों डॉक्टर नहीं पहुंचीं। यहां डेंगू जांच किट भी उपलब्ध नहीं थी। सभी पीएचसी पर 1423 मरीजों को इलाज दिया गया। सीएमओ डॉ.सतीश चंद्रा ने आरोग्य मेलों का निरीक्षण किया।
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फतेहगढ़ पीएचसी पर आरोग्य मेले में डॉ.नमिता निगम व डॉ.स्मिता शाक्य 12 बजे तक अस्पताल नहीं पहुंचीं। अस्पताल में सन्नाटा पसरा था। एक मरीज को फार्मासिस्ट अखिलेश कुमार ने देखकर दवाई दी। एलटी विनय कुमार ने बताया कि डेंगू जांच के लिए किट नहीं दी गई। डॉक्टरों को छोड़कर सभी स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे। स्टाफ नर्स प्रतिभा सिंह कुल 65 मरीजों की ओपीडी हुई। इसमें 60 लोगों के कोरोना टीका लगाए गए। जबकि आठ मरीजों को बुखार की दवाई दी गई।
शहर की पीएचसी रकाबगंज में सुबह 10.59 बजे तक पहुंचे मात्र दो मरीजों को डॉ.शोभा सक्सेना ने दवाई दी। दोनों बुखार से पीड़ित थे। किट उपलब्ध न होने से डेंगू की जांच नहीं हो सकी। शहर की साहबगंज पीएचसी पर डॉ.सुनील उपाध्याय नहीं पहुंचे। डॉ.अंजुला गोस्वामी ने मरीज देखे। 11.15 बजे अस्पताल में मरीजों की भीड़ लगी थी। कुल 62 मरीज देखे गए। डॉ.शोभा सक्सेना ने बताया कि 12 मरीजों की डेंगू जांच की गई। सभी निगेटिव मिले।
मोहम्मदाबाद क्षेत्र के गांव धीरपुर स्थित पीएचसी में 11.25 बजे तक 13 मरीज आए। अधिकतर मरीज सर्दी, जुकाम, बुखार से पीड़ित थे। पीएचसी प्रभारी डॉ.राधाकिशन बौद्ध ने मरीजों को देखकर दवाई दी। पीएचसी खिमसेपुर में 11.15 बजे तक कुल 5 मरीज आए। पीएससी प्रभारी डॉ.फैसल खान ने बताया कि अधिकतर मरीज खुजली से पीड़ित थे।
शमसाबाद क्षेत्र के गांव पसियापुर स्थित पीएचसी पर 11.22 बजे तक 15 मरीजों को देखकर दवा दी गई। बुखार के अधिक मरीज थे। डॉ.विनोद कुमार ने मरीजों को देखा। पीएचसी रोशनाबाद में 12.20 बजे तक 20 मरीज आए। ज्यादातर मरीज खुजली, बुखार से पीड़ित थे। डॉ. स्मिता त्रिपाठी ने मरीजों को देखकर दवाई दी।
जहानगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दोपहर एक बजे तक 45 मरीज पहुंचे। अधिकांश मरीज बुखार से पीड़ित थे। डॉ. विशिष्ट कटियार ने मरीजों को देखकर उनकी जांच कराई और दवाई दी। फार्मासिस्ट दिनेश वर्मा, टेक्नीशियन राजीव कटियार, एनम रजनीश दीक्षित, दीपिका आदि स्वास्थ्य मौजूद रहे।
कंपिल। पीएचसी बिल्सड़ी में 11.56 बजे तक 11 मरीज पहुंचे। डॉ. रेशु सिंह, डॉ.संदीप कुमार, डॉ. विपिन सिंह ने मरीजों को देखकर दवाई दी। इनमें 8 मरीज बुखार, दो पेट दर्द व एक मरीज खांसी, जुकाम से पीड़ित था। अस्पताल में टेक्नीशियन की तैनाती न होने से मलेरिया, टाइफाइड, डेंगू व कोरोना की जांच नहीं हो सकी। फार्मासिस्ट राजीव कुमार सहित पूरा स्टाफ मौजूद रहा।
संकिसा पीएचसी पर आरोग्य मेले में मरीजों की भीड़ रही। दोपहर तक 40 मरीज आए। एक मरीज की टीबी जांच के लिए टेक्नीशियन देवेश कुमार ने नमूना लिया। जांच में कोई मरीज डेंगू या मलेरिया पॉजिटिव नहीं निकला। प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ.प्रभात ने बताया कि ज्यादातर मरीज खुजली के आ रहे हैं। आयुष विभाग के डॉ.धर्मेंद्र यादव नगला बहादुर में अंडरपास में पानी भरा होने से रास्ते से ही लौट गए। फार्मासिस्ट सुरेंद्र यादव, एएनएम शिल्पा राठौर, सानू राठौर, सीएचओ सुनीता, स्टाफ नर्स मोना आदि मौजूद रहे।(संवाद)
नवाबगंज। पीएचसी अचरा खलवारा में आरोग्य मेले में 63 मरीजों को देखा गया। इसमें बुखार, सर्दी, खुजली, जुकाम, खांसी के मरीज अधिक आए। जांच में डेंगू, मलेरिया के मरीज नहीं मिले। डॉ. नीलम बघेल, अंकुर कुमार, सीएचओ शेर सिंह, फार्मासिस्ट विनीत सचान, डॉ.जशवीर यादव आदि मौजूद रहे।(संवाद)