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कार की टक्कर से रेलकर्मी की मौत, हत्या का आरोप
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लोहिया अस्पताल में बच्चों के साथ रोती बिलखती जयनेंद्र की पत्नी । संवाद
- फोटो : FARRUKHABAD
फर्रुखाबाद। ड्यूटी खत्म करके बाइक से घर लौट रहे एक रेलकर्मी को कार सवारों ने रौंद दिया। इससे उसकी मौत हो गई। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया। तीन घंटे तक पुलिस को शव नहीं ले जाने दिया। परिजनों का आक्रोश देख सीओ मौके पर पहुंचे। उन्होंने मुकदमा दर्ज करने के लिखित आदेश दिए। इसके बाद परिजनों ने शव का पंचनामा भरने दिया।
फतेहगढ़ के मोहल्ला रेलवे कालोनी निवासी जैनेंद्र सिंह (24) रेलवे के बिजली विभाग में कार्यरत थे। वह बुधवार रात 12 बजे ड्यूटी खत्म करके फर्रुखाबाद रेलवे स्टेशन से बाइक से घर जा रहे थे। जैनेंद्र जैसे ही नेकपुर पुल के नजदीक पहुंचे, पीछे से तेज रफ्तार कार ने बाइक में टक्कर मार दी। टक्कर मारने के बाद कार बिजली के खंभे से टकरा गई। इससे खंभा क्षतिग्रस्त हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस जैनेंद्र को लोहिया अस्पताल ले गई, जहां मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने वाहनों को कब्जे में लेकर शव मोर्चरी में रखवा दिया। पुलिस ने जानकारी जुटाकर परिजनों को सूचना दी।
गुरुवार सुबह सात बजे ही तमाम परिजन लोहिया अस्पताल पहुंच गए, मगर कोई पुलिसकर्मी नहीं पहुंचा। इससे आक्रोश व्याप्त हो गया। सुबह करीब 10 बजे जैनेंद्र के ताऊ नेत्रपाल सिंह कुछ लोगों के साथ थाने पहुंचे। वहां तहरीर दी। पुलिस ने मुकदमा लिखने में आनाकानी की, तो महिलाओं में आक्रोश व्याप्त हो गया। शव का पंचनामा भरने पहुंचे दरोगा को घेर लिया। एसपी के आने तक शव न ले जाने की बात कही। इसके बाद दरोगा जितेंद्र कुमार पहुंचे। उन्हें भी खरीखोटी सुनाई गई। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे सीओ अजय शर्मा ने पहुंचकर परिजनों से बात की। सीओ ने तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने के लिखित आदेश दिए। करीब एक बजे शव पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया। जैनेंद्र के ताऊ नेत्रपाल ने तहरीर में लकूला निवासी तीन लोगों को नामजद किया गया है।
सात माह पहले मृतक आश्रित में लगी थी नौकरी
भाई अमरपाल सिंह (ताऊ के पुत्र) ने बताया कि जैनेंद्र के पिता जितेंद्र सिंह रेलवे में कर्मचारी थे। करीब एक साल पहले उनकी भी संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। परिजनों को हत्या का शक था। पोस्टमार्टम कराया गया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया था। अभी सात माह पहले ही जैनेंद्र की नौकरी लगी थी। अब उन्हीं लोगों ने इसे भी रास्ते से हटा दिया है।
तीन माह की अबोध बालिका व दो बेटे
जैनेंद्र के दो बेटे आरब व माधव हैं। एक तीन माह की अबोध बालिका भी है। पत्नी खुशबू, छोटे भाई नीरज, आनंद, बहनें सिमरन, रश्मि और मां लक्ष्मी बेहाल हैं।
मिल्क डेयरी फीडर के कई मोहल्लों की बिजली गुल
कार की टक्कर से खंभा क्षतिग्रस्त हो गया। इसे बदलवाने के लिए सुबह से ही काम शुरू कर दिया गया। इससे मिल्क डेयरी फ़ीडर को बंद कर दिया गया था। लिहाजा कई मोहल्लों में बिजली गुल रही।
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फतेहगढ़ के मोहल्ला रेलवे कालोनी निवासी जैनेंद्र सिंह (24) रेलवे के बिजली विभाग में कार्यरत थे। वह बुधवार रात 12 बजे ड्यूटी खत्म करके फर्रुखाबाद रेलवे स्टेशन से बाइक से घर जा रहे थे। जैनेंद्र जैसे ही नेकपुर पुल के नजदीक पहुंचे, पीछे से तेज रफ्तार कार ने बाइक में टक्कर मार दी। टक्कर मारने के बाद कार बिजली के खंभे से टकरा गई। इससे खंभा क्षतिग्रस्त हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस जैनेंद्र को लोहिया अस्पताल ले गई, जहां मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने वाहनों को कब्जे में लेकर शव मोर्चरी में रखवा दिया। पुलिस ने जानकारी जुटाकर परिजनों को सूचना दी।
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गुरुवार सुबह सात बजे ही तमाम परिजन लोहिया अस्पताल पहुंच गए, मगर कोई पुलिसकर्मी नहीं पहुंचा। इससे आक्रोश व्याप्त हो गया। सुबह करीब 10 बजे जैनेंद्र के ताऊ नेत्रपाल सिंह कुछ लोगों के साथ थाने पहुंचे। वहां तहरीर दी। पुलिस ने मुकदमा लिखने में आनाकानी की, तो महिलाओं में आक्रोश व्याप्त हो गया। शव का पंचनामा भरने पहुंचे दरोगा को घेर लिया। एसपी के आने तक शव न ले जाने की बात कही। इसके बाद दरोगा जितेंद्र कुमार पहुंचे। उन्हें भी खरीखोटी सुनाई गई। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे सीओ अजय शर्मा ने पहुंचकर परिजनों से बात की। सीओ ने तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने के लिखित आदेश दिए। करीब एक बजे शव पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया। जैनेंद्र के ताऊ नेत्रपाल ने तहरीर में लकूला निवासी तीन लोगों को नामजद किया गया है।
सात माह पहले मृतक आश्रित में लगी थी नौकरी
भाई अमरपाल सिंह (ताऊ के पुत्र) ने बताया कि जैनेंद्र के पिता जितेंद्र सिंह रेलवे में कर्मचारी थे। करीब एक साल पहले उनकी भी संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। परिजनों को हत्या का शक था। पोस्टमार्टम कराया गया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया था। अभी सात माह पहले ही जैनेंद्र की नौकरी लगी थी। अब उन्हीं लोगों ने इसे भी रास्ते से हटा दिया है।
तीन माह की अबोध बालिका व दो बेटे
जैनेंद्र के दो बेटे आरब व माधव हैं। एक तीन माह की अबोध बालिका भी है। पत्नी खुशबू, छोटे भाई नीरज, आनंद, बहनें सिमरन, रश्मि और मां लक्ष्मी बेहाल हैं।
मिल्क डेयरी फीडर के कई मोहल्लों की बिजली गुल
कार की टक्कर से खंभा क्षतिग्रस्त हो गया। इसे बदलवाने के लिए सुबह से ही काम शुरू कर दिया गया। इससे मिल्क डेयरी फ़ीडर को बंद कर दिया गया था। लिहाजा कई मोहल्लों में बिजली गुल रही।
जयनेंद्र की फाइल फोटो। संवाद- फोटो : FARRUKHABAD